TCS की तीसरी तिमाही में 26% YoY वृद्धि, $10.2 बिलियन का रिकॉर्ड ऑर्डर बुक, भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत

BTCS की तीसरी तिमाही में 26% YoY वृद्धि, $10.2 बिलियन का रिकॉर्ड ऑर्डर बुक, भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत
TCS ने Q3 में $10.2 बिलियन का रिकॉर्ड ऑर्डर बुक दर्ज किया, जो 26% YoY वृद्धि दर्शाता है। कंपनी का शुद्ध लाभ 12% बढ़कर Rs 12,380 करोड़ रहा, जबकि राजस्व Rs 63,973 करोड़ था। भारत में 70% वृद्धि के साथ कंपनी ने डिजिटल और एआई समाधानों में निवेश बढ़ाने का संकेत दिया है।
TCS office

भारत की सबसे बड़ी IT सेवा कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), ने अपनी तीसरी तिमाही (Q3) के लिए एक ऐतिहासिक प्रदर्शन की घोषणा की है। कंपनी का कुल अनुबंध मूल्य (TCV) दिसंबर 31, 2024 को समाप्त तिमाही में $10.2 बिलियन तक पहुंच गया, जो पिछले पांच वर्षों में अब तक का सबसे उच्चतम आंकड़ा है। यह वृद्धि 26% की साल दर साल (YoY) वृद्धि को दर्शाती है, और यह एक समय में हुई है जब IT उद्योग के लिए सामान्यत: कमजोर तिमाही मानी जाती है, खासकर उत्तर अमेरिका जैसे प्रमुख बाजारों में छुट्टियों के मौसम के कारण।

Q3 में रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और महत्वपूर्ण सौदे

TCS ने अपनी तीसरी तिमाही में $8.1 बिलियन के अनुबंध मूल्य की तुलना में 25.93% अधिक TCV हासिल किया है। पिछली तिमाही की तुलना में यह वृद्धि 18.6% रही। कंपनी के लिए इस तिमाही के प्रमुख सौदों में आयरलैंड के विभाग के साथ 15 साल का एंड-टू-एंड डिजिटल समाधान सौदा, एयर फ्रांस-केएलएम के साथ एक एआई-रेडी, क्लाउड नेटिव डेटा लैंडस्केप सौदा, बैंक ऑफ भूटान के साथ एक ट्रांसफॉर्मेशन सौदा, डेनमार्क के टेलिनोर के साथ पांच साल का सौदा विस्तार और भारत सरकार के SPARSH (पेंशन प्रशासन प्रणाली) के लिए तीन साल का हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर सौदा शामिल हैं। इन सौदों के माध्यम से TCS ने विभिन्न उद्योगों और भौगोलिक क्षेत्रों में अपने प्रभाव को और मजबूत किया है।

CEO का बयान: दीर्घकालिक विकास के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण

TCS के CEO और MD, श्री K Krithivasan ने Q3 के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, “हम Q3 में शानदार TCV प्रदर्शन से प्रसन्न हैं, जो उद्योगों, भौगोलिक क्षेत्रों और सेवा लाइनों के बीच अच्छी तरह से वितरित हुआ है, जिससे दीर्घकालिक विकास के लिए अच्छी दृश्यता मिलती है। BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा) और CBG (कंज्यूमर बिजनेस) का विकास पर लौटना, क्षेत्रीय बाजारों का शानदार प्रदर्शन और कुछ वर्टिकल्स में डिस्क्रेशनरी खर्च में सुधार के शुरुआती संकेत हमें भविष्य के लिए आश्वस्त करते हैं।“

उन्होंने आगे कहा, “हमारी लगातार निवेशों में अपस्किलिंग, एआई/जनरेटिव एआई इनोवेशन्स और साझेदारियों का महत्व है, जो हमें आने वाले समय में और भी अधिक अवसरों को पकड़ने के लिए सक्षम बनाते हैं।“

