Gold Price Today: दशहरे पर बढ़े सोने के दाम, जानें अपने शहर के सोने-चांदी के नए रेट
देशभर में सोने और चांदी के दामों में तेजी से वृद्धि हो रही है, और करवा चौथ से पहले इन दामों में और इजाफा होने की उम्मीद है। आज (12 अक्टूबर 2024) सोने की कीमतों में कल की तुलना में बढ़ोतरी देखी गई है।आज के सोने के दाम (12 अक्टूबर 2024): 22 कैरेट सोना: ₹70,960 प्रति 10 ग्राम, 24 कैरेट सोना: ₹77,410 प्रति 10 ग्राम
दशहरे के शुभ अवसर पर सोने की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिली है। आज, 12 अक्टूबर 2024 को सोने के दाम कल की तुलना में और ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। इस दिन 22 कैरेट सोना ₹70,960 प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिक रहा है, जबकि 24 कैरेट सोना ₹77,410 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। त्योहारों के इस खास मौके पर सोने की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जो भारतीय बाजार के लिए कोई नई बात नहीं है।
अगर हम कल के दामों से तुलना करें, तो 11 अक्टूबर 2024 को 22 कैरेट सोना ₹70,560 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना ₹76,950 प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध था। इस प्रकार, एक दिन में सोने के दामों में ₹400 तक का इजाफा हुआ है, जो त्योहारों के दौरान बढ़ती मांग का संकेत है।
भारत में दशहरे जैसे बड़े त्योहारों पर सोने की खरीदारी का एक विशेष महत्व है। इसे शुभ माना जाता है, और कई परिवार इस समय अपने गहने और अन्य सोने के निवेश की योजना बनाते हैं। पारंपरिक रूप से, सोने को सुरक्षा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, और यही वजह है कि हर साल त्योहारों के समय सोने की मांग में इजाफा देखा जाता है। मांग बढ़ने के साथ ही, स्वर्ण बाजार में कीमतें भी ऊंची हो जाती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, त्योहारी सीजन में सोने की कीमतें बढ़ने का एक प्रमुख कारण बाजार में सोने की अधिक मांग है। लोग इस समय अपने निवेश को सुरक्षित करने के लिए सोने की खरीदारी करते हैं। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर भारतीय बाजारों पर पड़ता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर के मजबूत होने और महंगाई की दरों में बदलाव भी सोने की कीमतों पर प्रभाव डालते हैं।
जो लोग दशहरे पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह समय खास हो सकता है, क्योंकि अभी तक कीमतों में तेजी जारी है। भविष्य में कीमतें और भी बढ़ सकती हैं, इसलिए खरीदारी करने से पहले सोने की कीमतों पर नज़र रखना जरूरी है। त्योहारों के दौरान सोने की खरीदारी को शुभ और लाभदायक माना जाता है, इसलिए लोग इस समय अपने निवेश में सोने को शामिल करते हैं।
करवा चौथ भारत में एक प्रमुख त्योहार है, जहां विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन सोने और गहनों की विशेष रूप से खरीदारी होती है, जिससे सोने की मांग में तेजी देखी जाती है। इस त्योहार पर गहनों की खरीदारी को शुभ और प्रेम का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस दौरान सोने की कीमतें अक्सर बढ़ जाती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि करवा चौथ के समय सोने के दामों में और उछाल आने की संभावना है। त्योहारी सीजन में सोने की मांग में वृद्धि के साथ, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में होने वाले उतार-चढ़ाव भी भारतीय बाजार में सोने की कीमतों पर असर डाल सकते हैं। वर्तमान में, वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें महंगाई, डॉलर की मजबूती, और अन्य आर्थिक कारकों से प्रभावित हो रही हैं, जो भारतीय सोने के दामों में भी योगदान दे रही हैं। करवा चौथ जैसे त्योहार के करीब आते ही सोने के भाव और बढ़ने की संभावना है, खासकर जब बाजार में मांग उच्चतम स्तर पर हो जाती है।
करवा चौथ के दौरान, गहनों की खरीदारी की परंपरा सदियों पुरानी है। इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए गिफ्ट खरीदती हैं, और सोने के आभूषण उनकी पसंदीदा वस्तु होती है। यही वजह है कि त्योहारों के दौरान सोने की मांग में तेजी आती है और कीमतों में वृद्धि होती है। ऐसे में जो लोग सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए करवा चौथ से पहले खरीदारी का समय महत्वपूर्ण हो सकता है।
त्योहारों के इस समय में, भारतीय घरों में सोने को एक निवेश के रूप में भी देखा जाता है। त्योहारों के दौरान सोने की खरीदारी को शुभ माना जाता है, और इसे परिवार की समृद्धि का प्रतीक भी समझा जाता है। करवा चौथ के अवसर पर भी यही स्थिति रहती है। बाजार के जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में, खासकर करवा चौथ के करीब, सोने के दामों में और इजाफा हो सकता है।