Hyundai Motor IPO: निवेश का एक बड़ा अवसर या घाटे का सौदा?

यह IPO 15 अक्टूबर 2024 से 18 अक्टूबर 2024 तक खुलेगा और इसका प्राइस बैंड ₹1,865 से ₹1,960 प्रति शेयर तय किया गया है। पर सवाल ये उठता है कि क्या यह IPO निवेशकों के लिए लाभकारी रहेगा या घाटे का सौदा बन सकता है?

Hyundai Motor India का IPO इस समय भारतीय शेयर बाजार में काफी चर्चा में है। इस IPO का साइज ₹27,870 करोड़ है, जिससे यह साल का सबसे बड़ा IPO बन रहा है। यह IPO 15 अक्टूबर 2024 से 18 अक्टूबर 2024 तक खुलेगा और इसका प्राइस बैंड ₹1,865 से ₹1,960 प्रति शेयर तय किया गया है। पर सवाल ये उठता है कि क्या यह IPO निवेशकों के लिए लाभकारी रहेगा या घाटे का सौदा बन सकता है?

Hyundai Motor IPO के सकारात्मक पहलू

  • मजबूत ब्रांड और बाजार में पकड़
    Hyundai Motor India भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है, जो अपने लोकप्रिय SUVs जैसे Creta और Venue के लिए जानी जाती है। इसकी मजबूत बाजार पकड़ इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाती है।

  • वित्तीय प्रदर्शन
    FY24 में कंपनी का कुल राजस्व ₹71,302 करोड़ रहा और इसका नेट प्रॉफिट ₹6,060 करोड़ था। यह कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

  • EV और हाइब्रिड टेक्नोलॉजी में निवेश
    Hyundai ने इलेक्ट्रिक और ग्रीन हाइड्रोजन वाहनों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो भविष्य की मांग को देखते हुए एक महत्वपूर्ण रणनीति है।

Hyundai Motor IPO के नकारात्मक पहलू

  • प्रोडक्शन क्षमता
    कंपनी के प्रोडक्शन प्लांट्स पहले से ही अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रहे हैं। अगर उत्पादन में कोई रुकावट आती है, तो इसका असर सीधे बिक्री पर पड़ सकता है।

  • कच्चे माल की उच्च लागत
    ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कच्चे माल की बढ़ती कीमतों से कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, Maruti Suzuki और Tata Motors जैसी कंपनियों से मिल रही प्रतिस्पर्धा भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।

  • कानूनी विवाद और समूह कंपनियों से प्रतिस्पर्धा
    Kia Corporation जैसी समूह कंपनियों से भी प्रतिस्पर्धा हो रही है, जो हितों के टकराव का कारण बन सकती है। कानूनी विवादों से भी कंपनी को परेशानी हो सकती है।

Hyundai Motor वित्तीय स्थिति

Hyundai Motor India की वित्तीय स्थिति भी मजबूत है। FY24 में कंपनी ने ₹71,302.33 करोड़ का राजस्व और ₹6,060.04 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। हालाँकि, कंपनी ने FY24 में ₹10,780 करोड़ का डिविडेंड भी दिया है, जो इसके कैश बैलेंस को प्रभावित कर सकता है। इसका EV सेगमेंट अभी प्रारंभिक दौर में है, और इसे व्यापक रूप से अपनाने के लिए कंपनी को समय और निवेश की जरूरत होगी

गिरते GMP पर एक नज़र

IPO के प्रति उत्साह में गिरावट का एक संकेत यह है कि इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) गिर रहा है। शुरुआती दिनों में इसका GMP ₹60-₹70 था, लेकिन अब यह ₹20-₹30 तक आ चुका है। गिरते GMP का मतलब यह है कि निवेशकों में लिस्टिंग गेन के लिए उत्साह कम हो रहा है। अगर GMP में सुधार नहीं होता, तो लिस्टिंग गेन की संभावना भी कम हो सकती है, जो शॉर्ट-टर्म निवेशकों के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

निवेश का अवसर या घाटे का सौदा?

Hyundai Motor का IPO लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासकर अगर आप ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और EV टेक्नोलॉजी के भविष्य में विश्वास रखते हैं। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और बाजार में उसकी पकड़ इसे एक सुरक्षित निवेश बनाती है। हालाँकि, गिरता GMP और उत्पादन से जुड़ी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, शॉर्ट-टर्म निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।          

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