ENG vs AUS मुकाबला: लाहौर की पिच पर कौन रहेगा हावी? जानें दोनों टीमों की संभावित रणनीति
ENG vs AUS: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के चौथे मुकाबले में क्रिकेट की दो दिग्गज टीमें, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया, आमने-सामने होंगी। ग्रुप बी का यह हाई-वोल्टेज मैच फैंस को जबरदस्त रोमांच देने वाला है, जहां दोनों टीमें अपनी श्रेष्ठता साबित करने उतरेंगी। लाहौर की पिच पर बैटिंग और बॉलिंग का कैसा संतुलन रहेगा, यह मुकाबले की दिशा तय करेगा!

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में क्रिकेट फैंस को एक और हाई-वोल्टेज मुकाबला देखने को मिलेगा, जहां इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने होंगी। 22 फरवरी को लाहौर के ऐतिहासिक गद्दाफी स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मुकाबले में दोनों टीमें जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करना चाहेंगी। हाल ही में वनडे सीरीज में हार झेलने के बाद इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए यह मैच आत्मविश्वास हासिल करने का बेहतरीन मौका होगा। फैंस को रोमांच, टक्कर और कई यादगार लम्हों की उम्मीद है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह टूर्नामेंट एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, क्योंकि टीम अपने तीन प्रमुख तेज गेंदबाजों—पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड—के बिना मैदान पर उतरेगी। चोटों की मार झेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने गेंदबाजी आक्रमण को नए सिरे से मजबूत करना होगा। कप्तान स्टीव स्मिथ पर न केवल बल्लेबाजी बल्कि टीम को सही रणनीति के साथ संभालने की भी जिम्मेदारी होगी। ऑस्ट्रेलिया ने 2006 और 2009 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, लेकिन 2013 और 2017 में एक भी मैच नहीं जीत पाई थी, ऐसे में इस बार टीम नई ऊर्जा के साथ टूर्नामेंट में उतरना चाहेगी।
इंग्लैंड की टीम भी बदलाव के दौर से गुजर रही है, लेकिन फिर भी टीम का संतुलन मजबूत नजर आ रहा है। भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में लगातार तीन मैच हारने के बावजूद इंग्लैंड अपनी प्लेइंग इलेवन में अधिक फेरबदल नहीं करना चाहेगा। चोटिल जैकब बेथेल की जगह टॉम बैंटन को शामिल किया गया है, जबकि जेमी स्मिथ को एक बार फिर विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गेंदबाजी में जोफ्रा आर्चर, ब्रायडन कार्से और मार्क वुड जैसे तेज गेंदबाजों के साथ टीम विपक्षी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल सकती है।
लाहौर की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जाती है, लेकिन शाम होते ही गेंदबाजों को भी मदद मिल सकती है। स्पिनर्स के लिए भी यह पिच कारगर साबित हो सकती है, ऐसे में आदिल राशिद और एडम ज़म्पा के प्रदर्शन पर भी नजरें होंगी। इंग्लैंड के पास जो रूट, बेन डकेट और हैरी ब्रूक जैसे बल्लेबाज हैं, जो किसी भी परिस्थिति में रन बनाने का माद्दा रखते हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू शॉर्ट, ट्रैविस हेड और मार्नस लैबुशेन भी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
कप्तानी की बात करें तो स्टीव स्मिथ का अनुभव ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद अहम होगा। स्मिथ टेस्ट क्रिकेट में शानदार कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन सीमित ओवरों के खेल में उन्हें खुद को साबित करना होगा। दूसरी ओर, जोस बटलर के पास भी टीम को संभालने का अच्छा अनुभव है, लेकिन हाल ही में इंग्लैंड की वनडे फॉर्म चिंता का विषय रही है। बटलर को इस मैच में बल्ले से भी योगदान देना होगा, ताकि टीम मजबूत स्थिति में पहुंच सके।
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल का प्रदर्शन भी मैच का रुख बदल सकता है। मैक्सवेल अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और उपयोगी स्पिन गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। वहीं, इंग्लैंड के लियाम लिविंगस्टोन भी अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और पार्ट-टाइम स्पिन से ऑस्ट्रेलियाई टीम को मुश्किलों में डाल सकते हैं। दोनों टीमों के ऑलराउंडर्स के प्रदर्शन पर भी इस मुकाबले का नतीजा निर्भर करेगा।
इस मुकाबले में दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग इलेवन संतुलित नजर आ रही है, लेकिन गेंदबाजी में इंग्लैंड थोड़ी मजबूत दिख रही है। ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी कमजोर पड़ सकती है, जबकि इंग्लैंड का आर्चर-वुड अटैक घातक साबित हो सकता है। वहीं, बल्लेबाजी में दोनों टीमों के पास धाकड़ खिलाड़ी मौजूद हैं, जो मैच को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।
कुल मिलाकर, यह मुकाबला हाई-स्कोरिंग हो सकता है, जिसमें बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिलेगी। फैंस को एक रोमांचक क्रिकेट जंग की उम्मीद है, जिसमें दोनों टीमें जीत के इरादे से मैदान में उतरेंगी।
सम्बंधित ख़बरें

EV बैटरियों और मोबाइल फोन के आयात शुल्क हटाने से Exide Industries और Amara Raja Energy के शेयर 5% तक उछले

रुपया डॉलर के मुकाबले 3 पैसे मजबूत, 85.94 पर हुई शुरुआत

क्रेडिट कार्ड लोन बकाया ₹2.9 लाख करोड़ तक पहुंचा, PSU बैंकों पर बढ़ता दबाव

अगले सप्ताह चार नए SME IPO और पांच नए लिस्टिंग की तैयारी

Divine Hira Jewellers IPO: क्या लिस्टिंग पर मिलेगा मुनाफा? जानिए GMP और अनुमानित प्राइस
