
SME IPO
| Company | Open | Close | Listing Date | Issue Size (Cr) | Issue Price (INR) | Lot Size | Exchange | Listing Price | Overall Subscription |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
BSE SME
CLOSE
Mother Nutri Foods Ltd. IPO | Nov 26, 2025 | Nov 28, 2025 | Dec 3, 2025 | ₹39.59 Cr | ₹111 to ₹117 | 1,200 | BSE SME | 15.92x | |
BSE SME
CLOSE
K K Silk Mills Ltd. IPO | Nov 26, 2025 | Nov 28, 2025 | Dec 3, 2025 | ₹28.50 Cr | ₹36 to ₹38 | 3,000 | BSE SME | 5.66x | |
BSE SME
CLOSE
SSMD Agrotech India Ltd. IPO | Nov 25, 2025 | Nov 27, 2025 | Dec 2, 2025 | ₹34.09 Cr | ₹114 to ₹121 | 1,000 | BSE SME | 1.62x |

Mother Nutri Foods Ltd. IPO

K K Silk Mills Ltd. IPO

SSMD Agrotech India Ltd. IPO
SME IPO क्या है?
भारत में छोटे और मध्यम उद्योगों यानी SMEs का बहुत बड़ा योगदान है। आज देश के आर्थिक विकास में करीब 30% हिस्सा इन्हीं उद्यमों का है। लाखों लोगों को रोजगार देने वाले ये छोटे व्यवसाय अब खुद को बड़ा बनाने के लिए पूंजी की आवश्यकता महसूस करते हैं। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए एक विशेष व्यवस्था बनाई गई जिसे हम SME IPO के नाम से जानते हैं। SME IPO यानी Small and Medium Enterprises Initial Public Offering, एक ऐसा जरिया है जिससे छोटे बिजनेस भी अब आम जनता से पैसे जुटाकर तेजी से अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं।
SME क्या होते हैं?
SME यानी छोटे और मध्यम उद्यम वे व्यवसाय होते हैं जिनकी निवेश और टर्नओवर की सीमा तय होती है। भारत में इन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया है – सूक्ष्म, लघु और मध्यम। सूक्ष्म उद्यमों में 1 करोड़ रुपए तक का निवेश और 5 करोड़ रुपए तक का टर्नओवर होता है, जबकि लघु उद्यमों में यह सीमा 10 करोड़ निवेश और 50 करोड़ टर्नओवर तक होती है। मध्यम उद्यमों के लिए 50 करोड़ रुपए निवेश और 250 करोड़ रुपए तक टर्नओवर की सीमा निर्धारित है। इन SMEs का देश की जीडीपी, रोजगार सृजन और निर्यात में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है।
SME IPO क्या है?
जब कोई छोटी या मध्यम आकार की कंपनी अपने बिजनेस के विस्तार के लिए जनता से पूंजी जुटाने के इरादे से अपने शेयर बाजार में जारी करती है, तो उसे SME IPO कहा जाता है। बड़े IPO की तरह ही, SME IPO भी कंपनियों को पूंजी जुटाने का मौका देता है, लेकिन यह मुख्य स्टॉक एक्सचेंज के बजाय विशेष रूप से बनाए गए प्लेटफॉर्म जैसे BSE SME या NSE Emerge पर सूचीबद्ध होता है। SME IPO छोटे निवेशकों के लिए नए और उभरते बिजनेस में निवेश करने का एक शानदार अवसर भी प्रदान करता है।
SME IPO का इतिहास भारत में
भारत में SME IPO का कांसेप्ट वर्ष 2012 में अस्तित्व में आया। तब Bombay Stock Exchange (BSE) ने SME प्लेटफॉर्म लॉन्च किया और पहली SME कंपनी ने IPO लाकर शेयर बाजार में एंट्री ली। इसके कुछ समय बाद NSE ने भी NSE Emerge प्लेटफॉर्म शुरू किया। पिछले कुछ वर्षों में SME प्लेटफॉर्म पर 400 से ज्यादा कंपनियां लिस्ट हो चुकी हैं और कई निवेशकों ने यहां से मल्टीबैगर रिटर्न भी कमाया है। भारत में SMEs के विकास को देखते हुए यह प्लेटफॉर्म दिन-ब-दिन मजबूत होता जा रहा है।
SME IPO लाने की प्रक्रिया
SME IPO लाने के लिए कंपनियों को कई महत्वपूर्ण चरणों से गुजरना पड़ता है। सबसे पहले कंपनी एक मर्चेंट बैंकर नियुक्त करती है जो पूरे IPO प्रोसेस को संभालता है। इसके बाद Draft Red Herring Prospectus यानी DRHP तैयार कर सेबी और स्टॉक एक्सचेंज को सौंपा जाता है। फिर कंपनी अपने बिजनेस को प्रमोट करने के लिए रोडशो और मार्केटिंग अभियान चलाती है। जब सारे अनुमोदन मिल जाते हैं, तब IPO लॉन्च होता है और निवेशक आवेदन करते हैं। IPO के बंद होने के बाद शेयरों का आवंटन होता है और कंपनी SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हो जाती है।
SME IPO में SEBI के नियम
सेबी ने SME IPO के लिए कुछ विशेष दिशानिर्देश बनाए हैं ताकि निवेशकों के हितों की रक्षा हो सके। SME IPO का इश्यू साइज अधिकतम 25 करोड़ रुपए तक का होना चाहिए। वहीं, हर निवेशक को कम से कम ₹1 लाख का आवेदन करना अनिवार्य है। IPO के बाद कंपनी की कुल पूंजी ₹1 करोड़ से ₹25 करोड़ के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा इश्यू का 100% अंडरराइटिंग अनिवार्य है और कंपनी को तीन साल तक मार्केट मेकर के जरिए शेयरों में तरलता बनाए रखनी होती है।
