Sagility India IPO: ₹2106 करोड़ का इश्यू 5 नवंबर को खुलेगा, ग्रे मार्केट का मूड क्या कहता है?

Sagility India IPO का प्रबंधन ICICI सिक्योरिटीज, IIFL सिक्योरिटीज, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जबकि Link Intime India Private Ltd को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। अप्रैल-जून 2024 तिमाही में कंपनी ने 1,247.76 करोड़ रुपये का राजस्व और 22.29 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो इसके वित्तीय स्थिरता और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में पकड़ को दर्शाता है। IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी अपने विस्तार और विकास में करेगी।

Sagility India Limited IPO

Sagility India IPO: का फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर है, जबकि इसका प्राइस बैंड ₹28 से ₹30 प्रति शेयर तय किया गया है। इस IPO में न्यूनतम निवेश के लिए लॉट साइज 500 शेयरों का है, जिससे छोटे निवेशक भी इसमें भाग ले सकें। कुल इश्यू साइज 702,199,262 शेयर है, जो कि लगभग ₹2,106.60 करोड़ की राशि का है। यह पूरा इश्यू “ऑफर फॉर सेल” है, जिसमें सभी 702,199,262 शेयर बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे, और इसका उद्देश्य मौजूदा शेयरधारकों द्वारा हिस्सेदारी को कम करना है।

कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए ₹2 प्रति शेयर का डिस्काउंट भी दे रही है, जो इसे कर्मचारियों के लिए भी आकर्षक बनाता है। यह बुक बिल्ट इश्यू टाइप का IPO है और इसे BSE और NSE दोनों पर लिस्ट किया जाएगा। इश्यू से पहले और बाद में कंपनी की शेयरहोल्डिंग 4,681,328,413 शेयरों पर स्थिर रहेगी, क्योंकि इस इश्यू से कोई नए शेयर जारी नहीं किए जा रहे हैं।

Sagility India IPO की वित्तीय(Financial) जानकारी

Sagility India ने वित्तीय वर्ष 2022 से 2024 तक अपनी वित्तीय स्थिति में सकारात्मक सुधार दर्ज किया है। 31 मार्च 2024 तक, कंपनी की संपत्तियाँ 10,664.2 करोड़ रुपये हो गईं, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में बढ़ी हैं। इसी अवधि में कंपनी का राजस्व 4,781.5 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जबकि 2023 में यह 4,236.06 करोड़ रुपये और 2022 में केवल 944.39 करोड़ रुपये था, जो कंपनी की मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। कर के बाद लाभ (PAT) में भी सुधार हुआ है, जो 2022 के नकारात्मक -4.67 करोड़ रुपये से 2024 में 228.27 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। कंपनी की नेट वर्थ भी बढ़कर 6,443.13 करोड़ रुपये हो गई है, जो उसके वित्तीय स्वास्थ्य को मजबूत करती है। हालांकि, रिजर्व और अधिशेष में कमी देखी गई, जो 2023 में 4,013.38 करोड़ रुपये से घटकर 2024 में 1,855.44 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह, कुल उधारी भी 4,239.23 करोड़ रुपये (2022) से घटकर 1,933.52 करोड़ रुपये (2024) पर आ गई, जो कंपनी की कर्ज कम करने की नीति को दर्शाती है।

जानें ग्रे मार्केट का आकलन?

Sagility India IPO के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) वर्तमान में ₹0 पर स्थिर है, जो 28 अक्टूबर 2024 से 2 नवंबर 2024 तक सभी तारीखों में दर्ज किया गया है। IPO का इश्यू प्राइस ₹30 प्रति शेयर है, और इस पर कोई प्रीमियम न होने से इसका अनुमानित लिस्टिंग प्राइस भी ₹30 ही है, यानी लिस्टिंग पर कोई प्रतिशत लाभ या हानि नहीं दिख रही है। Sub2 सौदा रेट भी उपलब्ध नहीं है, जो यह संकेत देता है कि ग्रे मार्केट में अभी इस IPO के प्रति कोई खास उत्साह नहीं है। निवेशकों के लिए यह स्थिर GMP कंपनी के मौजूदा आकर्षण की कमी की ओर इशारा करता है।

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