चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर बड़ा फैसला: PCB ने रखा भारत के सामने कड़ा शर्त, जानें पूरा मामला!
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ स्वीकार किया, लेकिन भारत के खिलाफ सख्त शर्तें रखी हैं, जिसमें भविष्य के ICC टूर्नामेंटों में समान व्यवस्था की मांग की गई है। यह विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों में अहम मोड़ साबित हो सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को अगले साल के चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ स्वीकार करने की सहमति दी है। हालांकि, PCB ने शर्त रखी है कि 2031 तक भारत में होने वाले सभी टूर्नामेंट भी इसी मॉडल के तहत आयोजित किए जाएं। चैंपियंस ट्रॉफी फरवरी-मार्च 2025 में होने वाली है, लेकिन भारत ने सुरक्षा चिंताओं के चलते पाकिस्तान में अपने मैच खेलने से इनकार कर दिया है।
PCB के चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने इस मामले पर कहा, “मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि इससे चीजें बिगड़ सकती हैं। हमने अपनी बात ICC के सामने रख दी है और भारत ने अपनी। कोशिश यही है कि सभी के लिए जीत का रास्ता निकले। सबसे महत्वपूर्ण है कि क्रिकेट को फायदा हो, लेकिन सभी का सम्मान भी बना रहे।”
उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान का गौरव सबसे अहम है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि क्रिकेट भी जीते और पाकिस्तान की गरिमा भी बरकरार रहे। जो भी फार्मूला अपनाया जाएगा, वह बराबरी के आधार पर होगा।”
PCB की पहले थी विरोध की धमकी
PCB ने पहले चैंपियंस ट्रॉफी के ‘हाइब्रिड मॉडल’ में होने पर टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की धमकी दी थी। BCCI ने ICC को पत्र लिखकर कहा था कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी और उनके मैच दुबई में कराए जाएं।
हालांकि, अब जब पाकिस्तान के इस मॉडल पर सहमति जताने की बात आई, तो नक़वी ने कहा, “देखते हैं आगे क्या होता है। मेरी कोशिश यही है कि कोई एकतरफा फैसला न हो। ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम भारत जाएं और वे हमारे देश न आएं। विचार यह है कि इसे हमेशा के लिए समान शर्तों पर सुलझाया जाए।
भारत की मेजबानी में भविष्य के टूर्नामेंट
भारत 2031 तक तीन ICC मेन्स टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा – 2026 टी20 वर्ल्ड कप (श्रीलंका के साथ), 2029 चैंपियंस ट्रॉफी और 2031 वनडे वर्ल्ड कप (बांग्लादेश के साथ)। इनमें से 2029 चैंपियंस ट्रॉफी और 2024 महिला वनडे वर्ल्ड कप भारत में पूरी तरह आयोजित होंगे। इन्हीं टूर्नामेंट को लेकर विवाद गहराने की संभावना है, क्योंकि पाकिस्तान भारत में मैच खेलने से इनकार कर सकता है।
वित्तीय हिस्सेदारी पर भी जोर
कराची में PCB के एक सूत्र ने Moneycontrol को बताया कि बोर्ड ICC के वार्षिक राजस्व हिस्से को बढ़ाने की भी मांग कर रहा है। उन्होंने कहा, “PCB चेयरमैन नक़वी ने यह साफ कर दिया है कि वे तभी चैंपियंस ट्रॉफी का ‘हाइब्रिड मॉडल’ स्वीकार करेंगे, जब भविष्य में सभी ICC टूर्नामेंट इसी मॉडल के तहत आयोजित होंगे। साथ ही, पाकिस्तान भारत जाने से मना कर सकेगा।”
सूत्र ने आगे बताया, “PCB ने अपनी वित्तीय हिस्सेदारी को मौजूदा 5.75% से बढ़ाने की मांग की है। हालांकि, नक़वी ने किसी अतिरिक्त मेजबानी शुल्क की मांग नहीं की है।”
PCB का यह रुख पाकिस्तान की क्रिकेट कूटनीति में अहम मोड़ ला सकता है। जहां एक ओर क्रिकेट को प्राथमिकता देने की बात की जा रही है, वहीं दूसरी ओर दोनों देशों के बीच दशकों पुरानी कड़वाहट भी सामने आ रही है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि ICC इस मामले को कैसे सुलझाता है।