Air India दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट:दोनों इंजन हवा में बंद हुए, पायलट बोला – “मैंने बंद नहीं किया”

12 जून 2025 को एयर इंडिया AI171 अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दोनों इंजन उड़ान के 3 सेकंड बाद बंद हो गए, जिससे विमान 32 सेकंड में ही मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया। हादसे में 270 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई। जांच में तकनीकी गड़बड़ी और पायलट कन्फ्यूजन सामने आया है।
एयर इंडिया AI171 क्रैश: "मैंने बंद नहीं किया..." — आख़िरी लफ़्ज़
Air India AI171 Crash

12 जून 2025 की सुबह हुई एयर इंडिया AI171 दुर्घटना की रिपोर्ट से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

"मैंने बंद नहीं किया..." — वो आख़िरी लफ़्ज़ थे।

12 जून 2025 की सुबह थी। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी। यात्रियों को क्या पता था कि महज़ कुछ सेकंड में उनकी ज़िंदगियाँ हमेशा के लिए बदलने वाली हैं। उड़ान भरी ही थी कि आसमान में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।

अब जो प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है, उससे दिल और भी भारी हो गया है।

विमान ने सुबह 08:07 पर रनवे से उड़ान भरी। 08:08:39 पर उसने आसमान को छुआ। लेकिन सिर्फ़ तीन सेकंड बाद, दोनों इंजनों की फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हो गई। रिपोर्ट बताती है कि दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच 'RUN' से 'CUTOFF' कर दिए गए — वो भी एक-दूसरे से बस एक सेकंड के फासले पर।

उस वक्त कॉकपिट में जो बातचीत हुई, वो दिल दहला देने वाली है। एक पायलट चौंकते हुए पूछता है —
“तुमने क्यों बंद किया?”
और दूसरा कहता है —
“मैंने नहीं किया...”

इन चंद शब्दों में वो बेबसी और उलझन साफ़ सुनाई देती है, जो विमान के आख़िरी लम्हों में कॉकपिट में छाई हुई थी।

इंजन बंद होते ही पावर भी चला गया। इमरजेंसी में इस्तेमाल होने वाला Ram Air Turbine (RAT) सिस्टम अपने आप सक्रिय हो गया। पायलटों ने इंजन फिर से चालू करने की पूरी कोशिश की। इंजन 1 में थोड़ी उम्मीद दिखी, लेकिन इंजन 2 ने साथ नहीं दिया।

08:09 पर “Mayday” कॉल भेजी गई। बस... उसके बाद सब कुछ ख़ामोश हो गया।

विमान 32 सेकंड ही हवा में रहा था। वो 0.9 नॉटिकल मील दूर एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया। हादसा इतना भयानक था कि 270 से ज़्यादा जानें चली गईं — उनमें कई छात्र भी थे जो पढ़ाई कर रहे थे। एक ही यात्री ज़िंदा बचा।

इस दर्दनाक हादसे से जुड़े कुछ अहम तथ्य:

  • इंजन खुद से बंद नहीं हुए — किसी वजह से फ्यूल सप्लाई बंद कर दी गई।
  • कॉकपिट में पायलटों के बीच भ्रम साफ़ दिखा — किसी को नहीं पता था क्या हुआ।
  • टेकऑफ़ थ्रस्ट रिकॉर्ड में था, लेकिन लीवर ज़मीन पर आइडल पोज़िशन में मिले — यानी तकनीकी गड़बड़ी से इंकार नहीं किया जा सकता।
  • ना मौसम खराब था, ना ईंधन में गड़बड़ी।
  • पायलट दोनों अनुभवी और फिट थे।
  • FAA की ओर से पहले ही चेतावनी दी गई थी कि कुछ बोइंग 787 विमानों में फ्यूल कटऑफ सिस्टम में गड़बड़ी हो सकती है — लेकिन दुर्भाग्य से, इस विमान की वो जांच नहीं हुई थी।

अब क्या हो रहा है:

  • दोनों इंजनों को अलग रखकर जांच की जा रही है।
  • ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट रिकॉर्डिंग की गहन जांच जारी है।
  • ज़रा-सी बची ईंधन की मात्रा को अत्यधिक संवेदनशील टेस्टिंग के लिए भेजा गया है।
  • DGCA और AAIB मिलकर हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
  • अब तक, Boeing 787 या GE GEnx-1B इंजनों पर कोई सुरक्षा चेतावनी जारी नहीं की गई है।

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