हिंदुस्तान यूनिलीवर 3,000 करोड़ रुपये में Minimalist ब्रांड को खरीदने की तैयारी में

हिंदुस्तान यूनिलीवर 3,000 करोड़ रुपये में Minimalist ब्रांड का अधिग्रहण करने की योजना बना रहा है, जो 2-3 वर्षों में पूरा होगा। यह सौदा यूनिलीवर की प्रीमियम स्किनकेयर और हाई-मार्जिन कैटेगरी में विस्तार की रणनीति का हिस्सा है। Minimalist, जो 2024 में 350 करोड़ रुपये का राजस्व कमा चुका है, भारतीय ब्यूटी बाजार में तेजी से बढ़ते D2C ब्रांड्स में से एक है।

Minimalist

भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने स्किनकेयर ब्रांड Minimalist को अधिग्रहित करने की योजना बनाई है। यह डील करीब 3,000 करोड़ रुपये की बताई जा रही है, जिसमें HUL अगले तीन सालों में चरणबद्ध तरीके से कंपनी की पूरी हिस्सेदारी खरीद लेगा।

Minimalist, जिसे 2020 में राहुल और मोहित यादव ने लॉन्च किया था, आज भारत का एक लोकप्रिय डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) स्किनकेयर ब्रांड बन चुका है। यह ब्रांड अपने इंग्रीडिएंट-फोकस्ड प्रोडक्ट्स जैसे सीरम, सनस्क्रीन, और मॉइस्चराइज़र के लिए जाना जाता है।


Minimalist: नई पीढ़ी का भरोसेमंद ब्रांड

Minimalist ने केवल तीन वर्षों में 350 करोड़ रुपये का राजस्व (FY24) अर्जित किया है, जो पिछले साल से 86% अधिक है। कंपनी 2021 से ही मुनाफे में चल रही है, और इसे भारतीय बाजार में अंतरराष्ट्रीय ब्रांड The Ordinary का किफायती विकल्प माना जाता है।

ब्रांड की सफलता की खास वजह इसका डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच और Gen Z एवं मिलेनियल्स के बीच लोकप्रियता है। वर्तमान में, कंपनी की हिस्सेदारी इसके संस्थापकों और प्रमुख निवेशक Peak XV Partners के पास है।


HUL की रणनीति

इस अधिग्रहण से HUL अपनी ब्यूटी और पर्सनल केयर श्रेणी में विस्तार करेगा। हाल ही में कंपनी ने अपने इस बिजनेस को दो हिस्सों में विभाजित किया है:

  1. ब्यूटी और वेलबीइंग
  2. पर्सनल केयर

HUL के सीईओ रोहित जावा ने पहले ही संकेत दिया था कि कंपनी का फोकस प्रीमियम और हाई-मार्जिन प्रोडक्ट्स पर है। Minimalist के अधिग्रहण के जरिए HUL प्रीमियम सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत करेगा।


इंडस्ट्री के लिए क्या है इसका महत्व?

अगर यह अधिग्रहण पूरा होता है, तो यह भारत के स्किनकेयर बाजार में एक बड़ी डील साबित होगी। यह दिखाता है कि नई पीढ़ी के डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड्स अब बड़ी एफएमसीजी कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।

भारतीय ब्यूटी और पर्सनल केयर बाजार करीब $19 बिलियन का है और इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है। HUL का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में प्रीमियम प्रोडक्ट्स की मांग कई गुना बढ़ेगी।


दूसरी कंपनियों की रणनीतियां

केवल HUL ही नहीं, बल्कि अन्य एफएमसीजी कंपनियां भी D2C ब्रांड्स में निवेश कर रही हैं।

  • ITC ने हाल ही में Yogabar को खरीदा और Mother Sparsh में हिस्सेदारी ली।
  • Marico ने Beardo और Plix जैसे ब्रांड्स का अधिग्रहण किया।
  • Tata Consumer और Reliance Retail भी इस क्षेत्र में तेजी से निवेश कर रही हैं।

Minimalist का अधिग्रहण HUL के लिए न केवल स्किनकेयर श्रेणी में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह कंपनी को नई पीढ़ी के ग्राहकों तक पहुंचाने में भी मदद करेगा।

यह डील यह भी दर्शाती है कि भारतीय बाजार में डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड्स किस तरह से एफएमसीजी कंपनियों के लिए बड़े अवसर पैदा कर रहे हैं।

(यह खबर उद्योग के अंदरूनी सूत्रों और रिपोर्ट्स पर आधारित है। आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।)

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