SME IPO में निवेश के फायदे
SME IPO में निवेश करने के कई बड़े फायदे हैं। सबसे पहला फायदा है हाई ग्रोथ पोटेंशियल। चूंकि SMEs शुरुआत में तेजी से बढ़ती हैं, इसलिए यहां निवेश करने पर बड़ा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। दूसरा फायदा है कि इन IPO में भीड़ कम होती है, जिससे निवेशकों को शेयरों के अलॉटमेंट का बेहतर मौका मिलता है। तीसरा, SME IPO से अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाई जा सकती है क्योंकि विभिन्न सेक्टर के उभरते बिजनेस में निवेश का अवसर मिलता है। इसके अलावा नए और अनुभवी निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक बाजार साबित हो सकता है।
SME IPO में निवेश के नुकसान
हालांकि SME IPO में अवसर हैं, लेकिन कुछ जोखिम भी हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है। SME स्टॉक्स में तरलता कम होती है, यानी इन्हें बाजार में आसानी से खरीदा-बेचा नहीं जा सकता। इसके अलावा, छोटी कंपनियां आर्थिक उतार-चढ़ाव से ज्यादा प्रभावित होती हैं, जिससे निवेश जोखिम बढ़ जाता है। SMEs की जानकारी सीमित होती है और पारदर्शिता बड़ी कंपनियों के मुकाबले कम हो सकती है। साथ ही SME स्टॉक्स में वोलैटिलिटी अधिक होती है, यानी इनके शेयर की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव हो सकता है।
SME IPO में निवेश कैसे करें?
अगर आप SME IPO में निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले एक डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना जरूरी है। इसके बाद Net Banking या UPI के जरिए ASBA प्रोसेस का इस्तेमाल करते हुए SME IPO में आवेदन किया जा सकता है। IPO में निवेश करने से पहले कंपनी का DRHP जरूर पढ़ें और उसके बिजनेस मॉडल, वित्तीय स्थिति और ग्रोथ संभावनाओं का विश्लेषण करें। हमेशा लॉन्ग टर्म के नजरिए से निवेश करें और रिटर्न के साथ जुड़े जोखिमों का मूल्यांकन अवश्य करें।
SME IPO में निवेश करते समय ध्यान देने योग्य बातें
SME IPO में निवेश करते समय कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट को गहराई से पढ़ना चाहिए। बिजनेस मॉडल समझना चाहिए और यह देखना चाहिए कि कंपनी किन सेक्टर्स में काम कर रही है। साथ ही कंपनी के प्रमोटर्स और मैनेजमेंट टीम का बैकग्राउंड चेक करना जरूरी है। IPO का प्राइसिंग वाजिब है या नहीं, इसका भी विश्लेषण करें। इसके अलावा, पूरे सेक्टर का एनालिसिस और बाजार की स्थितियों का ध्यान रखते हुए ही निवेश का फैसला लें।
SME IPO के सफल उदाहरण
पिछले कुछ वर्षों में कई SME IPO ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। EKI Energy ने अपने लिस्टिंग के बाद महज कुछ महीनों में निवेशकों को 10,000% से ज्यादा का रिटर्न दिया। Atam Valves और Uma Exports जैसे SME IPOs ने भी शानदार रिटर्न दिए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि यदि सही कंपनी चुनी जाए तो SME IPO से निवेशकों को बड़े मुनाफे का अवसर मिल सकता है।
SME IPO का भारत में भविष्य
SME सेक्टर भारत की अर्थव्यवस्था का आधारभूत स्तंभ बन चुका है। सरकार की Make in India, Start-up India और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलें SMEs को बढ़ावा दे रही हैं। आने वाले 5 वर्षों में SME प्लेटफॉर्म पर 1000 से भी अधिक कंपनियों के लिस्ट होने की संभावना है। इससे SMEs के लिए पूंजी जुटाना और आसान होगा और निवेशकों के लिए नये मल्टीबैगर स्टॉक्स तलाशने के मौके बढ़ेंगे।
SME IPO भारतीय शेयर बाजार में निवेश का एक उभरता हुआ अवसर है। सही विश्लेषण और समझदारी के साथ निवेश करने पर SME IPO से भारी रिटर्न कमाया जा सकता है। हालांकि, SME स्टॉक्स में जोखिम भी अधिक होता है, इसलिए हर निवेशक को अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का मूल्यांकन करना चाहिए और सोच-समझकर निवेश करना चाहिए। अगर आप भी छोटे बिजनेस के ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो SME IPO आपके लिए एक शानदार अवसर हो सकता है।
