Vedanta की Q4FY25 में शानदार वित्तीय प्रदर्शन, मुनाफा 154% बढ़कर ₹3,483 करोड़

Vedanta ने Q4FY25 में 154% मुनाफा बढ़ाकर ₹3,483 करोड़ तक पहुँचाया, जो उच्च उत्पादन व लागत में कमी के कारण हुआ। कंपनी का कुल राजस्व ₹41,216 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष से 14% अधिक है। कंपनी का लक्ष्य FY26 में विकास और दक्षता पर जोर देते हुए उच्च वॉल्यूम और लागत कम करने पर केंद्रित रहेगा।
Vedanta Q4FY25 वित्तीय परिणाम, जो मुनाफे और राजस्व में मजबूत वृद्धि दिखाता है।
Vedanta का मुनाफा Q4FY25 में 154% बढ़कर ₹3,483 करोड़ पहुंचा, रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त किया।

Vedanta ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा ₹3,483 करोड़ पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹1,369 करोड़ से 154.4% अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से उत्पादन लागत में कमी और उच्च वॉल्यूम्स के कारण हुई है। इसके साथ ही कंपनी का कुल आय ₹41,216 करोड़ रहा, जो कि पिछले वर्ष के ₹36,093 करोड़ से 14% अधिक है।

तिमाही का उच्चतम राजस्व

Vedanta ने इस तिमाही में ₹39,789 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो एक रिकॉर्ड है। यह 14% की सालाना वृद्धि को दर्शाता है। कंपनी के लिए यह तिमाही इतिहास में सबसे अच्छे वित्तीय परिणामों में से एक रही। शुद्ध मुनाफे (PAT) में भी शानदार वृद्धि देखी गई, जो ₹4,961 करोड़ तक पहुंच गया। यह पिछले वर्ष की तुलना में 118% अधिक है और तिमाही दर तिमाही (Q-o-Q) 2% की वृद्धि को दर्शाता है।

ऑपरेशनल एक्सीलेंस और लागत अनुकूलन

Vedanta के CFO अजय गोयल ने इस शानदार वित्तीय प्रदर्शन का श्रेय ऑपरेशनल एक्सीलेंस, लागत अनुकूलन और सकारात्मक बाजार गतिशीलताओं को दिया। उन्होंने कहा, “यह प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि हमारी बिजनेस स्ट्रैटेजी ने सही दिशा में काम किया है, और कंपनी ने अपने संचालन में उत्कृष्टता प्राप्त की है।”

उत्पादन वृद्धि और लागत में कमी

कंपनी ने इस तिमाही में एल्यूमिनियम और जिंक के उत्पादन में उच्चतम वार्षिक वॉल्यूम हासिल किए। Vedanta ने जिंक इंडिया के उत्पादन लागत (CoP) को चार साल के निम्नतम स्तर तक लाया। इसके अलावा, कंपनी ने एल्यूमिना से बाहर के उत्पादन लागत में भी महत्वपूर्ण कमी की। कंपनी ने उत्पादन के खर्च को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे उसे लाभ हुआ है।

भविष्य की दिशा: विकास और दक्षता

Vedanta के कार्यकारी निदेशक, अरुण मिश्रा ने भविष्य की दिशा पर जोर देते हुए कहा, “हमारा दृष्टिकोण वित्तीय वर्ष 2026 में विकास और दक्षता पर केंद्रित रहेगा। हम कई रणनीतिक परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जैसे कि लांजीगढ़ विस्तार और सिजिमाली बॉक्साइट खदान, जो अगले वित्तीय वर्ष में हमारे लागत ढांचे को और सुधारने में मदद करेंगे।” मिश्रा ने यह भी बताया कि कंपनी विभिन्न वॉल्यूम विस्तार परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तैयार है, जिससे वह अगले साल भी मजबूत प्रदर्शन जारी रखने के लिए आश्वस्त है।

Vedanta का वैश्विक प्रभाव

Vedanta, Vedanta Resources की एक सहायक कंपनी है, और यह दुनिया की प्रमुख प्राकृतिक संसाधन, क्रिटिकल मिनरल्स, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक है। कंपनी का व्यापार विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें तेल और गैस, जिंक, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क और इस्पात शामिल हैं। कंपनी का संचालन भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लाइबेरिया, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, कोरिया, ताइवान और जापान में है।

कंपनी ने अपनी चौथी तिमाही में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ वित्तीय वर्ष 2025 का समापन किया है, और आने वाले समय में भी इसके और बेहतर परिणाम की उम्मीद जताई जा रही है।

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