अब तेलंगाना में नहीं मिलेगा किंगफिशर बियर?, यूबीएल ने आपूर्ति बंद की

यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (UBL) ने तेलंगाना में अपनी किंगफिशर बियर की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से बंद कर दी है, क्योंकि राज्य में बियर की कीमतें 2020 के बाद से नहीं बढ़ी हैं। कंपनी ने आरोप लगाया कि उत्पादन लागत में वृद्धि के बावजूद, राज्य सरकार ने कीमतों में कोई सुधार नहीं किया, जिससे व्यापार असंभव हो गया। अब, तेलंगाना में किंगफिशर बियर उपलब्ध नहीं होगा, जब तक राज्य सरकार कीमतों को बढ़ाने पर सहमत नहीं होती।
किंगफिशर बियर

देश की प्रमुख बियर निर्माता कंपनी यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (UBL) ने तेलंगाना में अपनी बियर की आपूर्ति को तत्काल प्रभाव से रोकने का फैसला लिया है। कंपनी ने यह कदम राज्य में लगातार हो रहे भारी नुकसान के चलते उठाया है। किंगफिशर जैसे लोकप्रिय ब्रांड की निर्माता कंपनी का कहना है कि पिछले चार वर्षों से बियर की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जबकि उत्पादन की लागत में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी।

क्यों बंद किया किंगफिशर की आपूर्ति?

UBL ने अपनी BSE फाइलिंग में बताया कि तेलंगाना के सरकारी स्वामित्व वाली तेलंगाना बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (TGBCL) ने 2020 के बाद से उनके उत्पादों की कीमतें नहीं बढ़ाईं, जिससे उनकी लागत पूरी नहीं हो पा रही थी। उत्पादन लागत बढ़ने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से बियर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया, और यह स्थिति कंपनी के लिए असहनीय हो गई। इस कारण कंपनी को तेलंगाना में बियर की आपूर्ति बंद करने का कठोर कदम उठाना पड़ा।

तेलंगाना की कीमतें अन्य राज्यों से बहुत कम

ब्रुअर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना में बियर की कीमतें बाकी राज्यों से कहीं कम हैं। तेलंगाना में एक बियर के केस की कीमत केवल ₹290-315 है, जबकि कर्नाटका और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में यह ₹550-600 प्रति केस है। इस भिन्नता के कारण, कंपनियों को भारी वित्तीय नुकसान हो रहा था, जो अब अस्थिर हो चुका है।

तेलंगाना में बियर के भविष्य पर असर

विश्लेषकों का कहना है कि तेलंगाना में किंगफिशर बियर की आपूर्ति बंद होने से राज्य में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी पर असर पड़ेगा। यूबीएल तेलंगाना में 70% बाजार हिस्सेदारी के साथ प्रमुख बियर ब्रांड है और राज्य के लगभग 13-14% बियर की बिक्री उसी से होती है। ऐसे में, यदि आपूर्ति फिर से शुरू नहीं होती, तो किंगफिशर जैसे प्रमुख ब्रांड की बिक्री में कमी आ सकती है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति और नुकसान

UBL ने यह भी स्पष्ट किया कि कंपनी तेलंगाना में पिछले कई वर्षों से भारी वित्तीय नुकसान उठा रही थी। कच्चे माल की कीमतों में 35-40% तक वृद्धि हो चुकी है, जबकि राज्य में बियर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया। इससे पहले भी ब्रुअर्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार से कीमतों में वृद्धि की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।

तेलंगाना को राज्य राजस्व में बड़ा नुकसान

UBL ने तेलंगाना सरकार को याद दिलाया कि उनकी कंपनी हर साल राज्य के राजस्व में ₹4,500 करोड़ का योगदान करती है। कंपनी ने राज्य सरकार से अपील की है कि वह इस मुद्दे का हल निकाले ताकि तेलंगाना में उनके उत्पादों की आपूर्ति फिर से शुरू हो सके।

क्या तेलंगाना में किंगफिशर बियर का भविष्य अंधकारमय है?

अभी के लिए यह कहना मुश्किल है कि तेलंगाना में किंगफिशर बियर की आपूर्ति फिर से शुरू होगी या नहीं। हालांकि, अगर राज्य सरकार कीमतों में सुधार और भुगतान की शर्तों में बदलाव नहीं करती, तो यह स्थिति लंबे समय तक जारी रह सकती है और किंगफिशर बियर की उपलब्धता तेलंगाना में खत्म हो सकती है

सम्बंधित ख़बरें

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Scroll to Top