एयर इंडिया हादसे की शुरुआती रिपोर्ट में खुलासा, उड़ान के दौरान ईंधन बंद होने से दोनों इंजन फेल हो गए

एयर इंडिया फ्लाइट AI171 की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि टेक-ऑफ के कुछ सेकंड बाद दोनों इंजन फ्यूल कटऑफ स्विच बंद होने के कारण रुक गए। पायलटों में भ्रम की स्थिति थी, और जांच अब तकनीकी खराबी या मानवीय गलती पर केंद्रित है।
AI171 विमान हादसा: टेक-ऑफ के 39 सेकंड बाद हवा में दोनों इंजन क्यों बंद हो गए?
Air India AI171 Crash Report

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि फ्यूल कटऑफ स्विच के कारण दोनों इंजन 39 सेकंड में बंद हो गए।

AI171 विमान हादसा: टेक-ऑफ के 39 सेकंड बाद हवा में दोनों इंजन क्यों बंद हो गए?

12 जून 2025 की सुबह, अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन की ओर उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने जैसे ही उड़ान भरी, कुछ ही सेकंड में सबकुछ बदल गया। 230 यात्रियों और 14 क्रू सदस्यों को लेकर उड़ान भरने वाला अत्याधुनिक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर महज 39 सेकंड में एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकराकर आग का गोला बन गया। 270 में से 269 लोगों की जान चली गई — केवल एक व्यक्ति जीवित बचा।

अब, इस त्रासदी की जांच कर रही सरकारी संस्था, एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। इसमें विमान के दोनों इंजनों के मध्य-उड़ान बंद होने का सीधा संबंध फ्यूल कटऑफ स्विच से पाया गया है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, विमान जब टेक-ऑफ स्पीड (V1) पार कर चुका था और हवा में उठ चुका था, तब दोनों इंजन फ्यूल स्विच एक-एक सेकंड के अंतर में 'RUN' से 'CUTOFF' स्थिति में चले गए। इसका सीधा नतीजा यह हुआ कि दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति एक साथ रुक गई।

इंजन नंबर 1 और 2 के ‘N1’ और ‘N2’ स्पीड गिरने लगे, जिससे उड़ान की शक्ति पूरी तरह खत्म हो गई। 8:08:47 UTC पर Ram Air Turbine (RAT) — जो कि एक आपातकालीन पावर स्रोत होता है — खुद-ब-खुद सक्रिय हो गया।

"तुमने ईंधन क्यों बंद किया?" - "मैंने नहीं किया!" वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज बातचीत में एक पायलट दूसरे से पूछता है, “तुमने ईंधन क्यों बंद किया?” और जवाब मिलता है, “मैंने नहीं किया।” यह बातचीत घटना के पहले कुछ सेकंड में ही होती है और बताती है कि दोनों पायलटों में भी भ्रम की स्थिति थी।

यह दर्शाता है कि फ्यूल स्विच को मैन्युअली बंद करने का आरोप किसी एक पर नहीं डाला जा सकता — या तो यह अचेतन त्रुटि थी, या फिर तकनीकी खामी ने दोनों स्विच को निष्क्रिय कर दिया।

AAIB की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका की FAA ने 2018 में एक विशेष सूचना (SAIB NM-18-33) जारी की थी। इसमें बोइंग विमानों में फ्यूल स्विच के लॉकिंग मैकेनिज्म के फेल होने की आशंका जताई गई थी। हालांकि यह जांच अनिवार्य नहीं थी, इसलिए एयर इंडिया ने अपने ड्रीमलाइनर VT-ANB में यह निरीक्षण नहीं किया।

फ्यूल स्विच विमान में सबसे सुरक्षित रूप से डिज़ाइन किए गए हिस्सों में से एक होते हैं। ये 'गेटेड स्विच' होते हैं — यानी इन्हें बदलने से पहले एक सुरक्षा लॉक को ऊपर उठाना पड़ता है। टेक-ऑफ के समय पायलट का ध्यान मुख्यतः फ्लैप, गियर और गति पर होता है। मिड-कंसोल, जहां ये स्विच होते हैं, पर आम तौर पर टेक-ऑफ के समय ध्यान नहीं दिया जाता।

इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि किसी अनुभवी पायलट द्वारा टेक-ऑफ के दौरान इन स्विच को जानबूझकर बंद करना असंभव जैसा है।

रिपोर्ट के अनुसार VT-ANB विमान में 2019 और 2023 में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल बदला गया था, लेकिन फ्यूल स्विच से संबंधित कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई। 2025 में उड़ान से एक दिन पहले, पिछले चालक दल ने एक "STAB POS XDCR" (स्टेबलाइज़र पोजिशन ट्रांसड्यूसर) से जुड़ी तकनीकी खराबी दर्ज की थी, लेकिन एयर इंडिया के मेंटेनेंस इंजीनियर ने उसे हल कर फ्लाइट को उड़ान के लिए क्लियर कर दिया।

टेक-ऑफ के 3 सेकंड बाद दोनों फ्यूल स्विच 'कटऑफ' में गए
8:08:47 UTC पर RAT सक्रिय हो गया
पायलटों ने 10 सेकंड बाद इंजनों को दोबारा चालू करने की कोशिश की
इंजन 1 कुछ समय के लिए रीलाइट हुआ, लेकिन इंजन 2 नहीं चला
विमान ने 0.9 नॉटिकल मील की दूरी तय की और 39 सेकंड में क्रैश हुआ

कुछ विश्लेषकों का मानना है कि अगर टेक-ऑफ के दौरान एक इंजन फेल हो जाए, तो पायलट कभी-कभी गलत इंजन की पहचान कर बैठते हैं और उसे बंद कर देते हैं। हालांकि यह भी आमतौर पर सिर्फ एक इंजन के साथ होता है — दोनों इंजन एक साथ बंद होना एक बेहद असाधारण और घातक स्थिति है।

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