अडानी पावर का पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 13.5% घटकर 3,385 करोड़ रुपये रहा, कंपनी के बोर्ड ने 1:5 शेयर विभाजन को मंजूरी दी
अदानी पावर ने Q1 FY26 में ₹3,305 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जो साल-दर-साल 15.5% कम लेकिन पिछली तिमाही से 27.1% अधिक है। कुल राजस्व ₹14,167 करोड़ रहा, जिसमें 5.9% की गिरावट हुई। कंपनी की संचालित क्षमता जुलाई 2025 में 18,150 मेगावाट तक पहुंच गई, जिसमें नए अधिग्रहण शामिल हैं। बोर्ड ने 1:5 के अनुपात में स्टॉक विभाजन को भी मंजूरी दी है।

अदानी पावर ने ₹3,305 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया – तिमाही दर तिमाही 27.1% की वृद्धि, कुल क्षमता 18,150 मेगावाट
अदानी पावर Q1 FY26 परिणाम: ₹3,305 करोड़ का शुद्ध लाभ, 18,150 मेगावाट की क्षमता
अदानी पावर ने Q1 FY26 में ₹3,305 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही से 15.5% कम है, लेकिन पिछले चौथी तिमाही की तुलना में 27.1% अधिक है। कंपनी की कुल संचालित क्षमता जुलाई 2025 में 18,150 मेगावाट पहुंच गई है, जिसमें हाल ही में अधिग्रहित 600 मेगावाट की विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड शामिल है। कुल बिजली बिक्री में 1.6% की वृद्धि हुई, जबकि राजस्व में मौसमी और बाजार की चुनौतियों के कारण 5.9% की कमी देखी गई।
1. प्रमुख वित्तीय संकेतक
मापदंड | Q1 FY26 | Q1 FY25 | परिवर्तन | FY25 (पूरा वर्ष) |
---|---|---|---|---|
कुल समेकित राजस्व (₹ करोड़) | 14,167 | 15,052 | -5.87% | 56,473 |
EBITDA (₹ करोड़) | 5,744 | 6,290 | -8.69% | 21,575 |
शुद्ध लाभ (₹ करोड़) | 3,305 | 3,913 | -15.5% | 12,750 |
संचालित क्षमता (MW) | 18,150 | 15,250 | +19% | 17,550 |
बिजली बिक्री (BU) | 24.6 | 24.2 | +1.6% | 95.9 |
2. परिचालन विस्तार और क्षमता
जून 2025 तक कंपनी की संचालित क्षमता 17,550 मेगावाट तक पहुंच गई थी, और जुलाई में 600 मेगावाट की “विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड” की अधिग्रहण के साथ यह बढ़कर 18,150 मेगावाट हो गई। इस विस्तार के चलते कुल विद्युत बिक्री में 1.6% की वृद्धि हुई, जो कुल 24.6 बिलियन यूनिट (BU) तक पहुंची। पावर प्लांट लोड फैक्टर (PLF) इस तिमाही में मौसम की अनिश्चितताओं के कारण 67% रहा।
3. बाजार की स्थिति और मांग में बदलाव
देश में बिजली की मांग इस तिमाही में 445.2 BU रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 452.4 BU से 1.6% कम है। यह कमी मुख्य रूप से जल्दी शुरू हुए मानसून और गर्मी की लहर के अभाव के कारण हुई। मंदी के बावजूद, अदानी पावर ने अपने नए अधिग्रहणों और परिचालन विस्तार के चलते बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाई है। ऊर्जा एक्सचेंज पर औसत विक्रय मूल्य में 16% की गिरावट आई।
4. प्रमुख अधिग्रहण और परियोजना प्रगति
कंपनी ने मोक्सी पॉवर (1,200 MW), कोरबा पॉवर (600 MW), दहानू थर्मल (500 MW) और जुलाई में विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर (600 MW) जैसे कई अधिग्रहण पूरे किए हैं। उत्तर प्रदेश में 1,600 मेगावाट की नई अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल परियोजना के लिए PPA भी साइन किया गया है। ये प्रोजेक्ट्स नवीनतम तकनीक से लैस हैं जो ईंधन की बचत और पर्यावरणीय प्रभाव में कमी लाते हैं।
5. वित्तीय प्रबंधन और स्थिरता
कंपनी ने ₹2,579 करोड़ के असुरक्षित सतत प्रतिभूतियों का भुगतान किया। कुल कर्ज ₹44,372 करोड़ है, जो विस्तार और पूंजीगत खर्च के लिए लिया गया है। गोड्डा पावर प्लांट के क्रेडिट रेटिंग को AA/Stable तक बढ़ा दिया गया है। बांग्लादेश से भुगतान नियमित रूप से प्राप्त हो रहे हैं – पिछले दो महीनों में $500 मिलियन से अधिक।
6. पर्यावरण, सामाजिक उत्तरदायित्व और संचालन की स्थिरता
पानी के उपयोग की तीव्रता 2.21 क्यूबिक मीटर प्रति मेगावाट-घंटा रही, जो औद्योगिक मानकों से बेहतर है। फ्लाई ऐश का पुनः उपयोग 110% से ऊपर रहा। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, और हरित परियोजनाओं जैसे CSR कार्यक्रम चल रहे हैं।
7. CEO का बयान
श्री S.B. ख्यालिया, CEO ने कहा,
“इस तिमाही में हमारा प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि अदानी पावर मौसम की अनिश्चितताओं और बाजार की चुनौतियों के बीच भी स्थिर बना हुआ है। हम अपने विस्तार को बहुत तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं और भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्नत तकनीक और सतत विकास के माध्यम से हम न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हैं बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा कर रहे हैं।”
8. स्टॉक विभाजन की मंजूरी
अदानी पावर के बोर्ड ने ₹10 अंकित मूल्य वाले 1 इक्विटी शेयर को ₹2 अंकित मूल्य वाले 5 इक्विटी शेयरों में विभाजित (Stock Split) करने की मंजूरी दे दी है। इस निर्णय का उद्देश्य तरलता बढ़ाना और खुदरा निवेशकों के लिए शेयर को अधिक सुलभ बनाना है। विभाजन के बाद प्रत्येक निवेशक के पास उनके मौजूदा होल्डिंग के अनुपात में अधिक शेयर होंगे, लेकिन कुल निवेश मूल्य समान रहेगा।