TCS के Q1FY26 नतीजे जारी: मुनाफे में साल-दर-साल 5.9% की बढ़ोतरी,₹11 अंतरिम डिविडेंड का ऐलान

TCS ने Q1FY26 में ₹12,819 करोड़ का मुनाफा कमाया और ₹11 का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया। राजस्व ₹63,437 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही से कम है। BFSI सेगमेंट ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि कम्युनिकेशन सेक्टर में गिरावट आई। कुल मिलाकर स्थिर लेकिन सतर्क नतीजे रहे।
TCS के तिमाही नतीजे: मुनाफे में हल्की बढ़त, लेकिन राजस्व में गिरावट – निवेशकों के लिए मिले-जुले संकेत
TCS Q1FY26 नतीजे

TCS के Q1FY26 नतीजे में मुनाफा बढ़ा, लेकिन राजस्व में गिरावट – निवेशकों को मिश्रित संकेत।

TCS के तिमाही नतीजे: मुनाफे में हल्की बढ़त, लेकिन राजस्व में गिरावट – निवेशकों के लिए मिले-जुले संकेत

मुंबई, 9 जुलाई

Tata Consultancy Services (TCS) ने अपने जून 2025 (Q1FY26) तिमाही नतीजे घोषित कर दिए हैं। आईटी इंडस्ट्री की इस दिग्गज कंपनी ने कई मोर्चों पर स्थिरता दिखाई है, लेकिन कुछ ऐसे पहलू भी हैं जो थोड़ा चिंतित करते हैं। आइए एक-एक करके समझते हैं कि इस तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन कैसा रहा।

राजस्व में मामूली गिरावट, लेकिन मुनाफे में सुधार

इस तिमाही में TCS ने ₹63,437 करोड़ का राजस्व कमाया। पिछली तिमाही (मार्च 2025) में यह ₹64,479 करोड़ था, यानी लगभग 1.6% की गिरावट आई है। हालांकि, अगर पिछले साल की इसी तिमाही (Q1FY25) से तुलना करें, तो उस वक्त कंपनी ने ₹62,613 करोड़ कमाए थे। इस हिसाब से सालाना आधार पर करीब 1.3% की बढ़त जरूर देखने को मिली है।

कंपनी ने इस तिमाही में ₹12,819 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है, जो पिछली तिमाही के ₹12,293 करोड़ से लगभग 4.3% ज्यादा है। सालाना आधार पर यह मुनाफा ₹12,105 करोड़ से 5.9% ऊपर है।

निवेशकों के लिए अच्छी खबर – ₹11 का अंतरिम डिविडेंड

कंपनी ने इस तिमाही में ₹11 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है। यह उन शेयरधारकों को मिलेगा जिनका नाम 16 जुलाई 2025 तक रजिस्टर्ड रहेगा। भुगतान की तारीख 4 अगस्त 2025 तय की गई है।

पिछली तिमाही में कंपनी ने ₹30 का फाइनल डिविडेंड दिया था, जिससे यह साफ है कि कंपनी शेयरधारकों को लगातार अच्छा रिटर्न दे रही है।

सेगमेंट परफॉर्मेंस – कुछ मजबूत, कुछ कमजोर

BFSI (बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज) सेगमेंट ने ₹24,736 करोड़ का राजस्व दिया, जो कंपनी का सबसे मजबूत स्तंभ बना रहा।

कम्युनिकेशन, मीडिया और टेक्नोलॉजी सेगमेंट ने निराश किया – ₹11,022 करोड़ से घटकर ₹9,436 करोड़ हो गया यानी 14.4% की गिरावट।

कंज़्यूमर बिज़नेस और मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखा – स्थिर प्रदर्शन रहा।

खर्च पर कंट्रोल, लेकिन मार्जिन दबाव में

कर्मचारियों पर खर्च इस तिमाही में ₹37,715 करोड़ रहा, जो कंपनी का सबसे बड़ा व्यय है। अच्छी बात ये रही कि सॉफ्टवेयर लाइसेंस और उपकरणों की लागत ₹2,748 करोड़ से घटकर ₹726 करोड़ हो गई।

इससे ऑपरेटिंग मार्जिन को थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन राजस्व में गिरावट ने टॉपलाइन ग्रोथ को प्रभावित किया।

EPS और शेयरधारकों की कमाई

प्रति शेयर आय (EPS) ₹35.27 रही, जो पिछली तिमाही ₹33.79 से ऊपर है। कंपनी की कुल Total Comprehensive Income ₹14,100 करोड़ रही, जबकि Q4FY25 में यह ₹12,855 करोड़ थी।

कुल मिलाकर नतीजों का सार – स्थिर लेकिन धीमी चाल

TCS ने Q1FY26 में ऐसा प्रदर्शन किया है जिसे "मिलाजुला" कहा जा सकता है। मुनाफा और EPS बढ़ा है, डिविडेंड भी मिला है, लेकिन राजस्व में गिरावट और कुछ प्रमुख सेगमेंट्स में कमजोरी कंपनी के लिए संकेत हैं कि ग्रोथ पर फोकस बढ़ाना होगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी को नॉर्थ अमेरिका, डिजिटल प्रोजेक्ट्स और क्लाइंट डील्स पर रणनीतिक निवेश करना होगा। अभी के लिए कंपनी स्थिर है, लेकिन तेजी के लिए नई योजनाएं ज़रूरी हैं।

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