Swiggy IPO: 500 कर्मचारी बनेंगे करोड़पति, 9000 करोड़ की ESOP बारिश!

Swiggy के IPO से कर्मचारियों की किस्मत बदलने वाली है! 13 नवंबर को लिस्टिंग के बाद, 500 कर्मचारी बनेंगे करोड़पति और 9,000 करोड़ का ESOP पूल बांटा जाएगा। जानें कैसे Swiggy अपने कर्मचारियों के लिए एक नई दिशा खोल रहा है।

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Swiggy के लगभग 500 कर्मचारी कंपनी के ipo (Initial Public Offering) के दौरान करोड़पति बनने जा रहे हैं। 13 नवंबर को कंपनी के स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग के बाद ये कर्मचारी प्रति व्यक्ति 1 करोड़ रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, Swiggy का यह ipo हाल के वर्षों में भारत का सबसे बड़ा ipo बनने जा रहा है। इस ipo के माध्यम से कंपनी के 5,000 कर्मचारियों को कुल मिलाकर करीब 9,000 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा। ये वे कर्मचारी हैं, जिन्होंने Swiggy के विकास में कई सालों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कंपनी को इस मुकाम तक पहुंचाने में सहयोग किया है।

Swiggy का ESOP योजना: भारत में एक बड़ी पहल

Swiggy का कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन (ESOP) भुगतान अभ्यास भारतीय स्टार्टअप्स के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। इस पैमाने पर संपत्ति वितरण करना दुर्लभ है, और ऐसे बहुत कम स्टार्टअप हैं जिन्होंने इतनी बड़ी संपत्ति सृजन की पहल की है। ESOP का मतलब है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को शेयर विकल्प प्रदान करती है, जिससे वे कंपनी की लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयरों से मुनाफा कमा सकते हैं।

Swiggy से पहले, फ्लिपकार्ट ने भी इसी प्रकार का ESOP कार्यक्रम चलाया था और अपने वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों को लगभग 12,000 करोड़ रुपये (करीब 1.4-1.5 अरब डॉलर) का लाभ पहुंचाया था। फ्लिपकार्ट की इस पहल को भी भारत के स्टार्टअप्स में सबसे बड़ी संपत्ति सृजन पहलों में गिना गया था। फ्लिपकार्ट ने जुलाई 2023 में अपने 17,000 कर्मचारियों को 5,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। पिछले कुछ वर्षों में, फ्लिपकार्ट ने अपने शेयरों को वापस खरीदने के कई अभियान चलाए, जिनकी कुल कीमत 12,000 करोड़ रुपये थी।

Swiggy के शीर्ष नेतृत्व को भी मिला बड़ा लाभ

पिछले महीने एक रिपोर्ट में बताया गया था कि Swiggy के सह-संस्थापक और अन्य शीर्ष नेतृत्व ने भी ipo से पहले ESOP से बड़े लाभ अर्जित किए हैं। Swiggy के सह-संस्थापक श्रीहर्षा माजेती, नंदन रेड्डी और फणी किशन के साथ-साथ कंपनी के अन्य उच्च पदाधिकारी जैसे कि फूड मार्केटप्लेस के सीईओ रोहित कपूर, Swiggy Instamart के प्रमुख अमितेश झा, सीएफओ राहुल बोथरा, एचआर प्रमुख गिरीश मेनन, और सीटीओ मधुसूदन राव को भी ESOP के रूप में 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1,600 करोड़ रुपये) का लाभ मिला है।

Zomato और अन्य स्टार्टअप्स की ESOP पहल

Swiggy के अलावा, अन्य स्टार्टअप्स ने भी अपने कर्मचारियों को संपत्ति सृजन का अवसर प्रदान किया है, लेकिन Swiggy और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी पहलें बहुत ही कम देखने को मिली हैं। Swiggy का मुख्य प्रतिद्वंद्वी Zomato भी इस राह पर चल चुका है। Zomato ने 2021 में अपने ipo के दौरान अपने कर्मचारियों के लिए 7,000 करोड़ रुपये का ESOP पूल बनाया था, जिससे कंपनी के कर्मचारी ipo के दौरान और उसके बाद मुनाफा कमा सके। Zomato ने हाल के वर्षों में भी अपने कर्मचारियों को ESOP के माध्यम से पुरस्कृत करना जारी रखा है।

भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक मिसाल

Swiggy का यह कदम भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक मिसाल है। यह न केवल कंपनी के कर्मचारियों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि इससे उन्हें अपनी मेहनत का सही मूल्य भी मिलता है। यह पहल इस बात का प्रमाण है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को उनके योगदान के लिए पुरस्कृत करना चाहती है और उन्हें कंपनी की सफलता में हिस्सेदार बनाना चाहती है।

भारत में स्टार्टअप्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और ऐसे में Swiggy और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां दूसरों के लिए एक आदर्श बन सकती हैं। ESOP जैसी योजनाएं कर्मचारियों को कंपनी के प्रति और अधिक प्रतिबद्ध बनाती हैं, क्योंकि उन्हें कंपनी के विकास के साथ-साथ अपनी आर्थिक स्थिति को भी सशक्त करने का अवसर मिलता है।

नतीजा

Swiggy का यह ESOP योजना और आगामी ipo भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। इससे न केवल कंपनी के कर्मचारियों को आर्थिक रूप से लाभ होगा, बल्कि यह भारतीय स्टार्टअप्स को भी प्रेरित करेगा कि वे अपने कर्मचारियों को उनके योगदान के लिए उचित सम्मान और लाभ प्रदान करें।

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