इंफोसिस के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! सैलरी में 5-8% की बढ़ोतरी, नए वेतन पत्र जारी
इंफोसिस ने जूनियर से सीनियर पदों तक 5-8% वेतन बढ़ोतरी की घोषणा की, जबकि टॉप परफॉर्मर्स को डबल डिजिट हाइक मिलेगा। मिड-लेवल कर्मचारियों की सैलरी जनवरी से दो चरणों में बढ़ेगी, और अप्रैल में एसोसिएट वीपी, एसवीपी, ईवीपी पदों पर भी इंक्रीमेंट होगा। कंपनी इस साल 15,000 और 2025-26 में 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती करने की योजना बना रही है। दिसंबर तिमाही में 11.4% की बढ़त के साथ कंपनी का नेट प्रॉफिट 800 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।

इंफोसिस कर्मचारियों के लिए खुशखबरी
इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों के वेतन में 5% से 8% तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। जूनियर से लेकर सीनियर पदों तक इस वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा, जबकि बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को डबल डिजिट हाइक भी मिलेगा। यह फैसला कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने और कंपनी के विकास को गति देने के लिए लिया गया है।
2023 में फिर से शुरू हुआ अप्रेजल साइकिल
बीते कुछ वर्षों में इंफोसिस ने वेतन बढ़ोतरी की नीति में बदलाव किए थे। 2022 में कंपनी ने नकदी बचाने के लिए वेतन वृद्धि रोक दी थी, लेकिन अक्टूबर 2023 में अपना एनुअल अप्रेजल साइकिल फिर से शुरू किया। इस साल की बढ़ोतरी व्यापक आधार पर की गई है, जिसमें कर्मचारियों के प्रदर्शन पर खास ध्यान दिया गया है।
सीनियर कर्मचारियों को अप्रैल में मिलेगा फायदा
मिड-लेवल कर्मचारियों की वेतन वृद्धि जनवरी से दो किस्तों में लागू होगी, जबकि अप्रैल में एसोसिएट वीपी, एसवीपी और ईवीपी स्तर के कर्मचारियों को इंक्रीमेंट मिलेगा। इससे कंपनी अपने अनुभवी कर्मचारियों को बनाए रखने और उन्हें अतिरिक्त प्रोत्साहन देने की कोशिश कर रही है।
भर्ती बढ़ाकर ग्रोथ पर फोकस
इंफोसिस केवल वेतन वृद्धि ही नहीं, बल्कि नए टैलेंट को भी जोड़ने पर फोकस कर रही है। इस साल कंपनी 15,000 फ्रेशर्स को भर्ती करने की योजना बना रही है। वहीं, 2025-26 में 20,000 नए कर्मचारियों को जोड़ा जाएगा, जिससे IT सेक्टर में नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे।
बढ़ता एट्रिशन रेट बना चुनौती
कर्मचारियों को जोड़े रखने की कंपनी की रणनीति के बावजूद, दिसंबर तिमाही में नौकरी छोड़ने की दर (एट्रिशन रेट) बढ़कर 13.7% हो गई, जो पिछली तिमाही में 12.9% थी। हालांकि, इंफोसिस नई भर्तियों और वेतन वृद्धि के जरिए इस चुनौती से निपटने की कोशिश कर रही है।
वित्तीय प्रदर्शन रहा मजबूत
कंपनी के वित्तीय नतीजे भी उत्साहजनक रहे हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट 11.4% बढ़कर 800 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। वहीं, कुल आय 7.6% की बढ़त के साथ 4.9 बिलियन डॉलर रही। इस मजबूती से कंपनी को आगे और विस्तार करने में मदद मिलेगी।
विदेशी कर्मचारियों के लिए सीमित वेतन वृद्धि
भारत में कर्मचारियों को औसतन 6-8% की वेतन बढ़ोतरी मिलेगी, जबकि विदेशों में यह लो सिंगल डिजिट में रहेगी। इंफोसिस की यह नीति वैश्विक बाजार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए तय की गई है। कंपनी का फोकस टॉप टैलेंट को बनाए रखने और वित्तीय संतुलन साधने पर है।
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