Kotak Mahindra Bank का Q2 FY2024 में 47% मुनाफा घटा, एनपीए में ₹6,033 करोड़ की बढ़ोतरी
Kotak Mahindra Bank के Q2 FY2024 के नतीजे बाजार की उम्मीदों से काफी कमजोर साबित हुए हैं। बैंक के मुनाफे में 47% की गिरावट और एनपीए में ₹6,033 करोड़ की बढ़ोतरी ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
Kotak Mahindra Bank ने सितंबर 2024 तिमाही के नतीजे जारी किए हैं, जो बैंक की वित्तीय स्थिति के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। पिछले कुछ तिमाहियों में बैंक ने जिस स्थिरता को बनाए रखा था, वह इस बार कमजोर पड़ती दिख रही है। बैंक का शुद्ध लाभ पिछले तिमाही के मुकाबले लगभग 47% की गिरावट के साथ ₹6,249.82 करोड़ से घटकर ₹3,343.72 करोड़ रह गया है। इस गिरावट ने बाजार में निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है।
एनपीए में खतरनाक बढ़ोतरी
बैंक के सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां) में भी बढ़ोतरी देखी गई है, जो बैंक की कर्ज वसूली क्षमता पर सवाल खड़े कर रही है। जून 2024 में जहां सकल एनपीए ₹5,477.15 करोड़ था, वहीं सितंबर 2024 में यह बढ़कर ₹6,033.17 करोड़ हो गया है। बैंक की बैलेंस शीट पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, और इससे बैंक के कर्ज देने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
खर्चों में भारी वृद्धि और प्रॉफिट पर दबाव
बैंक के कुल खर्च में भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। जहां पिछले तिमाही में खर्च ₹10,421.04 करोड़ था, वहीं इस तिमाही में यह बढ़कर ₹10,801.21 करोड़ हो गया है। खासतौर पर कर्मचारी लागत और ऑपरेटिंग खर्चों में बढ़ोतरी ने बैंक के मुनाफे को और कम कर दिया है। ऐसे में बैंक की लाभप्रदता पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
ऑपरेटिंग प्रॉफिट में गिरावट
बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी घटकर ₹5,099.25 करोड़ रह गया है, जो पिछले तिमाही के ₹5,254.11 करोड़ से कम है। यह संकेत देता है कि बैंक की आय में आई मामूली बढ़त भी खर्चों की अधिकता के कारण बेमानी हो गई है। बढ़ते कर्ज, एनपीए और संचालन लागत के कारण बैंक का प्रॉफिट दबाव में है।
निवेशकों की प्रतिक्रियाएं और भविष्य की चुनौतियां
इन कमजोर वित्तीय नतीजों ने बैंक के निवेशकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। बैंक की कर्ज की गुणवत्ता में गिरावट, मुनाफे में बड़ी कमी और खर्चों में बढ़ोतरी से निवेशक बैंक की भविष्य की रणनीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। यदि बैंक अपनी रणनीतियों में सुधार नहीं करता, तो उसे आने वाले समय में और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
समेकित उपायों की जरूरत
Kotak Mahindra Bank के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। बैंक को अपने खर्चों पर नियंत्रण, एनपीए की रोकथाम और मुनाफे को फिर से बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बैंक जल्द ही अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करता, तो इसे बाजार में और अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष
Kotak Mahindra Bank की इस तिमाही के नतीजे पिछली तिमाही के मुकाबले कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण साबित हुए हैं। बैंक को अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने और बाजार में निवेशकों का विश्वास फिर से हासिल करने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।