रिलायंस इंडस्ट्रीज(Reliance Q2 Results ) ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में दिखाई मजबूती, ₹19,323 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया

कंपनी का कुल राजस्व इस तिमाही के लिए ₹2,58,027 करोड़ रहा, जबकि पिछले तिमाही में यह ₹2,57,823 करोड़ था। GST के बाद, परिचालन से राजस्व ₹2,35,481 करोड़ रहा।

14 अक्टूबर 2024, मुंबई:   रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सितंबर 2024 तक के अपने तिमाही और छमाही के समेकित (Consolidated) और स्टैंडअलोन (Standalone) अनऑडिटेड वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी ने 19,323 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा (टैक्स के बाद का लाभ) हासिल किया, जो पिछले तिमाही के 17,445 करोड़ रुपये से बढ़ा है।

कंपनी का कुल राजस्व इस तिमाही के लिए ₹2,58,027 करोड़ रहा, जबकि पिछले तिमाही में यह ₹2,57,823 करोड़ था। GST के बाद, परिचालन से राजस्व ₹2,35,481 करोड़ रहा। 

कंपनी का कुल राजस्व

इस तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कुल राजस्व ₹2,58,027 करोड़ रहा, जबकि पिछले तिमाही में यह ₹2,57,823 करोड़ था। जीएसटी के बाद, संचालन से राजस्व ₹2,35,481 करोड़ रहा। यह कंपनी की विविध व्यावसायिक क्षेत्रों में संतुलित और विस्तार रणनीति का परिणाम है।

मुख्य हाइलाइट्स:

  • ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट:

    कंपनी के ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट का राजस्व ₹1,55,580 करोड़ रहा, जो कुल राजस्व में सबसे बड़ा योगदान था। O2C का मुनाफा और इसकी उच्च क्षमता कंपनी की वैश्विक उपस्थिति और अत्याधुनिक रिफाइनिंग क्षमताओं का प्रमाण है।

    रिटेल व्यवसाय:

    रिटेल सेगमेंट ने भी मजबूत प्रदर्शन किया, जिसका राजस्व ₹76,325 करोड़ रहा। यह सेक्टर उपभोक्ता मांग और इसके विशाल नेटवर्क का लाभ उठा रहा है, जिसमें किराना, फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स में बेहतर प्रदर्शन देखा गया।

    डिजिटल सेवाएँ (जियो):

    डिजिटल सेवाओं, जिन्हें जियो के नाम से जाना जाता है, ने ₹38,055 करोड़ का राजस्व उत्पन्न किया। यह पिछले तिमाही के ₹35,470 करोड़ से काफी अधिक है। जियो ने दूरसंचार और ब्रॉडबैंड सेवाओं में अपने बाजार हिस्से को और बढ़ाया है, जो इसके ग्राहक आधार में तेजी से बढ़ोतरी का संकेत है।

मुख्य विभागों का मुनाफा:

व्यवसाय क्षेत्रराजस्व (₹ करोड़)EBITDA (₹ करोड़)टैक्स से पहले का मुनाफा (₹ करोड़)
ऑयल टू केमिकल्स (O2C)1,55,58012,41310,613
ऑयल और गैस6,2225,2903,947
रिटेल76,3255,8614,432
डिजिटल सेवाएं (टेलीकॉम)38,05516,1399,858
अन्य11,6232,106175
कुल2,58,02741,80929,025

मुख्य विश्लेषण:

ऑयल टू केमिकल्स (O2C) का योगदान कंपनी के कुल राजस्व का सबसे बड़ा हिस्सा है। यह सेगमेंट कंपनी के वैश्विक तेल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल वेंचर्स को दर्शाता है, जो दुनिया भर में अपनी विशाल सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक नेटवर्क के जरिए प्रभाव डालता है।

रिटेल व्यवसाय का विकास उपभोक्ता मांग में तेजी से बढ़ते रुझान का प्रमाण है। इसमें ग्रोसरी से लेकर लग्जरी आइटम्स तक, हर प्रोडक्ट सेगमेंट में अच्छा रिस्पॉन्स देखा गया है।

जियो डिजिटल सर्विसेज, जो कि टेलीकॉम और ब्रॉडबैंड सेक्टर में लीडर है, अपने फैले हुए नेटवर्क और तेजी से बढ़ते कस्टमर बेस के कारण बड़ा राजस्व और मुनाफा कमा रहा है।

ऑयल और गैस सेगमेंट ने ₹6,222 करोड़ का राजस्व कमाया और लगातार विकास के साथ मजबूती दिखाई। इस तिमाही में नैचुरल गैस के उत्पादन में अच्छी वृद्धि देखी गई।

आगे का रास्ता:

रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने रिटेल, टेलीकॉम, डिजिटल और ग्रीन एनर्जी सेक्टर्स पर जोर देकर अगले अर्ध-वार्षिक अवधि में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। कंपनी के O2C और डिजिटल सेवाओं का भविष्य में भी बढ़ते रहने का लक्ष्य है, जो उसके मल्टी-सेक्टोरल विस्तार और सस्टेनेबल ग्रोथ प्लान्स का हिस्सा है। ग्रीन एनर्जी में फोकस और नवीकरणीय स्रोतों को अपनाने के प्रति कंपनी की नीतियां इस समय के महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिक ध्यान दे रही हैं।

यह तिमाही प्रदर्शन रिलायंस के व्यावसायिक क्षेत्रों में व्यापक विकास और स्थिरता का संकेत देता है। इसके साथ ही, कंपनी अपने जियो और रिटेल विस्तार के जरिए आने वाले कुछ तिमाहियों में और भी मजबूत होकर उभरने की संभावना रखती है।

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