Real-Time Insights on IPO Subscription Numbers and Status
सबसे अधिक सब्सक्राइब किए गए के IPO (10 Most Subscribed IPOs all time)
Logo | Issue Name | Issue Category | Issue Size (Rs Cr) | Oversubscribed (x) | QIB (x) | NII (x) | Retail (x) | Employee (x) |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Latent View Analytics Limited | Mainline | 600 | 326.49 | 145.48 | 850.66 | 119.44 | 3.87 | |
Vibhor Steel Tubes Limited | Mainline | 72.17 | 320.05 | 191.41 | 772.49 | 201.52 | 215.79 | |
Paras Defence And Space Technologies Limited | Mainline | 170.78 | 304.26 | 169.65 | 927.7 | 112.81 | NA | |
Salasar Techno Engineering Ltd | Mainline | 35.87 | 273.05 | 9999 | 478.39 | 58.92 | NA | |
Apollo Micro Systems Limited | Mainline | 156 | 248.51 | 101.93 | 958.07 | 40.19 | 16.04 | |
Astron Paper & Board Mill Ltd | Mainline | 70 | 241.75 | 103.35 | 396.99 | 73.32 | 2.69 | |
Manba Finance Limited | Mainline | 150.84 | 224.05 | 148.55 | 511.62 | 143.95 | NA | |
Tega Industries Limited | Mainline | 619.23 | 219.04 | 215.45 | 666.19 | 29.44 | NA | |
KRN Heat Exchanger and Refrigeration Limited | Mainline | 341.95 | 213.41 | 253.04 | 430.54 | 96.74 | NA | |
Gala Precision Engineering Limited | Mainline | 167.93 | 201.41 | 232.54 | 414.62 | 91.95 | 258.95 |
Logo | Issue Name | Issue Category | Issue Size (Rs Cr) | Oversubscribed (x) | QIB (x) | NII (x) | Retail (x) | Employee (x) |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
HOAC Foods India Limited | SME | 5.54 | 2013.64 | NA | 1432.6 | 2556.46 | NA | |
Kay Cee Energy & Infra Limited | SME | 15.93 | 1052.45 | 127.71 | 1668.97 | 1311.1 | NA | |
Toss The Coin Limited | SME | 5.5 | 1,025.76 | 147.69 | 964.18 | 1,550.76 | NA | |
Medicamen Organics Limited | SME | 10.54 | 993.56 | 173.03 | 1343.83 | 1309.77 | NA | |
Maxposure Limited | SME | 20.26 | 987.47 | 162.35 | 1947.55 | 1034.23 | NA | |
Magenta Lifecare Limited | SME | 7 | 983.19 | NA | 1145.78 | 778.41 | NA | |
GP Eco Solutions India Limited | SME | 30.79 | 856.21 | 236.64 | 1824.87 | 793.2 | NA | |
Greenhitech Ventures Limited | SME | 6.3 | 769.95 | NA | 921.6 | 597.41 | NA | |
Trident Techlabs Limited | SME | 16.03 | 763.3 | 117.91 | 854.37 | 1059.43 | NA | |
Amkay Products Limited | SME | 12.61 | 748.03 | 173.04 | 987.34 | 973.14 | NA |
IPO Subscription
जब कोई कंपनी IPO लाती है, तो इसका मतलब होता है कि वह अपने शेयर पहली बार आम जनता के लिए बेच रही है। निवेशक इस IPO में हिस्सा लेकर कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं। इसे ही IPO subscription कहा जाता है। यह एक आसान लेकिन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो हर निवेशक को समझनी चाहिए।
सबसे पहले, IPO subscription की अवधि की बात करें। कंपनी 3 से 5 दिनों के लिए IPO खोलती है। इस दौरान निवेशक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए आपको ASBA (Application Supported by Blocked Amount) का इस्तेमाल करना होता है। अगर आपने UPI से आवेदन किया है, तो ध्यान रखें कि समय पर UPI mandate को approve करना जरूरी है, वरना आपका आवेदन reject हो सकता है।
IPO के आवेदन तीन मुख्य श्रेणियों में होते हैं:
