IDFC First Bank में निवेश का सुनहरा मौका! जानें क्यों ICICI Direct ने दी है ‘Buy’ की सलाह!
ICICI Direct ने हाल ही में IDFC First Bank पर ‘Buy’ रेटिंग दी है और अगले 12 महीनों में इसका टारगेट प्राइस ₹75 रखा है। फिलहाल यह शेयर ₹65 के आसपास ट्रेड कर रहा है, जिसका मतलब है कि इसमें करीब 15% का संभावित फायदा हो सकता है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ICICI Direct को इतना भरोसा क्यों है? चलिए इसे आसान भाषा में समझते हैं।
बैंक की पृष्ठभूमि और परफॉर्मेंस पर एक नज़र:
IDFC First Bank की शुरुआत 2018 में हुई थी जब IDFC Bank और Capital First का मर्जर हुआ था। तब से लेकर अब तक बैंक ने अपने बिजनेस को पूरी तरह रिटेल फोकस्ड बना दिया है।
- रिटेल एसेट्स का योगदान: अब बैंक की कुल लोन बुक का करीब 59% हिस्सा रिटेल लोन से आता है।
- शाखाओं का नेटवर्क: सितंबर 2024 तक बैंक की 961 शाखाएँ हो चुकी हैं।
ताज़ा नतीजे (Q2FY25):
हाल ही में बैंक ने अपने Q2FY25 के नतीजे घोषित किए, जो थोड़े मिश्रित रहे। कुछ चीज़ें शानदार रहीं, तो कुछ में थोड़ी दिक्कतें भी आईं।
- लोन ग्रोथ: बैंक ने सालाना आधार पर 21.5% ग्रोथ दिखाई है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान रिटेल लोन का रहा, जो 25% बढ़ा है।
- डिपॉजिट्स की ग्रोथ: डिपॉजिट्स में 32.4% की तेजी आई है। इसमें भी रिटेल डिपॉजिट्स का हिस्सा प्रमुख है, जो 37.5% बढ़ा है। बैंक का CASA रेशियो (करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट का अनुपात) भी बढ़कर 48.9% हो गया है।
निवेश की सिफारिश क्यों दी गई है?
1. मजबूत ग्रोथ ट्रैक:
ICICI Direct को भरोसा है कि बैंक की लोन ग्रोथ और डिपॉजिट्स की ग्रोथ आने वाले समय में भी इसी तरह जारी रहेगी। बैंक का फोकस रिटेल डिपॉजिट्स पर है, जो स्थिर और सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए अच्छा संकेत है।
2. प्रावधानों में सतर्कता:
बैंक ने कुछ माइक्रोफाइनेंस लोन और एक इन्फ्रा टोल प्रोजेक्ट के लिए ₹568 करोड़ का अतिरिक्त प्रावधान किया है। यह एक रिस्क मैनेजमेंट कदम है, जिससे बैंक भविष्य में संभावित नुकसान को पहले से कवर कर सके।
3. बेहतर ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस का लक्ष्य:
बैंक की Cost-to-Income Ratio (C/I Ratio), जो अभी 70.7% है, उसे FY27 तक 65% तक लाने का प्लान है। इसका मतलब है कि बैंक अपने खर्चों पर काबू पाने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे मुनाफे में सुधार होगा।
4. बैलेंस शीट का सुधार:
मर्जर के बाद से बैंक ने अपनी बैलेंस शीट को लगातार मजबूत किया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर लोन का हिस्सा घटाकर सिर्फ 1.2% कर दिया गया है, जबकि रिटेल और कंज्यूमर लोन का हिस्सा बढ़ा है।
क्या हैं चुनौतियाँ?
