Swiggy के शेयर 3% गिरे, दिसंबर से अब तक 49% की गिरावट के साथ रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचे
संक्षेप
Swiggy के शेयर 3% गिरकर ₹314.35 के नए निचले स्तर पर पहुंच गए, जो दिसंबर 2024 के उच्चतम स्तर ₹617 से 49% की गिरावट दर्शाता है। फरवरी 5, 2025 से अब तक स्टॉक 28% टूट चुका है, जिसका कारण कंपनी के कमजोर Q3FY25 नतीजे और बढ़ते नुकसान हैं। ब्रोकरेज फर्मों ने Swiggy को डाउनग्रेड किया है

फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Swiggy के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। गुरुवार को बीएसई (BSE) पर इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान स्टॉक 3% गिरकर ₹314.35 के नए लो पर पहुंच गया। दिसंबर 2024 से अब तक इसमें 49% की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
Swiggy के शेयरों में बीते छह दिनों में 13% की गिरावट आई है, जबकि 5 फरवरी 2025 से अब तक स्टॉक 28% नीचे आ चुका है। दिसंबर 2024 तिमाही के कमजोर नतीजों के बाद निवेशकों ने भारी बिकवाली की, जिससे स्टॉक का मूल्य ₹617 (23 दिसंबर 2024 का उच्चतम स्तर) से 49% गिर गया। इतना ही नहीं, शेयर अब अपने इश्यू प्राइस ₹390 से भी 19% नीचे ट्रेड कर रहा है।
बढ़ते घाटे से निवेशकों की चिंता
Swiggy का समेकित शुद्ध घाटा (Net Loss) Q3FY25 में बढ़कर ₹799 करोड़ हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹574.3 करोड़ था। पिछली तिमाही (Q2FY25) में भी कंपनी ने ₹625.50 करोड़ का घाटा दर्ज किया था। हालांकि, कंपनी की परिचालन आय (Revenue) सालाना आधार पर 31% बढ़कर ₹3,993 करोड़ हो गई, जिससे यह साफ है कि मुख्य बिजनेस में डिमांड बनी हुई है।
Swiggy का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 38% बढ़कर ₹12,165 करोड़ हो गया, लेकिन एडजस्टेड EBITDA लॉस 2% सालाना घटकर ₹490 करोड़ रह गया। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही आधार पर EBITDA लॉस ₹149 करोड़ तक बढ़ा, जिससे कंपनी की परिचालन लागत की चुनौती बनी हुई है।
ब्रोकर फर्म्स ने घटाया रेटिंग, निवेशकों की चिंता बढ़ी
बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) सिक्योरिटीज ने Swiggy की रेटिंग ‘बाय’ से घटाकर ‘अंडरपरफॉर्म’ कर दी है, जबकि Zomato की रेटिंग भी ‘बाय’ से ‘न्यूट्रल’ कर दी गई है। विश्लेषकों का मानना है कि दोनों कंपनियों के लाभप्रदता (Profitability) में सुधार की संभावना कम है, जिससे इनके स्टॉक दबाव में रह सकते हैं।
ICICI सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि क्विक कॉमर्स में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ज्यादा कैश बर्न की वजह से निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है। हालांकि, फूड डिलीवरी बिजनेस लगातार बढ़ रहा है, लेकिन तिमाही में कुछ सुस्ती के संकेत मिले हैं।
क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?
Motilal Oswal Financial Services (MOFSL) के अनुसार, Swiggy और Zomato का डुओपॉली (दो प्रमुख कंपनियों का वर्चस्व) बना रहेगा, लेकिन तगड़ी प्रतिस्पर्धा से लाभप्रदता दबाव में रह सकती है।
फूड डिलीवरी का बाजार स्थिर बना हुआ है, लेकिन 10-मिनट फूड डिलीवरी जैसे नए ट्रेंड्स से औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) पर असर पड़ सकता है।
Swiggy की क्विक कॉमर्स यूनिट में डार्क स्टोर का आक्रामक विस्तार भी मुनाफे के दबाव का कारण बन सकता है।
निवेशकों को फिलहाल क्विक कॉमर्स से ज्यादा फूड डिलीवरी बिजनेस पर फोकस करना चाहिए।
Swiggy में निवेश करें या नहीं?
Swiggy का स्टॉक कमजोर प्रदर्शन के कारण अपने इश्यू प्राइस से भी नीचे ट्रेड कर रहा है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ पॉजिटिव है, लेकिन तेजी से बढ़ते घाटे और तगड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते निकट भविष्य में इसमें ज्यादा उछाल की संभावना कम है।
जो निवेशक लॉन्ग-टर्म पर्सपेक्टिव रखते हैं, वे इस स्टॉक को एक साल से ज्यादा की अवधि के लिए होल्ड कर सकते हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म निवेशकों के लिए रिस्क बना हुआ है।

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