PNB घोटाला: मेहुल चोकसी की ₹2,566 करोड़ की संपत्ति पर कोर्ट का आदेश, जानिए कैसे हुआ घोटाला
क्या है मामला?
मेहुल चोकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी पर आरोप है कि उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर ₹13,400 करोड़ का घोटाला किया। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला है।
ED और CBI ने इस मामले में कई आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की। पहली FIR 31 जनवरी 2018 को दर्ज की गई, जो PNB के मुंबई जोनल कार्यालय के डिप्टी जनरल मैनेजर द्वारा 29 जनवरी 2018 को की गई शिकायत पर आधारित थी। FIR में नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी मोदी, भाई निशाल मोदी और चाचा मेहुल चोकसी समेत अन्य के नाम शामिल हैं।
इसके बाद CBI ने दो और FIR दर्ज कीं। इस मामले में ज्यादातर आरोपी सभी FIRs में समान हैं। आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किए जा चुके हैं।
अदालत का फैसला
ED ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के माध्यम से अदालत के आदेश की जानकारी दी। पोस्ट में बताया गया कि PNB और ICICI बैंक के साथ मिलकर संपत्तियों की पुनर्स्थापना के लिए एक संयुक्त आवेदन दाखिल किया गया था।
ED का बयान:
“माननीय विशेष अदालत (PMLA), मुंबई ने मेहुल चोकसी मामले (PNB घोटाला) में जब्त संपत्तियों के मुद्रीकरण की अनुमति दी। यह संपत्तियां कुल ₹2,565.90 करोड़ की हैं, जिनमें से ₹125 करोड़ की संपत्तियों का हस्तांतरण शुरू हो गया है।”
इस आदेश के बाद जब्त संपत्तियों को बिक्री के माध्यम से धनराशि में बदला जाएगा और संबंधित बैंकों को इसका लाभ दिया जाएगा।
Hon’ble Special Court (PMLA), Mumbai allowed “monetisation of properties” amounting to Rs. 2565.90 Crore attached or seized by the ED, Mumbai in Mehul Choksi case (PNB fraud case). ED ongoing efforts for restitution of properties worth more than Rs 125 Crore to their rightful…
— ED (@dir_ed) December 10, 2024
चोकसी और नीरव मोदी कहां हैं?
मेहुल चोकसी ने दावा किया है कि उन्होंने भारत से भागने की योजना नहीं बनाई और वह आपराधिक मुकदमों से बचने के लिए भारत छोड़कर नहीं गए। उन्होंने यह भी कहा है कि वह “अनियंत्रित परिस्थितियों” के कारण भारत लौटने में असमर्थ हैं।
माना जाता है कि चोकसी इस समय एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहे हैं। भारत सरकार उनका प्रत्यर्पण कराने की कोशिश कर रही है, जिसका चोकसी वहां की अदालतों में विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर, नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन में जेल में हैं और उनका भारत प्रत्यर्पण लंबित है।
PNB के शेयरों में उछाल
ED के इस आदेश के बाद PNB के शेयर बाजार में तेजी देखी गई। NSE पर PNB का शेयर 2.09% की वृद्धि के साथ ₹111.04 तक पहुंचा। अंत में यह ₹110.47 पर बंद हुआ, जो 1.56% की बढ़त है।
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
पिछले एक साल में PNB के शेयरों में 24.90% की वृद्धि हुई है। वर्ष 2024 की शुरुआत से अब तक इसमें 12.96% का उछाल देखा गया है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, 18 विश्लेषकों में से 8 ने PNB को ‘खरीदें’, 5 ने ‘रोकें’ और 5 ने ‘बेचें’ की सिफारिश की है। औसत 12 महीने का मूल्य लक्ष्य बताता है कि इसमें 1.2% का संभावित और सुधार हो सकता है।
आगे क्या?
ED के मुताबिक, चोकसी और नीरव मोदी के खिलाफ जारी संपत्तियों की जब्ती और बिक्री प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है। अनुमान है कि आने वाले समय में और भी संपत्तियों का मुद्रीकरण किया जाएगा, जिससे बैंकों को राहत मिल सकेगी।