हालांकि बैंक की स्थिति मजबूत है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
उच्च ऑपरेटिंग खर्च:
बैंक का RoA (Return on Assets) अभी दबाव में है। ऑपरेटिंग खर्च ज्यादा होने की वजह से यह 0.57% पर आ गया है।अनसिक्योर्ड लोन का जोखिम:
बैंक के पास कुछ माइक्रोफाइनेंस और कंज्यूमर लोन हैं, जो अनसिक्योर्ड हैं। इसमें डिफॉल्ट का थोड़ा जोखिम रहता है।
IDFC First Bank: वित्तीय प्रदर्शन की गहराई से समझ (ICICI Direct के अनुसार)
Particulars | FY21 | FY22 | FY23 | FY24 | 3 Year CAGR (FY21-FY24) | FY25E | FY26E | FY27E | 3 Year CAGR (FY24-FY27E) |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
NII (₹ crore) | 7,380 | 9,706 | 12,635 | 16,451 | 31% | 19,602 | 23,348 | 28,154 | 20% |
PPP (₹ crore) | 2,498 | 3,284 | 4,932 | 6,237 | 36% | 8,022 | 10,057 | 13,124 | 28% |
PAT (₹ crore) | 452 | 146 | 2,437 | 2,957 | 87% | 2,358 | 4,013 | 5,635 | 24% |
P/E (x) | 81.6 | 277.7 | 17.7 | 15.5 | - | 19.5 | 11.5 | 8.2 | - |
ABV (₹) | 28.1 | 30.8 | 36.8 | 43.8 | - | 46.8 | 51.2 | 58.6 | - |
P/ABV (x) | 2.3 | 2.1 | 1.8 | 1.5 | - | 1.4 | 1.3 | 1.1 | - |
RoA (%) | 0.3 | 0.1 | 1.1 | 1.1 | - | 0.7 | 1.1 | 1.2 | - |
RoE (%) | 2.7 | 0.8 | 10.4 | 10.2 | - | 7.1 | 11.1 | 13.9 | - |
Source: Company, ICICI Direct Research |
IDFC First Bank वित्तीय प्रदर्शन: FY21 से FY27E तक का सफर (ICICI Direct के अनुसार)
1. नेट इंटरेस्ट इनकम (NII)
बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII), यानी वह आय जो बैंक को लोन पर ब्याज से मिलती है, लगातार बढ़ रही है।
- FY21 में यह ₹7,380 करोड़ थी, जो FY24 में बढ़कर ₹16,451 करोड़ हो गई।
- FY25E-FY27E के लिए अनुमानित वृद्धि 20% की दर से है, जिससे यह ₹28,154 करोड़ तक पहुंच सकती है।
2. ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPP)
बैंक का Pre-Provisioning Operating Profit (PPP) भी तेजी से बढ़ रहा है।
- FY21 में ₹2,498 करोड़ से FY24 में ₹6,237 करोड़ तक का सफर तय किया गया है।
- FY27E तक यह ₹13,124 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें 28% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) देखी जा सकती है।
3. शुद्ध लाभ (PAT)
बैंक के Profit After Tax (PAT) में भी शानदार उछाल देखा गया है।
- FY21 में ₹452 करोड़ के मुकाबले FY24 में यह ₹2,957 करोड़ तक पहुंचा।
- अगले तीन वर्षों में यह 24% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़कर ₹5,635 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
4. रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA)
बैंक की RoA FY21 में 0.3% से बढ़कर FY24 में 1.1% हो गई है।
- FY27E तक इसे 1.2% तक पहुंचने का लक्ष्य है, जो यह दर्शाता है कि बैंक अपनी परिसंपत्तियों से अधिकतम रिटर्न निकालने में सक्षम हो रहा है।
5. रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE)
RoE में भी सुधार देखा गया है।
- FY21 में यह केवल 2.7% था, जो FY24 में बढ़कर 10.2% हो गया।
- FY27E तक यह 13.9% तक पहुंचने का अनुमान है, जो कि निवेशकों के लिए आकर्षक संकेत है।
6. शेयर की वैल्यूएशन (P/E और P/ABV)
- P/E रेशियो FY21 में 81.6 के उच्च स्तर से घटकर FY27E में 8.2 तक आ सकता है।
- P/ABV (Price to Adjusted Book Value) भी FY21 में 2.3 से घटकर FY27E में 1.1 हो सकता है, जो इसे एक सस्ता लेकिन मूल्यवान निवेश बनाता है।
क्या कहता है यह डेटा?
ICICI Direct की रिपोर्ट के अनुसार, IDFC First Bank का फोकस अब न सिर्फ ग्रोथ पर है, बल्कि अपने ऑपरेशन को और अधिक कुशल बनाने पर भी है।
- बैंक ने इन्फ्रास्ट्रक्चर लोन को कम कर दिया है और रिटेल लोन पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।
- प्रावधानों में वृद्धि भले ही मुनाफे पर असर डाल रही हो, लेकिन यह बैंक के जोखिम प्रबंधन को दर्शाता है।
- बैंक का CASA रेशियो और डिपॉजिट ग्रोथ भी बेहद मजबूत है, जो इसकी भविष्य की क्षमता को दिखाता है।
ICICI Direct की सिफारिश का सार:
निवेशकों के लिए सलाह:
इस बैंक में निवेश करने से पहले अपने रिस्क प्रोफाइल और लक्ष्यों का भी ध्यान रखें। अगर आप स्टेबल और ग्रोथ दोनों चाहते हैं, तो IDFC First Bank आपके पोर्टफोलियो के लिए एक अच्छा ऐड हो सकता है।इस लेख में प्रस्तुत सभी जानकारी निवेश के लिए सिर्फ एक सामान्य मार्गदर्शन के रूप में है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। हम किसी विशेष निवेश पर सलाह देने या सलाह की वैधता को लेकर जिम्मेदार नहीं हैं। निवेश से जुड़े सभी निर्णय केवल आपके व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम प्रोफाइल और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए किए जाने चाहिए। कृपया निवेश करने से पहले एक योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। बाजार में निवेश से जुड़ी सभी जोखिमों का ध्यान रखें।