IREDA के नतीजों ने बाजार में मचाई हलचल, आय में 35% का उछाल

भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA), जो देश की अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। इन नतीजों ने कंपनी की मजबूती और वित्तीय प्रबंधन में कुशलता को एक बार फिर साबित कर दिया है। IREDA का यह प्रदर्शन न केवल इसकी वित्तीय सेहत को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे यह कंपनी भारत को ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की ओर अग्रसर करने में अहम भूमिका निभा रही है।
कुल आय में जबरदस्त उछाल
दिसंबर 2024 तिमाही में IREDA ने ₹1,698.98 करोड़ की कुल आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही (सितंबर 2024) के ₹1,630.39 करोड़ से 4.21% अधिक है। वहीं, पिछले वर्ष की इसी अवधि (दिसंबर 2023) की आय ₹1,253.19 करोड़ थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी ने साल-दर-साल आधार पर 35.54% की शानदार वृद्धि दर्ज की है।
यह वृद्धि मुख्य रूप से ब्याज आय (Interest Income) और फीस और कमीशन आय (Fees and Commission Income) के बेहतर प्रदर्शन से आई है। कंपनी की ब्याज आय ₹1,654.45 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही की ₹1,577.05 करोड़ से अधिक है। यह न केवल कंपनी की कुशल वित्तीय प्रबंधन नीतियों को दर्शाता है, बल्कि देश में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के बढ़ते प्रभाव को भी रेखांकित करता है।
शुद्ध लाभ में शानदार बढ़ोतरी
IREDA ने दिसंबर 2024 तिमाही में ₹425.38 करोड़ का शुद्ध लाभ (Profit After Tax) अर्जित किया, जबकि पिछली तिमाही में यह ₹387.75 करोड़ था। अगर इसे पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹335.53 करोड़ से तुलना करें, तो कंपनी ने लगभग 26.8% की वृद्धि दर्ज की है।
इसके अलावा, 2024 की नौ महीने की अवधि में शुद्ध लाभ ₹1,196.81 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि 2023 की इसी अवधि में यह ₹914.85 करोड़ था। यह प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि IREDA ने अपने लागत प्रबंधन और ऋण-वसूली तंत्र को और मजबूत किया है।
नेट वर्थ और वित्तीय स्थिरता
कंपनी की नेट वर्थ (Net Worth) दिसंबर 2024 तक ₹9,842.07 करोड़ रही, जो पिछले साल दिसंबर 2023 में ₹8,134.56 करोड़ थी। यह लगभग 20.95% की वृद्धि को दर्शाता है।
नेट वर्थ में यह सुधार IREDA की मजबूत बैलेंस शीट और लंबे समय तक टिकाऊ विकास की क्षमता को दर्शाता है। यह वृद्धि कंपनी के वित्तीय संस्थानों और निवेशकों में इसके प्रति बढ़ते विश्वास को भी दर्शाती है।
ऋण-इक्विटी अनुपात और विस्तार योजनाएं
IREDA का ऋण-इक्विटी अनुपात (Debt-to-Equity Ratio) दिसंबर 2024 में बढ़कर 5.89 हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 5.13 था। इस वृद्धि का कारण कंपनी की फंडिंग में वृद्धि और नए प्रोजेक्ट्स में विस्तार को माना जा सकता है।
कंपनी ने इस अवधि में ₹3,500 करोड़ के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (Non-Convertible Debentures) जारी किए, जिससे अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता को बढ़ावा मिला।
ऑपरेटिंग मार्जिन और मुनाफे की स्थिरता
कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन (Operating Margin) दिसंबर 2024 तक 30.42% रहा, जो पिछले वर्ष के 33.72% से थोड़ा कम है। हालांकि, कंपनी का शुद्ध लाभ मार्जिन (Net Profit Margin) 24.73% पर स्थिर रहा, जो कि पिछले वर्ष के 25.60% के करीब है।
यह इंगित करता है कि कंपनी ने अपनी आय के अन्य घटकों में सुधार करते हुए अपनी लागत को कुशलता से प्रबंधित किया है।
सामाजिक उत्तरदायित्व और निवेश
IREDA ने अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत इस तिमाही में ₹6.19 करोड़ खर्च किए। इसके अलावा, कंपनी ने गुजरात के गिफ्ट सिटी में “IREDA ग्लोबल ग्रीन एनर्जी IFSC लिमिटेड” नामक एक सहायक कंपनी स्थापित की है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए विदेशी मुद्रा में ऋण प्रदान करेगी।
आगे की राह
IREDA का वित्तीय प्रदर्शन दर्शाता है कि यह न केवल एक सरकारी कंपनी है, बल्कि एक ऐसा संस्थान है जो भारत के अक्षय ऊर्जा मिशन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। वित्तीय स्थिरता, बढ़ती आय, और विस्तार योजनाएं इसे ऊर्जा क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बनाती हैं।
कंपनी की यह यात्रा न केवल निवेशकों के लिए लाभदायक साबित हो रही है, बल्कि यह देश के ऊर्जा संसाधनों को अधिक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल बनाने में भी मदद कर रही है। IREDA की यह सफलता निश्चित रूप से भारत को भविष्य में “ग्रीन एनर्जी लीडर” बनाने में सहायक होगी।
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