Check IPO Allotment Status Online – Complete Step-by-Step Guide, Check Date, Process and Calculation
IPO Allotment Status यह जानकारी देता है कि IPO में निवेशकों को कितने शेयर आवंटित किए गए हैं। यह प्रक्रिया IPO रजिस्ट्रार (जैसे Linkintime या KFintech) द्वारा संचालित की जाती है।
Mainboard & SME IPO Allotment Status, Date & Links
Top IPO Registrar in India
IPO Allotment Status क्या है?
IPO Allotment Status हर निवेशक के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है। यह निवेशकों को यह जानकारी देता है कि उनके द्वारा आवेदन किए गए IPO शेयर उन्हें आवंटित हुए हैं या नहीं। जब कोई कंपनी IPO (Initial Public Offering) लॉन्च करती है, तो आमतौर पर 3 दिनों की Subscription Window होती है। इस अवधि के बाद, निवेशक अगले कुछ दिनों में अपना Allotment Status चेक कर सकते हैं।
IPO Allotment की जानकारी आप PAN नंबर, Application नंबर, और Demat अकाउंट के जरिए पता कर सकते हैं। अगर आपके आवेदन को स्वीकार किया गया है, तो शेयर आपके Demat अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे।
IPO Allotment Status क्यों है जरूरी?
IPO Allotment Status निवेशक और कंपनी दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं इसके फायदे:
निवेशकों के लिए:
- स्पष्ट परिणाम: यह दिखाता है कि निवेशकों को कितने शेयर आवंटित हुए।
- आर्थिक योजना में मदद: निवेशकों को आगे की वित्तीय योजना बनाने में सहायता करता है।
- रिफंड की गारंटी: असफल आवेदनों के लिए रिफंड की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
- निवेश संतोष: निवेशकों का भरोसा बढ़ाता है।
कंपनी के लिए:
- बाजार मांग का संकेत: IPO के प्रति निवेशकों का उत्साह दिखाता है।
- विश्वास का निर्माण: एक सफल IPO कंपनी के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ाता है।
- ब्रांड प्रतिष्ठा: IPO में अच्छी प्रतिक्रिया से कंपनी की साख बढ़ती है।
- लिक्विडिटी: Post-IPO liquidity बढ़ाने में मदद करता है।
IPO Allotment Status Process कैसे काम करता है?
IPO Allotment Status को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि यह प्रक्रिया कैसे काम करती है:
Subscription प्रक्रिया पूरी होने के बाद:
IPO बंद होने के 3-5 दिनों के अंदर Registrar कंपनी की डिमांड, बाजार स्थिति और कंपनी वैल्यू के आधार पर शेयर का फाइनल प्राइस तय करता है।Allotment Status की घोषणा:
IPO बंद होने के 24 घंटों के अंदर Allotment Status जारी किया जाता है।Refund प्रक्रिया:
जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलते, उनके पैसे अगले 1-2 दिनों में रिफंड कर दिए जाते हैं।
IPO Allotment Status चेक कैसे करें?
IPO Allotment Status चेक करने के कई तरीके हैं:
1. Registrar की वेबसाइट के जरिए:
- Link Intime या KFintech की वेबसाइट पर जाएं।
- Allotment Status सेक्शन में जाएं।
- IPO का नाम चुनें।
- अपना PAN नंबर, Application नंबर, या Demat ID दर्ज करें।
- Submit पर क्लिक करें, और आपका Status स्क्रीन पर दिख जाएगा।
2. स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट के जरिए (BSE/NSE):
- BSE या NSE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- IPO Allotment Status पेज पर क्लिक करें।
- IPO का नाम और अन्य विवरण चुनें।
- PAN नंबर या Application नंबर डालें।
- Status चेक करें।
3. ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म के जरिए:
- अपने ब्रोकरेज ऐप (जैसे Zerodha, Groww, Upstox) में लॉगिन करें।
- Portfolio सेक्शन में अपने शेयर देखें।
- अगर शेयर आवंटित हुए हैं, तो वे आपके पोर्टफोलियो में दिखेंगे।
IPO Allotment के लिए जरूरी जानकारी
IPO Allotment Status चेक करने के लिए आपको ये जानकारी चाहिए:
- PAN नंबर: यह आपके आवेदन की पहचान करने के लिए आवश्यक है।
- Application नंबर: यह आपको आवेदन के समय दिया गया यूनिक नंबर है।
- Demat अकाउंट डिटेल्स: आपके शेयर यहीं क्रेडिट होंगे।
IPO Allotment Process में महत्वपूर्ण टर्म्स
- Lot Size: एक आवेदन में कितने शेयरों के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- Oversubscription: जब आवेदन शेयरों की मांग शेयरों की संख्या से ज्यादा हो जाती है।
- ASBA (Application Supported by Blocked Amount): बैंक खाते में ब्लॉक किया गया पैसा जो Allotment के बाद डेबिट होता है।
- Pro-rata Allotment: Oversubscription के मामलों में शेयरों का आंशिक वितरण।
IPO Allotment Status के परिणाम
PO Allotment के तीन मुख्य परिणाम होते हैं:
Successful Allotment:
आपको आपके द्वारा आवेदन किए गए सभी शेयर मिल जाते हैं।Partial Allotment:
Oversubscription की स्थिति में आपको कम शेयर मिलते हैं।Unsuccessful Allotment:
शेयर नहीं मिलते और आपका पैसा रिफंड कर दिया जाता है।
Allotment के बाद के फाइनेंशियल कदम
- Demat अकाउंट चेक करें: यह सुनिश्चित करें कि आपके शेयर आपके अकाउंट में क्रेडिट हो गए हैं।
- लिस्टिंग की तारीख याद रखें: लिस्टिंग के दिन आप अपने शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
- शेयर होल्ड या सेल करने का निर्णय लें: लॉन्ग-टर्म या शॉर्ट-टर्म प्रॉफिट के आधार पर निर्णय लें।
- टैक्स कंसिक्वेंस:
- शॉर्ट-टर्म: 1 साल के अंदर बेचे गए शेयर पर उच्च टैक्स।
- लॉन्ग-टर्म: 1 साल के बाद बेचे गए शेयर पर कम टैक्स।
निष्कर्ष
IPO Allotment Status हर निवेशक के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल उनके निवेश की स्थिति को स्पष्ट करता है, बल्कि उनके वित्तीय निर्णयों को भी आसान बनाता है। Link Intime, KFintech, और BSE/NSE जैसी वेबसाइट्स के जरिए Status चेक करना बहुत सरल और तेज है।
अपने अगले IPO में निवेश से पहले इन प्रक्रियाओं को समझना और इनका सही उपयोग करना आपके निवेश अनुभव को बेहतर बनाएगा।