- Retail Investors: छोटे निवेशक, जो ₹2 लाख तक का निवेश करते हैं।
- Non-Institutional Investors (NIIs): बड़े निवेशक, जो ₹2 लाख से ज्यादा निवेश करते हैं।
- Qualified Institutional Buyers (QIBs): जैसे बड़े फंड, बैंक और म्यूचुअल फंड।
Oversubscription और Undersubscription का असर भी subscription पर पड़ता है। अगर oversubscription होता है, यानी जितने शेयर उपलब्ध हैं उससे ज्यादा आवेदन आते हैं, तो allotment lottery सिस्टम के जरिए किया जाता है। वहीं, अगर undersubscription होता है, तो कंपनी के बचे हुए शेयर underwriter खरीद लेते हैं।
Subscription का डेटा रोजाना अपडेट होता है। इसे NSE और BSE की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। यह डेटा दिखाता है कि IPO में retail, QIB, और NII कैटेगरी में कितनी demand है।
Grey Market Premium (GMP), जो IPO की unofficial demand को दिखाता है, subscription को काफी हद तक प्रभावित करता है। अगर GMP ज्यादा है, तो IPO की demand भी बढ़ती है और oversubscription की संभावना ज्यादा रहती है।
IPO subscription में anchor investors का भी बड़ा रोल होता है। ये बड़े संस्थागत निवेशक होते हैं, जो IPO खुलने से पहले ही बड़े पैमाने पर शेयर खरीदते हैं। यह अन्य निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत होता है।
अंत में, IPO subscription निवेशकों के लिए एक exciting मौका है, लेकिन इसमें समझदारी से निवेश करना जरूरी है। GMP, subscription data, और कंपनी की financial performance का विश्लेषण करने के बाद ही आवेदन करें। एक सही IPO में निवेश आपको बेहतरीन returns दे सकता है।
IPO के आवेदन तीन मुख्य श्रेणियों में होते हैं:
IPO को सफल बनाने के लिए इन तीनों श्रेणियों का संतुलित भागीदारी बहुत जरूरी है। Retail Investors IPO को लोकप्रिय बनाते हैं, जबकि NIIs और QIBs बड़े पैमाने पर निवेश करके IPO की स्थिरता और सफलता सुनिश्चित करते हैं। हर निवेशक को अपनी श्रेणी और आवेदन प्रक्रिया को समझते हुए सही फैसला लेना चाहिए।
1. Retail Individual Investors (RIIs): छोटे व्यक्तिगत निवेशक
Retail Investors वे व्यक्तिगत निवेशक होते हैं जो ₹2 लाख तक का निवेश करते हैं। यह श्रेणी IPO में सबसे बड़ी और सबसे सक्रिय मानी जाती है।
कौन आते हैं इस श्रेणी में?
- नौकरीपेशा लोग, जैसे शिक्षक, इंजीनियर, डॉक्टर और अन्य।
- छोटे व्यापारी और उद्यमी।
- वे व्यक्ति जो अपनी बचत का छोटा हिस्सा शेयर बाजार में लगाना चाहते हैं।
इनका महत्व क्यों है?
- IPO में आरक्षण: Retail Investors के लिए IPO का 35% हिस्सा आरक्षित होता है।
- अहम भूमिका: यह श्रेणी IPO की लोकप्रियता को दर्शाती है। अगर इस श्रेणी में oversubscription होता है, तो यह दर्शाता है कि IPO में आम निवेशकों की रुचि अधिक है।
- सामान्य निवेशक: यह श्रेणी मुख्यतः छोटे-छोटे आवेदन करती है, लेकिन आवेदन की संख्या बहुत अधिक होती है।
Allotment की प्रक्रिया:
- Oversubscription की स्थिति में, allotment लॉटरी सिस्टम के आधार पर किया जाता है।
- अगर IPO में undersubscription होता है, तो सभी पात्र निवेशकों को पूरे शेयर allocate किए जाते हैं।
उदाहरण:
मान लीजिए किसी IPO में Retail Investors के लिए 10 लाख शेयर उपलब्ध हैं, लेकिन 50 लाख शेयरों के लिए आवेदन आते हैं। ऐसी स्थिति में लॉटरी के जरिए तय किया जाता है कि किन्हें शेयर मिलेंगे।
2. Non-Institutional Investors (NIIs): बड़े व्यक्तिगत निवेशक
NIIs वे निवेशक होते हैं जो ₹2 लाख से अधिक का निवेश करते हैं। इन्हें High Net Worth Individuals (HNIs) भी कहा जाता है।
कौन आते हैं इस श्रेणी में?
