Paytm को FEMA उल्लंघन के लिए शो-कॉज नोटिस, दो सहायक कंपनियों के अधिग्रहण पर सवाल

संक्षेप:-
Paytm को प्रवर्तन निदेशालय (ED) से FEMA उल्लंघन के आरोप में शो-कॉज नोटिस मिला है, जो 2015-2019 के बीच दो सहायक कंपनियों (LIPL और NIPL) के अधिग्रहण से जुड़ा है। कंपनी का कहना है कि ये लेनदेन अधिग्रहण से पहले हुए थे और वह नियामक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है। Paytm ने स्पष्ट किया कि इसका उसकी सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा, और वह कानूनी समाधान तलाश रही है।

Paytm को प्रवर्तन निदेशालय (ED) से FEMA उल्लंघन के मामले में शो-कॉज नोटिस मिला।
डिजिटल पेमेंट और फाइनेंस टेक्नोलॉजी की अग्रणी कंपनी Paytm को भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) से एक शो-कॉज नोटिस मिला है। यह नोटिस विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 के उल्लंघन के आरोप में जारी किया गया है। मामला 2015 से 2019 के बीच दो सहायक कंपनियों – Little Internet Private Limited (LIPL) और Nearbuy India Private Limited (NIPL) के अधिग्रहण से संबंधित है।

FEMA क्या है?

विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 भारत में विदेशी मुद्रा प्रवाह और भुगतान को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया था। इसका उद्देश्य भारत में विदेशी निवेश को बढ़ावा देना और अवैध विदेशी लेनदेन को रोकना है। FEMA के तहत, कोई भी भारतीय कंपनी या व्यक्ति विदेशी मुद्रा से जुड़े लेनदेन के लिए कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने के लिए बाध्य होता है। यदि कोई कंपनी या व्यक्ति इसके नियमों का उल्लंघन करता है, तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।

Paytm का बयान

कंपनी ने स्पष्ट किया कि यह कथित उल्लंघन उन लेनदेन से जुड़े हैं, जो उन कंपनियों के अधिग्रहण से पहले हुए थे। यानी, जब LIPL और NIPL Paytm की सहायक कंपनियां नहीं थीं। कंपनी ने कहा कि वह इस मामले में कानूनी सलाह ले रही है और नियामक प्रक्रियाओं के तहत उचित समाधान तलाश रही है।

सेवाओं पर कोई असर नहीं

Paytm ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में दोहराया कि यह मामला उसकी सेवाओं पर कोई प्रभाव नहीं डालेगा। ग्राहक और व्यापारी पहले की तरह कंपनी की सेवाओं का निर्बाध उपयोग कर सकते हैं। Paytm ऐप पूरी तरह से चालू और सुरक्षित बना हुआ है।

कानूनी और नियामक प्रक्रिया

Paytm ने जोर देकर कहा कि वह हमेशा पारदर्शिता, शासन और अनुपालन के सिद्धांतों का पालन करती है। कंपनी ने कहा कि वह इस मुद्दे को प्रासंगिक कानूनों के अनुसार हल करने पर केंद्रित है और अपने लाखों उपयोगकर्ताओं और व्यापार भागीदारों की सेवा जारी रखेगी।

शो-कॉज नोटिस का विवरण

One97 Communications Limited (Paytm की मूल कंपनी) ने BSE को सूचित किया कि उसे 28 फरवरी 2025 को यह नोटिस मिला। यह नोटिस न केवल कंपनी बल्कि उसकी अधिग्रहीत कंपनियों – LIPL और NIPL, साथ ही कुछ वर्तमान और पूर्व निदेशकों और अधिकारियों को भी जारी किया गया है।

Paytm ने कहा, “कंपनी नियामक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए इस मुद्दे को हल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।” कंपनी ने यह भी दोहराया कि उसके ग्राहकों और व्यापारियों के लिए कोई जोखिम नहीं है और उनकी सेवाएं हमेशा की तरह सुचारू रूप से चलती रहेंगी।

Paytm ने अपने बिजनेस एथिक्स और कानून के अनुपालन को प्राथमिकता देने की बात कही है। हालांकि FEMA उल्लंघन का मामला एक चुनौतीपूर्ण स्थिति हो सकती है, लेकिन कंपनी इसे कानून के अनुसार हल करने का पूरा प्रयास कर रही है। उपयोगकर्ताओं और व्यापारियों को किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि कंपनी की सभी सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं।

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