Suzlon Energy ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दुनिया की टॉप-10 टर्बाइन कंपनियों में जगह बना ली है। इस सफलता का असर इसके शेयर पर भी पड़ा है।
पिछले तीन सालों में Suzlon का शेयर ₹1.51 से बढ़कर ₹86 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है, जिसने इसे निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है।
मार्च 2020 में आर्थिक संकट और चुनौतियों से जूझती Suzlon ने नए प्रोजेक्ट्स, तकनीकी सुधार, और रणनीतिक फैसलों के चलते मजबूती के साथ वापसी की।
Suzlon का S144 मॉडल कम हवा में भी बेहतरीन प्रदर्शन करता है। यह टर्बाइन मॉडल दुनिया भर में खासा लोकप्रिय हो चुका है।
Suzlon ने चीनी कंपनियों के दबदबे के बावजूद ग्लोबल मार्केट में मजबूत उपस्थिति दर्ज की है, खासकर S144 टर्बाइन मॉडल के बड़े ऑर्डर्स के चलते।
Suzlon ने NTPC ग्रीन एनर्जी और जिंदल रिन्यूएबल्स जैसे बड़े ग्राहकों से ऑर्डर प्राप्त किए हैं, जो भारतीय पवन ऊर्जा सेक्टर में इसकी जगह को मजबूत कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए, Suzlon को आने वाले समय में और बड़े विदेशी ऑर्डर्स मिलने की संभावना है।
पिछले एक साल में Suzlon के शेयर ने 115% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, जिसने इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।
कंपनी ने पवन ऊर्जा क्षेत्र में तकनीकी उन्नति पर निवेश बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन कर सके।
Suzlon Energy की सफलता भारतीय और ग्लोबल मार्केट में एक मजबूत स्थान बनाने की ओर संकेत करती है। इस रफ्तार से कंपनी आने वाले वर्षों में और भी ऊंचाइयों को छू सकती है।