OpenAI की बड़ी मुश्किल! भारतीय कोर्ट में ChatGPT डेटा हटाने पर गंभीर कानूनी संकट

OpenAI ने भारतीय अदालत में कहा कि ChatGPT के डेटा को हटाने का आदेश अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन करेगा, क्योंकि वह अमेरिका में मुकदमे का सामना कर रहा है। ANI ने OpenAI पर बिना अनुमति के अपनी सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। मामले की सुनवाई 28 जनवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय में होगी।
ChatGPT

OpenAI ने भारतीय अदालत में यह तर्क दिया है कि यदि भारत में कोर्ट द्वारा उसके ChatGPT मॉडल के लिए उपयोग किए गए प्रशिक्षण डेटा को हटाने का आदेश दिया जाता है, तो यह अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन होगा।

Microsoft के सहयोग से काम करने वाली AI कंपनी ने भारतीय अदालत को यह भी सूचित किया कि उसके खिलाफ ANI द्वारा दायर किए गए कॉपीराइट उल्लंघन मामले की सुनवाई का अधिकार भारतीय अदालतों के पास नहीं है, क्योंकि OpenAI का भारत में कोई स्थापित कार्यालय नहीं है।

यह मामला तब सामने आया जब ANI ने दिल्ली में नवंबर 2023 में OpenAI पर आरोप लगाया था कि उसने बिना अनुमति के ANI की सामग्री का उपयोग करके ChatGPT को प्रशिक्षित किया। ANI ने यह भी दावा किया कि OpenAI को आदेश दिया जाना चाहिए कि वह ANI की सामग्री को अपने सिस्टम से हटा दे।

OpenAI ने अपने जवाब में यह कहा कि वह पहले ही ANI की सामग्री का उपयोग करना बंद कर चुका है, लेकिन यह सामग्री अब भी ChatGPT में मौजूद है और इसे हटाने के लिए भारतीय अदालतों का आदेश सही नहीं होगा।

10 जनवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय में 86 पृष्ठों की फाइलिंग में OpenAI ने यह भी बताया कि वह इस मामले में अमेरिकी अदालतों में मुकदमे का सामना कर रहा है, और अमेरिकी कानूनों के तहत उसे अपनी प्रशिक्षण डेटा को हटाने का आदेश नहीं दिया जा सकता। OpenAI ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी कानूनों के अनुसार, कंपनी को इस डेटा को संरक्षित करना है, जबकि सुनवाई चल रही है।

OpenAI का कहना है कि ANI द्वारा मांगी गई राहत भारतीय अदालतों की प्रक्रिया के दायरे में नहीं आती, क्योंकि कंपनी का भारत में कोई कार्यालय नहीं है और न ही इसके डेटा सर्वर भारत में स्थित हैं।

ANI ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि वह विश्वास करता है कि दिल्ली उच्च न्यायालय को इस मामले पर निर्णय लेने का अधिकार है। इसके अलावा ANI ने OpenAI की व्यावसायिक साझेदारियों और ChatGPT के माध्यम से ANI की सामग्री के उपयोग पर चिंता व्यक्त की है, जिसे वह अनुचित प्रतिस्पर्धा मानता है।

हालांकि, OpenAI ने अपनी जवाबी फाइलिंग में यह कहा कि ANI ने अपने ही लेख के अंशों का उपयोग करके ChatGPT को मार्गदर्शन देने का प्रयास किया, ताकि उसे खास परिणाम प्राप्त हो सकें।

यह मामला 28 जनवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय में अगली सुनवाई के लिए रखा गया है। OpenAI के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुकदमा है, क्योंकि यह AI और कॉपीराइट के मुद्दों पर बढ़ते दबाव को दर्शाता है।

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