- बड़े व्यक्तिगत निवेशक, जिनके पास उच्च वित्तीय क्षमता है।
- छोटे फंड और निवेशक समूह, जो IPO में बड़ा निवेश करते हैं।
- वे निवेशक जो अक्सर IPO के लिए ऋण (loan) लेकर निवेश करते हैं।
इनका महत्व क्यों है?
- IPO में आरक्षण: NIIs के लिए IPO का 15% हिस्सा आरक्षित होता है।
- बड़ा निवेश: यह श्रेणी IPO में बड़े पैमाने पर निवेश करती है, जो IPO को स्थिरता प्रदान करता है।
- Price Discovery: NIIs का निवेश यह तय करने में मदद करता है कि शेयर बाजार में IPO के लिए क्या सही कीमत हो सकती है।
Allotment की प्रक्रिया:
- Oversubscription की स्थिति में, allotment proportional basis पर किया जाता है।
- यानी, जितने शेयरों के लिए आवेदन किया गया है, उसके अनुपात में ही शेयर allocate किए जाते हैं।
- NIIs के पास IPO में बड़ा निवेश करने की ताकत होती है, इसलिए यह श्रेणी IPO की सफलता में बड़ी भूमिका निभाती है।
उदाहरण:
अगर किसी IPO में NIIs के लिए 5 लाख शेयर आरक्षित हैं और 50 लाख शेयरों का आवेदन आता है, तो हर निवेशक को उसके आवेदन के अनुपात में शेयर मिलेंगे।
3. Qualified Institutional Buyers (QIBs): बड़े संस्थागत निवेशक
QIBs वे बड़े और पेशेवर निवेशक होते हैं, जो IPO में विशेषज्ञता के साथ निवेश करते हैं। ये निवेशक वित्तीय संस्थानों और फंड्स के रूप में काम करते हैं।
कौन आते हैं इस श्रेणी में?
- म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां, पेंशन फंड।
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs)।
- बैंक्स, वेंचर कैपिटल फंड, और हेज फंड।
इनका महत्व क्यों है?
- IPO में आरक्षण: QIBs के लिए IPO का 50% हिस्सा आरक्षित होता है।
- Market Confidence: QIBs का निवेश अन्य निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत देता है।
- Anchor Investors: IPO खुलने से पहले QIBs का निवेश अक्सर anchor investors के रूप में होता है। यह IPO की credibility को बढ़ाता है।
Allotment की प्रक्रिया:
- QIBs को allotment हमेशा proportional basis पर मिलता है।
- Anchor Investors को IPO खुलने से पहले कुछ समय के लिए आरक्षित शेयर खरीदने की अनुमति दी जाती है।
- QIBs का निवेश IPO को स्थिरता और मजबूत मांग प्रदान करता है।
उदाहरण:
अगर किसी IPO में QIBs के लिए 20 लाख शेयर आरक्षित हैं और 1 करोड़ शेयरों का आवेदन आता है, तो QIBs को proportional allotment के आधार पर शेयर मिलेंगे।
IPO के लिए इन श्रेणियों का महत्व
IPO में Retail Investors, NIIs और QIBs की अलग-अलग भूमिकाएं होती हैं, जो मिलकर IPO की सफलता तय करती हैं:
- Retail Investors: IPO को व्यापक पहचान देते हैं।
- NIIs: बड़े निवेश के जरिए स्थिरता प्रदान करते हैं।
- QIBs: IPO को साख और भरोसा दिलाते हैं।
इन तीनों श्रेणियों का सही संतुलन और भागीदारी IPO को सफल बनाती है। निवेशकों को अपनी श्रेणी और आवंटन प्रक्रिया को अच्छी तरह समझकर IPO में निवेश करना चाहिए। इससे न केवल उनके रिटर्न बेहतर हो सकते हैं, बल्कि वे बेहतर निवेश निर्णय भी ले सकते हैं।