Apple के पास इतना पैसा है कि वह एक देश खरीद सकता है? पाकिस्तान की GDP से बड़ी Apple की नकदी, भारत के कैश रिजर्व को भी दे रही है टक्कर!
पाकिस्तान की GDP करीब $375-400 बिलियन है, और Apple का कैश पाइल उससे सिर्फ कुछ ही कम है! मतलब एक कंपनी के पास उतना पैसा है जितना एक देश की पूरी अर्थव्यवस्था! सोचिए, अगर Apple एक देश होता, तो उसकी आर्थिक ताकत उसे दुनिया के कई देशों से ऊपर रखती।
ये कोई मजाक नहीं! Apple, जो आपको iPhone और Mac बेचती है, के पास इतनी नकदी है कि वह पाकिस्तान जैसे देशों की GDP को मात दे सकती है। हैरान हो गए? चलिए, आपको बताते हैं कैसे Apple का $325.2 बिलियन का कैश पाइल न सिर्फ पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था बल्कि भारत के विदेशी मुद्रा भंडार के आधे से भी ज्यादा के बराबर है!
एक कंपनी या पूरा देश? Apple का कैश पाइल पाकिस्तान की GDP के बराबर!
पाकिस्तान की GDP करीब $375-400 बिलियन है, और Apple का कैश पाइल उससे सिर्फ कुछ ही कम है! मतलब एक कंपनी के पास उतना पैसा है जितना एक देश की पूरी अर्थव्यवस्था! सोचिए, अगर Apple एक देश होता, तो उसकी आर्थिक ताकत उसे दुनिया के कई देशों से ऊपर रखती। पाकिस्तान की सबसे अमीर कंपनी, Engro Corporation, का मार्केट कैप केवल $5 बिलियन के आसपास है, जो Apple की तुलना में बहुत छोटा है।
भारत के कैश रिजर्व को टक्कर: क्या Apple ने भारत की भी बराबरी कर ली है?
अब सुनने में और भी बड़ा झटका देने वाला तथ्य – भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग $590 बिलियन है। और Apple का कैश पाइल उसका 55% है! यानी, एक कंपनी के पास इतनी नकदी है कि वह भारत जैसे विशाल देश के कैश रिजर्व के आधे से ज्यादा के बराबर बैठता है। भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी, टाटा ग्रुप, का बाजार पूंजीकरण लगभग $300 बिलियन है, जो कि Apple के कैश पाइल के मुकाबले कहीं कम है।
Apple का इस पैसे से क्या प्लान है?
Apple इस नकदी का क्या करेगा? कंपनी के पास इतनी पूंजी है कि वह किसी भी आर्थिक संकट से बेफिक्र रह सकता है। इसके अलावा, Apple अपने निवेशकों को खुश करने के लिए, नई तकनीक में भारी निवेश करने के लिए और मार्केट में अपनी बादशाहत बनाए रखने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है।
टेक्नोलॉजी कंपनियों का दबदबा: क्या आने वाले समय में सरकारों को भी पीछे छोड़ देंगी ये कंपनियाँ?
Apple का इतना बड़ा कैश पाइल यह सवाल खड़ा करता है कि आने वाले समय में टेक्नोलॉजी कंपनियाँ सरकारों से भी ज्यादा ताकतवर बन सकती हैं। Apple की नकदी का यह स्तर उसे न सिर्फ आर्थिक ताकत देता है, बल्कि उसे वैश्विक स्तर पर एक बड़ी शक्ति भी बनाता है।
नतीजा: Apple – एक कंपनी या एक महाशक्ति?
Apple के पास इतनी नकदी है कि यह न सिर्फ पाकिस्तान जैसी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ सकता है, बल्कि वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर एक बड़ा असर भी डाल सकता है। Apple का $325.2 बिलियन का कैश पाइल यह बताता है कि वह सिर्फ एक टेक कंपनी नहीं है, बल्कि एक ऐसी आर्थिक महाशक्ति है जो आने वाले समय में देशों से भी ज्यादा शक्तिशाली हो सकती है। साथ ही, पाकिस्तान की सबसे अमीर कंपनी Engro Corporation और भारत की सबसे अमीर कंपनी टाटा ग्रुप की तुलना में Apple की वित्तीय स्थिति स्पष्ट रूप से भिन्न है, जो यह दर्शाती है कि टेक्नोलॉजी में निवेश और विकास की संभावनाएं कितनी विशाल हैं।