सेंसेक्स और निफ्टी में 2% से ज्यादा की तेजी: ट्रम्प के टैरिफ छूट और ग्लोबल संकेतों ने बाजार को दी रफ्तार

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी का जश्न मनाया, जिसमें प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए। यह उछाल मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई सकारात्मक लहर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों पर टैरिफ में दी गई अस्थायी राहत के कारण देखने को मिली। सोमवार को बाजार के बंद रहने के बाद मंगलवार को बैंकिंग, ऑटोमोबाइल और आईटी क्षेत्र के शेयरों ने बाजार को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1,750.37 अंकों की तेजी (2.32 प्रतिशत) के साथ 76,907.63 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि एनएसई का निफ्टी 539.80 अंकों (2.36 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 23,368.35 पर बंद हुआ। बाजार के सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में रहे, जिससे निवेशकों के मन में एक नई उम्मीद जगी।
बाजार में इस तेजी के पीछे प्रमुख वजहें
- अमेरिका की टैरिफ छूट से मिली राहत:
निवेशकों के मनोबल को बढ़ाने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हालिया घोषणा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि स्मार्टफोन, लैपटॉप और कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को चीन से आयात पर लगने वाले 125 प्रतिशत के प्रस्तावित टैरिफ और वैश्विक स्तर पर 10 प्रतिशत के फ्लैट टैरिफ से अस्थायी छूट दी जाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी आयात शुल्क में कुछ राहत मिल सकती है।हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अभी पूरी तरह से राहत की स्थिति नहीं बनी है। ट्रम्प ने एक दिन बाद स्पष्ट किया कि ये उत्पाद “अभी दूसरे टैरिफ बकेट में शिफ्ट किए जाएंगे”। साथ ही, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में सेमीकंडक्टर जैसे उत्पादों पर नए टैरिफ लगाए जा सकते हैं।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विकास जैन ने कहा, “अमेरिका सरकार ने कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को टैरिफ से बाहर रखकर चीन के प्रति अपने रुख में नरमी दिखाई है। इससे वैश्विक बाजारों में सकारात्मक माहौल बना है। इसके अलावा, ट्रम्प ने वाहनों और ऑटो पार्ट्स पर भी टैरिफ में छूट देने पर विचार करने की बात कही है, जिससे ट्रेड वॉर को लेकर बाजार की चिंताएं कुछ कम हुई हैं।”
- वैश्विक बाजारों में सुधार:
अमेरिकी बाजारों में टैरिफ राहत की खबर के बाद टेक्नोलॉजी शेयरों, विशेष रूप से ऐपल के शेयरों में तेजी देखी गई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 312.08 अंक (0.78 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 40,524.79 पर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 ने 0.79 प्रतिशत और नैस्डैक कंपोजिट ने 0.64 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। एशियाई बाजारों में भी दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स पॉजिटिव ट्रेड करते नजर आए। - रुपये में मजबूती:
घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के साथ-साथ रुपये ने भी डॉलर के मुकाबले अपनी स्थिति मजबूत की। मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 39 पैसे की बढ़त के साथ 85.71 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों का मानना है कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये को सपोर्ट दिया। - बाजार की अस्थिरता में कमी:
बाजार की अस्थिरता को दर्शाने वाले इंडिया वीआईएक्स (VIX) में मंगलवार को तेज गिरावट देखी गई। यह सूचकांक 16.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16.77 के स्तर पर आ गया, जो इस बात का संकेत है कि निवेशकों के बीच डर कम हुआ है और बाजार में स्थिरता लौट रही है। - बड़े शेयरों ने दिखाई ताकत:
बाजार में इस तेजी के पीछे बड़ी कंपनियों के शेयरों में आई खरीदारी भी एक प्रमुख कारण रही। टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो और इंडसइंड बैंक जैसे भारी-भरकम शेयरों में जोरदार खरीदारी देखी गई। बैंकिंग सेक्टर का प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा, जहां निफ्टी बैंक इंडेक्स 2.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,000 के स्तर को पार कर गया। प्राइवेट क्षेत्र के प्रमुख बैंकों एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में भी करीब 3 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
हालांकि बाजार में इस तेजी से निवेशकों के मनोबल में सुधार हुआ है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि अभी भी कुछ अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर को लेकर जारी तनाव और वैश्विक आर्थिक स्थितियों पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। अगर टैरिफ को लेकर और सकारात्मक खबरें आती हैं, तो बाजार को आगे भी सपोर्ट मिल सकता है। हालांकि, निवेशकों को अभी भी सतर्क रहने और बाजार की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जा रही