महिंद्रा लाइफस्पेस Q2 FY25 परिणाम: शुद्ध लाभ में गिरावट, राजस्व में 57% की कमी

महिंद्रा लाइफस्पेस Q2 FY25 परिणाम: कंपनी ने ₹14 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया, राजस्व में 57% की गिरावट। H1 FY25 में 77% की प्री-सेल्स वृद्धि और ₹1,800 करोड़ के नई परियोजनाओं में विस्तार से कंपनी के दीर्घकालिक विकास की उम्मीद। जानें वित्तीय प्रदर्शन और शेयर की कीमतों में बदलाव।

एक विस्तृत इन्फोग्राफिक जो महिंद्रा लाइफस्पेस के Q2 FY25 वित्तीय परिणाम दिखाता है। इसमें मुख्य आंकड़े जैसे शुद्ध घाटा ₹14 करोड़, राजस्व में 57% की गिरावट, H1 FY25 में प्री-सेल्स ₹1,415 करोड़, और ₹1,800 करोड़ के नई परियोजनाओं में विस्तार शामिल हैं। छवि में एक ग्राफ दर्शाया गया है जो राजस्व और लाभ में कमी को हाइलाइट करता है।

कंपनी का शुद्ध घाटा ₹14 करोड़, राजस्व में 57% की गिरावट

रियल एस्टेट कंपनी महिंद्रा लाइफस्पेस डिवेलपर्स लिमिटेड ने दूसरी तिमाही Q2 FY25 के लिए ₹14 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया। कंपनी की परिचालन से होने वाली आय में भी भारी गिरावट आई है, जो कि 57.3% गिरकर ₹7.6 करोड़ पर आ गई, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹17.8 करोड़ थी। इस साल की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में यह कमी कमजोर बाजार स्थिति और परियोजनाओं की धीमी गति के कारण आई है, जिससे राजस्व में कमी देखी गई है।

H1 FY25 में 77% की वृद्धि के साथ प्री-सेल्स में मजबूती

H1 FY25 के दौरान महिंद्रा लाइफस्पेस ने प्री-सेल्स में ₹1,415 करोड़ का मजबूत आंकड़ा दर्ज किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 77% अधिक है। कंपनी ने H1 FY25 के दौरान 1.70 मिलियन वर्ग फुट बिक्री योग्य क्षेत्र में प्री-सेल्स की। खासतौर पर Q2 FY25 में कंपनी ने ₹397 करोड़ की प्री-सेल्स अर्जित की। यह वृद्धि कंपनी की आवासीय संपत्तियों में बढ़ती मांग का संकेत देती है और कंपनी के कार्यप्रदर्शन में स्थिरता को दर्शाती है।

नई परियोजनाओं में विस्तार, ₹1,800 करोड़ की GDV परियोजना में निवेश

कंपनी ने H1 FY25 में कई नई परियोजनाओं को जोड़ा, जिससे इसके ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू (GDV) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इनमें प्रमुख रूप से मुंबई के बोरिवली के साईं बाबा नगर में ₹1,800 करोड़ का सोसाइटी पुनर्विकास और बेंगलुरु के महिंद्रा ज़ेन के पास 2 एकड़ भूमि से संभावित ₹250 करोड़ का GDV शामिल है। कंपनी का लक्ष्य इन परियोजनाओं के जरिए आने वाले वर्षों में बेहतर राजस्व प्राप्त करना है और इनसे कंपनी को दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद है।

आवासीय व्यवसाय से ₹999 करोड़ का संग्रह, Q2 में ₹459 करोड़ का योगदान

महिंद्रा लाइफस्पेस के आवासीय व्यवसाय से H1 FY25 के दौरान ₹999 करोड़ का कुल संग्रह हुआ, जिसमें से ₹459 करोड़ का योगदान केवल दूसरी तिमाही Q2 FY25 में प्राप्त हुआ। आवासीय प्रोजेक्ट्स में बढ़ती मांग और कंपनी की सफल ग्राहक रणनीतियों ने इस प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कंपनी के आवासीय व्यवसाय से होने वाला संग्रह यह संकेत देता है कि इसके प्रोजेक्ट्स को बाजार में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है, जो इसके लिए स्थिर राजस्व का स्रोत है।

IC&IC व्यवसाय में भूमि पट्टे से राजस्व में वृद्धि, Q2 में ₹87.1 करोड़ की कमाई

महिंद्रा लाइफस्पेस के औद्योगिक क्लस्टर और एकीकृत शहरीकरण (IC&IC) व्यवसाय ने H1 FY25 में भूमि पट्टे के माध्यम से 34.9 एकड़ भूमि के लिए ₹163.2 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया। इस राशि में से Q2 FY25 में कंपनी ने 16.1 एकड़ भूमि के लिए ₹87.1 करोड़ अर्जित किए। कंपनी का यह व्यवसाय सेक्टर-विशिष्ट परियोजनाओं और औद्योगिक ग्राहकों के लिए भूमि उपलब्ध कराता है, जो इसकी विस्तार योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

समेकित आय में गिरावट, लेकिन H1 FY25 में घाटे में सुधार

Q2 FY25 के लिए महिंद्रा लाइफस्पेस की समेकित कुल आय ₹16.0 करोड़ थी, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही Q2 FY24 में ₹25.7 करोड़ थी। हालांकि, कंपनी ने H1 FY25 में ₹222.7 करोड़ की समेकित आय अर्जित की, जो कि H1 FY24 के ₹135.8 करोड़ की तुलना में अधिक है। गैर-नियंत्रित हिस्सेदारी के बाद, H1 FY25 में समेकित घाटा ₹1.3 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष H1 FY24 में ₹23.2 करोड़ था। यह सुधार कंपनी की लागत-कटौती नीतियों और प्रबंधन के कुशल संचालन का परिणाम है, जिससे इसका घाटा कम हुआ है।
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