भौगोलिक प्रदर्शन और भारत की भूमिका

TCS के लिए इस तिमाही में भौगोलिक दृष्टिकोण से भारत बाजार सबसे बड़ा योगदानकर्ता रहा। भारत में TCS की YoY वृद्धि 70.2% रही, जो CC (Constant Currency) टर्म्स में मापी गई है। इस वृद्धि को मुख्य रूप से BSNL सौदे द्वारा बढ़ावा मिला है, जो Rs 15,000 करोड़ का है और जो TCS के लिए एक महत्वपूर्ण दीर्घकालिक परियोजना है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि इस परियोजना के शिखर राजस्व उत्पन्न करने के चरण को पार कर जाने के बाद अगले कुछ तिमाहियों में इसमें धीमा असर देखने को मिल सकता है।

MEA (मध्य-पूर्व और अफ्रीका) क्षेत्र में 15% की वृद्धि रही, जबकि एशिया पैसिफिक में 5.8% और लैटिन अमेरिका में 7% की वृद्धि देखने को मिली। इसके विपरीत, TCS के प्रमुख कोर बाजार जैसे उत्तर अमेरिका में 2.3% की गिरावट आई है, जबकि UK में 4.1% की वृद्धि हुई है। क़ंटिनेंटल यूरोप में 1.5% की कमी आई है।

वर्टिकल्स में प्रदर्शन

TCS के प्रमुख वर्टिकल्स में BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) ने 0.9% की मामूली वृद्धि दर्ज की, जो कंपनी के कुल राजस्व का 30-40% हिस्सा है। कंज्यूमर बिजनेस में 1.1% की वृद्धि हुई, जबकि टेक्नोलॉजी सेवाओं में 0.4% की गिरावट आई और संचार एवं मीडिया वर्टिकल में 10.6% की गिरावट देखने को मिली। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि कुछ वर्टिकल्स में सुधार के शुरुआती संकेत हैं, जबकि कुछ क्षेत्रों में चुनौतियां बनी हुई हैं।

Q3 के वित्तीय परिणाम और राजस्व

TCS ने 9 जनवरी 2025 को अपनी तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 12% बढ़कर Rs 12,380 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल के Rs 11,058 करोड़ के मुकाबले अधिक है। यह वृद्धि अनुमान से थोड़ा अधिक रही है। हालांकि, कंपनी का समेकित राजस्व Rs 63,973 करोड़ रहा, जो पिछले साल के Rs 60,583 करोड़ से 6% अधिक है, लेकिन यह विश्लेषकों की उम्मीदों से कम था।

चरणबद्ध दृष्टिकोण से, TCS का शुद्ध लाभ तिमाही दर तिमाही 4% बढ़ा है। ये आंकड़े बताते हैं कि TCS अपने वित्तीय परिणामों में स्थिरता और विकास बनाए रखने में सक्षम रही है, खासकर चुनौतीपूर्ण समय में।

भविष्य की दिशा और निवेश की रणनीतियां

TCS के लिए अगले कुछ तिमाहियों में दीर्घकालिक विकास की दिशा सकारात्मक बनी हुई है, खासकर एआई, क्लाउड और डिजिटल समाधानों में बढ़ती मांग को देखते हुए। कंपनी ने अपस्किलिंग, एआई और जनरेटिव एआई इनोवेशन्स के क्षेत्र में निवेशों को प्राथमिकता दी है, जिससे उसे आगामी अवसरों का फायदा उठाने में मदद मिलेगी। साथ ही, कंपनी अपनी वैश्विक साझेदारियों को भी बढ़ा रही है, जो उसे और भी नए बाजारों और क्षेत्रों में प्रवेश करने में सक्षम बनाएगी।

 TCS का मजबूत प्रदर्शन और दीर्घकालिक विकास

TCS ने अपनी तीसरी तिमाही में जबरदस्त सफलता हासिल की है और एक मजबूत वित्तीय स्थिति को बनाए रखते हुए वैश्विक बाजारों में अपना दबदबा बढ़ाया है। कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतियां, जैसे कि डिजिटल और एआई समाधानों में निवेश और वैश्विक विस्तार, इसे भविष्य के लिए और भी मजबूत बनाएंगी। TCS का रिकॉर्ड ऑर्डर बुक, नई डील्स और मजबूत वित्तीय परिणाम यह दर्शाते हैं कि कंपनी तकनीकी क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता और नेतृत्व बनाए रखने के लिए तैयार है।

Scroll to Top