भारत-कनाडा संबंधों में खटास: रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस का बिश्नोई समूह पर आरोप

हाल के दिनों में, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने बिश्नोई समूह पर यह आरोप लगाया है कि यह भारत सरकार के एजेंटों के साथ जुड़ा हुआ है। इस बयानों ने भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक नई जटिलता उत्पन्न कर दी है।

भारत-कनाडा
canadas justin trudeau and pm narendra modi
हाल ही में भारत और कनाडा के बीच के संबंधों में तेजी से बढ़ता तनाव विभिन्न कारकों का परिणाम है, जिनमें बिश्नोई समूह के आरोप प्रमुख हैं। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने खुलासा किया है कि बिश्नोई समूह का संबंध भारतीय सरकार के एजेंटों से हो सकता है, जो दोनों देशों के बीच एक नई कड़ी के रूप में उभरा है।

बिश्नोई समूह और आरोपों की पृष्ठभूमि

लॉरेंस बिश्नोई, जो एक कुख्यात गैंगस्टर हैं, खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में संलिप्तता के लिए जाने जाते हैं। उनके गैंग ने हाल ही में बाबा सिद्धिकी की हत्या के मामले में अपनी भूमिका को लेकर संदेह पैदा किया है। सिद्धिकी की हत्या का आरोप भी बिश्नोई गिरोह पर लगाया गया है, जिसके चलते कनाडा में भारतीय समुदाय में चिंता का माहौल बन गया है।RCMP ने यह भी कहा है कि बिश्नोई समूह के सदस्य भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधियों के प्रति संवेदनशील हैं और यह संबंध दोनों देशों के बीच राजनीतिक विवादों को और बढ़ा सकते हैं

भारत का प्रतिक्रिया

भारत सरकार ने इस मामले में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया है और इसे आधारहीन बताया है। भारत ने कनाडा से अनुरोध किया है कि वह अपने देश में भारतीय समुदाय के सुरक्षा मुद्दों पर ध्यान दे। इसके बावजूद, कनाडाई अधिकारियों का मानना है कि यह मामला भारतीय एजेंसियों द्वारा खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का परिणाम है, जिससे हालात और अधिक जटिल हो गए हैं

संभावित परिणाम

इस प्रकार के आरोपों और घटनाक्रमों ने भारत-कनाडा के बीच के सहयोग को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। दोनों देशों के बीच सुरक्षा और राजनीतिक संबंधों में खटास आ सकती है, जो आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ लड़ाई में समस्या पैदा कर सकती है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भविष्य में दोनों देशों के बीच संबंध कैसे विकसित होते हैं और क्या ये आरोप किसी ठोस कार्रवाई का कारण बनते हैं या नहीं।
बिश्नोई गैंग का परिचय और हालिया घटनाक्रम
1.प्रारंभिक जीवन और आपराधिक गतिविधियां
लॉरेंस बिश्नोई

लॉरेंस का जन्म 1993 में पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एबोहर में प्राप्त की और 2010 में चंडीगढ़ के डेव कॉलेज में दाखिला लिया। वहीं पर उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा और अपने साथी गोल्डी ब्रार के साथ आपराधिक गतिविधियों की ओर बढ़े। बिश्नोई का गैंग मुख्यतः उत्तरी भारत में सक्रिय है और यह वसूली, हत्या, और ड्रग ट्रैफिकिंग जैसी गतिविधियों में लिप्त है​

2. बाबा सिद्धिकी की हत्या

BABA SIDHAKI

हाल ही में, बाबा सिद्धिकी, जो एक प्रसिद्ध राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता थे, की हत्या कर दी गई। यह घटना मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में हुई और इसमें तीन हमलावर शामिल थे। मुंबई पुलिस ने बिश्नोई गैंग के सदस्यों पर संदेह जताया है। सिद्धिकी की हत्या के पीछे बिश्नोई के गैंग का हाथ होने का संदेह है, जिसके चलते यह मामला और अधिक जटिल हो गया है

3. गैंग का नेटवर्क और प्रभाव

लॉरेंस बिश्नोई का गैंग भारत के विभिन्न हिस्सों में फैला हुआ है, जिसमें करीब 700 शूटर शामिल हैं। यह गैंग अपनी गतिविधियों को जेल से भी संचालित करता है, जिसका नेतृत्व बिश्नोई स्वयं कर रहा है। इसके सदस्यों में प्रॉ-कालिस्तानी समूहों के साथ गहरे संबंध हैं, जो उनकी आपराधिक गतिविधियों को और बढ़ावा देते हैं

बिश्नोई के गैंग की गतिविधियाँ इस बात का सबूत हैं कि भारत में आपराधिक तत्वों के बीच आपसी संबंध और सहयोग कितना मजबूत है, जो उच्च-स्तरीय हमलों और मर्डर की साजिशों को अंजाम देने में सक्षम है।

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