Gensol Engineering के शेयरों में एक महीने में 54% की गिरावट, प्रमोटर्स ने 2.37% हिस्सेदारी बेची।

संक्षेप:-
Gensol Engineering के प्रमोटर्स ने 2.37% हिस्सेदारी बेच दी, जबकि हाल ही में उन्होंने शेयर बायबैक का आश्वासन दिया था। 7 मार्च को शेयर 3.85% गिरकर ₹322 पर बंद हुआ और पिछले एक महीने में कुल 54% की गिरावट आ चुकी है। ICRA के फर्जीवाड़े के आरोपों और 13 मार्च की बोर्ड मीटिंग को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।

Gensol Engineering का शेयर गिरावट के साथ ₹322 पर बंद हुआ।

क्या चल रहा है Gensol Engineering में?

Gensol Engineering के निवेशकों के लिए यह हफ्ता झटकों से भरा रहा। हाल ही में कंपनी के प्रमोटर्स ने अपनी 2.37% हिस्सेदारी (करीब 9 लाख शेयर) बेच दी, जबकि कुछ दिन पहले ही उन्होंने शेयर बायबैक का आश्वासन दिया था। इस खबर के बाद निवेशकों के बीच बेचैनी बढ़ गई, खासकर तब जब कंपनी के शेयर पहले ही 56% की गिरावट झेल चुके हैं।

बैलेंस शीट मजबूत करने की कोशिश?

कंपनी का कहना है कि प्रमोटर्स ने यह बिक्री लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए की है और इससे मिली राशि को बिजनेस में दोबारा निवेश किया जाएगा। बयान के मुताबिक, यह कदम बैलेंस शीट मजबूत करने और ग्रोथ कैपिटल जुटाने के लिए उठाया गया है।

प्रमोटर्स का कहना है कि इस बिक्री से जितनी रकम मिली है, उतनी या उससे ज्यादा राशि वे वारंट सब्सक्रिप्शन राउंड में निवेश करेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी को अतिरिक्त फंड मिलेगा, जिससे आगे विस्तार किया जा सकेगा।

बायबैक का वादा: अब क्या होगा?

इस हफ्ते की शुरुआत में कंपनी के चेयरमैन और एमडी अनमोल सिंह जग्गी ने CNBC-TV18 से कहा था कि प्रमोटर्स जल्द ही खुले बाजार से शेयर खरीद सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इसके लिए कोई ठोस समयसीमा नहीं दी थी।

उन्होंने यह भी बताया कि प्रमोटर्स ने 870 रुपये प्रति शेयर के भाव पर वारंट जारी किए थे, जिसके जरिए 130 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना थी। फिलहाल 25% (करीब ₹30 करोड़) का भुगतान हो चुका है, जबकि ₹100 करोड़ की राशि बाकी है।

स्टॉक में लगातार गिरावट

7 मार्च को, Gensol Engineering का शेयर NSE पर पिछले बंद स्तर ₹334.8 से 3.85% गिरकर ₹322 पर बंद हुआ। कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। पिछले एक महीने में स्टॉक में कुल 54% की गिरावट आ चुकी है, जिससे निवेशकों की संपत्ति में भारी नुकसान हुआ है।

ICRA के आरोपों ने मचाया हंगामा

इस बीच, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने Gensol Engineering पर लोन रीपेमेंट डॉक्यूमेंट में फर्जीवाड़ा करने का गंभीर आरोप लगाया। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई।

हालांकि, एमडी अनमोल सिंह जग्गी ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उनका कहना है कि कंपनी हमेशा नैतिक मानकों के अनुसार काम करती है और इस मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र कमेटी गठित की गई है।

13 मार्च की बोर्ड मीटिंग पर नजर

अब निवेशकों की नजर 13 मार्च को होने वाली बोर्ड मीटिंग पर टिकी है। इस बैठक में स्टॉक स्प्लिट और फंड रेजिंग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

Gensol Engineering में जो कुछ भी हो रहा है, वह एक महत्वपूर्ण सबक देता है—सिर्फ बायबैक या प्रमोटर्स की बातों पर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। निवेशकों को कंपनी के फंडामेंटल्स, मार्केट ट्रेंड और प्रमोटर्स की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए।

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