नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE India) ने दिवाली पर लॉन्च किया नया मोबाइल ऐप ‘NSEIndia’, 11 क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE India) ने दिवाली 2024 पर नया मोबाइल ऐप ‘NSEIndia’ लॉन्च किया और अपनी वेबसाइट को 11 क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तारित किया। NSE की यह पहल निवेशकों के लिए अधिक समावेशी और आसान वित्तीय एक्सेस को संभव बनाती है। ऐप की प्रमुख विशेषताएं: बाजार के रुझान, कैपिटल और डेरिवेटिव्स डेटा।

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देश के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE India) ने इस दिवाली (1 नवंबर, 2024) को अपनी डिजिटल सेवाओं में एक बड़ा कदम उठाते हुए नया मोबाइल ऐप ‘NSEIndia’ लॉन्च किया। यह मोबाइल ऐप निवेशकों को भारत के शेयर बाजार से जुड़ी सुविधाएं और सूचनाएं आसानी से उपलब्ध कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके साथ ही, NSE ने अपनी वेबसाइट को कुल 11 क्षेत्रीय भाषाओं में भी विस्तारित कर दिया है, जिससे इसे देश के कोने-कोने के निवेशक अपनी मातृभाषा में समझ सकें। पहले से ही वेबसाइट पर हिंदी, मराठी और गुजराती में कंटेंट उपलब्ध था, और अब इसमें असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु भाषा का समावेश किया गया है। इस प्रकार, अब NSE की वेबसाइट कुल 12 भाषाओं में उपलब्ध है।

NSE ने अपनी इस पहल को देशभर के निवेशकों के लिए एक अधिक समावेशी और पहुंच-योग्य वित्तीय इकोसिस्टम तैयार करने का कदम बताया। NSE ने अपने आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “यह दोहरी पहल देश के हर निवेशक तक अपनी सेवाएं पहुंचाने और उन्हें उनके निवेश सफर में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हमारा महत्वपूर्ण प्रयास है। यह हमारे उस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसमें सभी निवेशकों को बराबरी से भाग लेने का अवसर मिले।”

NSE मोबाइल ऐप — आपके लिए सभी महत्वपूर्ण जानकारी

नया NSE मोबाइल ऐप (NSEIndia) 1 नवंबर, 2024 से Apple ऐप स्टोर (iOS) और Google Play स्टोर (Android) पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। इस ऐप का उद्देश्य निवेशकों को एक सहज और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करना है, ताकि वे आसानी से शेयर बाजार की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकें और अपने निवेश निर्णय बेहतर तरीके से ले सकें। इस ऐप के वर्तमान संस्करण में निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं शामिल हैं:

  1. मार्केट एट अ ग्लांस: इसमें निवेशक इंडेक्स, बाजार का स्नैपशॉट, बाजार के रुझान, और कारोबार के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  2. कैपिटल मार्केट: कैपिटल मार्केट सेक्शन में इक्विटी से जुड़े डेटा शामिल हैं जैसे Nifty 50 के शीर्ष लाभांशदाता, शीर्ष हानि करने वाले, सक्रिय स्टॉक्स, स्टॉक सर्च और पर्सनलाइज्ड वॉचलिस्ट की सुविधा।

  3. डेरिवेटिव्स मार्केट: डेरिवेटिव्स सेक्शन में निवेशक विशेष ऑप्शंस ट्रेडिंग डेटा, सक्रिय कॉल्स, पुट्स, और ओपन इंटरेस्ट (OI) से संबंधित इनसाइट्स प्राप्त कर सकते हैं, जो निवेश निर्णयों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

एक बड़ा कदम – NSE के लिए एक नया मील का पत्थर

NSE के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्री श्रीराम कृष्णन ने इस लॉन्च को NSE के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह पहल देश के हर कोने के निवेशकों को शेयर बाजार से जुड़ने का समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से है। उन्होंने कहा, “हमारा नया मोबाइल ऐप और वेबसाइट का क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तार एक समावेशी और पहुंच-योग्य वित्तीय इकोसिस्टम के प्रति हमारे प्रयासों का हिस्सा है। इन पहलों को निवेशकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है ताकि उन्हें उनकी पसंद की भाषा में, सरल और आसानी से उपयोग किए जाने वाले टूल्स के माध्यम से बाजार की जानकारी मिल सके।”

उन्होंने यह भी जोड़ा, “हम सभी पृष्ठभूमि के निवेशकों को भारत की आर्थिक यात्रा में आत्मविश्वास के साथ भाग लेने में समर्थ बनाने के लिए गर्व महसूस कर रहे हैं। अब देश के हर क्षेत्र के लोग शेयर बाजार के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने निवेश के निर्णयों में आत्मनिर्भर बन सकते हैं।”

NSE की विकास यात्रा और उसकी विश्व में पहचान

1994 में स्थापना के बाद से, NSE ने भारतीय स्टॉक मार्केट में कई ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। यह भारत का पहला एक्सचेंज था जिसने इलेक्ट्रॉनिक या स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग की शुरुआत की थी, जिसने ट्रेडिंग की प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और विश्वसनीय बनाया। SEBI के आंकड़ों के अनुसार, NSE 1995 से हर वर्ष इक्विटी शेयरों के लिए कुल और औसत दैनिक कारोबार के मामले में भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज रहा है।

वर्ष 2023 में, Futures Industry Association (FIA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, NSE दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव्स एक्सचेंज बन गया है, जो ट्रेडिंग वॉल्यूम (कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या) के हिसाब से सबसे आगे है। इसी प्रकार, World Federation of Exchanges (WFE) के अनुसार, वर्ष 2023 में NSE ने दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर बुक पर ट्रेडों की संख्या के मामले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

NSE की इन पहलों का उद्देश्य भारतीय निवेशकों के लिए शेयर बाजार को अधिक सुलभ और जानकारीपूर्ण बनाना है, जिससे वे आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के साथ अपने निवेश सफर में आगे बढ़ सकें।

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