HDFC बैंक वर्तमान में HDB Financial Services, जो बैंक का एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) शाखा है, में 94.36 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है।

HDB Financial Services ने अपने IPO के लिए SEBI के पास आवश्यक दस्तावेज़ दाखिल किए हैं, जिसमें HDFC बैंक की 94.36% हिस्सेदारी है। यह IPO ₹12,500 करोड़ जुटाने की योजना के तहत है, जिसमें नए शेयरों का इश्यू और बिक्री के लिए प्रस्ताव शामिल है। कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है, और यह भारतीय वित्तीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है

HDB ipo photo

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज़, जो HDFC बैंक की प्रमुख सहायक कंपनी है, ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास आवश्यक दस्तावेज़ दाखिल किए हैं। HDFC बैंक इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) में 94.36 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है।

कंपनी का परिचय

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज़ खुदरा और वाणिज्यिक खंडों में वित्तीय उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है। इसमें व्यक्तिगत ऋण, वाहन ऋण, और संपत्ति के खिलाफ ऋण शामिल हैं। यह कंपनी भारतीय वित्तीय बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभरी है, जो ग्राहकों की विभिन्न वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करती है।

आईपीओ की विशेषताएँ

  • इश्यू का आकार: कंपनी ₹12,500 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें से ₹2,500 करोड़ का नया शेयर इश्यू और ₹10,000 करोड़ का बिक्री के लिए प्रस्ताव (OFS) शामिल है। यह OFS HDFC बैंक द्वारा पेश किया जा रहा है।
  • उद्देश्य: नए शेयरों के माध्यम से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी की टियर-I पूंजी आधार को मजबूत करने के लिए किया जाएगा, जिससे भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं का समर्थन हो सकेगा।
  • आरबीआई के निर्देश: रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देशों के अनुसार, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज़ की लिस्टिंग अनिवार्य है। यह निर्णय अक्टूबर 2022 में लिए गए आरबीआई के mandato के अनुसार है, जिसमें NBFCs को तीन वर्षों के भीतर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करने की आवश्यकता है।

वित्तीय प्रदर्शन

FY23 में, HDB फाइनेंशियल की ऋण पुस्तिका में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो ₹66,000 करोड़ तक पहुँच गई। कंपनी के संचालन से राजस्व ₹14,171 करोड़ तक पहुँच गया, जो FY22 में ₹12,402 करोड़ था। इसके अलावा, FY24 में लाभ ₹2,460 करोड़ तक पहुँच गया, जो FY23 के ₹1,959 करोड़ से अधिक है।

मूल्यांकन और लीड मैनेजर्स

HDFC बैंक HDB फाइनेंस के लिए ₹78,000-87,000 करोड़ का मूल्यांकन करना चाहता है, जो प्राइस-टू-बुक वैल्यू के आधार पर 4.5 से 5 गुना के बीच है। इस IPO के लिए प्रमुख बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स में JM फाइनेंशियल, BNP पारिबास, BofA सिक्योरिटीज, और गोल्डमैन सैक्स जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं।

निष्कर्ष

HDB फाइनेंशियल सर्विसेज़ का IPO न केवल बैंक की स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय वित्तीय बाजार में इसकी उपस्थिति को भी बढ़ाएगा। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर हो सकता है, जिससे वे इस उभरते NBFC में अपने निवेश को सुदृढ़ कर सकते हैं।

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