IPO

IPO Watchlist 2025
चांदी की आज की कीमतें
Logo Company Open Close Listing Date Issue Size (Cr) Issue Price (INR) Lot Size Exchange Listing Price Overall Subscription
Neptune Petrochemicals IPO May 28, 2025 May 30, 2025 Jun 4, 2025 ₹73.20 Cr ₹115 to ₹122 1,000 NSE SME 0x
Scoda Tubes IPO May 28, 2025 May 30, 2025 Jun 4, 2025 ₹220.00 Cr ₹130 to ₹140 100 NSE/BSE 0x
NR Vandana Textile IPO May 28, 2025 May 30, 2025 Jun 4, 2025 ₹27.89 Cr ₹42 to ₹45 3,000 NSE SME 0x
Blue Water Logistics IPO May 27, 2025 May 29, 2025 Jun 3, 2025 ₹40.50 Cr ₹132 to ₹135 1000 NSE SME 1.28x
Prostarm Info Systems Limited IPO May 27, 2025 May 29, 2025 Jun 3, 2025 ₹168.00 Cr ₹95 to ₹105 142 NSE/BSE 3.61x
Astonea Labs IPO May 27, 2025 May 29, 2025 Jun 3, 2025 ₹37.67 Cr ₹128 to ₹135 1,000 BSE SME 0.22x
Nikita Papers IPO May 27, 2025 May 29, 2025 Jun 3, 2025 ₹67.54 Cr ₹95 to ₹104 1,200 NSE SME 0.60x
Schloss Bangalore Limited IPO (Leela Hotels IPO) May 26, 2025 May 28, 2025 Jun 2, 2025 ₹3,500.00 Cr ₹413 to ₹435 34 NSE/BSE 0.17x
Aegis Vopak Terminals IPO May 26, 2025 May 28, 2025 Jun 2, 2025 ₹3,500.00 Cr ₹223 to ₹235 63 NSE/BSE 0.37x
IPO क्या होता है? (What is IPO in Hindi?)

IPO का फुल फॉर्म होता है Initial Public Offering और हिंदी में इसे प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम कहा जाता है।
जब कोई निजी कंपनी पहली बार आम लोगों के लिए अपने शेयर बेचती है और शेयर बाजार में सूचीबद्ध (Listed) होती है, तो इस प्रक्रिया को IPO कहा जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य होता है — कंपनी के लिए फंड जुटाना और व्यापार का विस्तार करना।

आसान भाषा में समझिए:

  • एक स्टार्टअप या प्राइवेट कंपनी जब बड़ी हो जाती है और आगे बढ़ने के लिए ज्यादा पूंजी चाहिए होती है, तो वह अपने बिजनेस का एक हिस्सा शेयर बाजार में बेचती है।
  • इसके बदले में लोग उस कंपनी के शेयर खरीदते हैं और कंपनी में भागीदार बन जाते हैं।
  • इस तरह कंपनी का स्वामित्व (Ownership) अब जनता के साथ भी बंट जाता है।

IPO लाने के पीछे कंपनियों के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य होते हैं:

  • पूंजी जुटाना (Fund Raising): नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने, व्यापार का विस्तार करने और नई टेक्नोलॉजी में निवेश के लिए कंपनियों को बड़ी रकम की आवश्यकता होती है।
  • कर्ज चुकाना (Debt Repayment): कई कंपनियाँ IPO से जुटाई गई पूंजी का उपयोग अपने पुराने कर्ज चुकाने के लिए करती हैं।
  • ब्रांड इमेज मजबूत करना: शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों की ब्रांड वैल्यू बढ़ जाती है, जिससे उन्हें ज्यादा ग्राहक और निवेशक मिलते हैं।
  • पुराने निवेशकों को एग्जिट देना: जो इन्वेस्टर्स कंपनी में पहले से पैसा लगाए होते हैं, वे IPO के जरिए अपने हिस्से के शेयर बेच सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं।

IPO एक लंबी और नियमबद्ध प्रक्रिया होती है, जिसमें निम्नलिखित स्टेप्स शामिल होते हैं:

  1. SEBI की अनुमति लेना: कंपनी को सबसे पहले भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से IPO लाने की अनुमति लेनी होती है।
  2. DRHP (Draft Red Herring Prospectus) दाखिल करना: कंपनी अपना पूरा विवरण DRHP डॉक्युमेंट के रूप में पेश करती है जिसमें बिजनेस मॉडल, वित्तीय स्थिति, और जोखिम बताए जाते हैं।
  3. प्राइस बैंड तय करना: कंपनी और उसके Lead Managers मिलकर शेयर की न्यूनतम और अधिकतम कीमत (Price Band) तय करते हैं।
  4. Investors से आवेदन लेना: निवेशक प्राइस बैंड के भीतर बोली लगाते हैं और IPO में हिस्सा लेते हैं।
  5. शेयर आवंटन (IPO Allotment): अगर आवेदन ज्यादा होते हैं तो लॉटरी सिस्टम के जरिए शेयर अलॉट किए जाते हैं।
  6. शेयर बाजार में लिस्टिंग (IPO Listing): IPO के शेयर NSE और BSE जैसे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाते हैं और उनका कारोबार शुरू हो जाता है।

IPO में निवेश करने के लिए आपको इन जरूरी चीजों की आवश्यकता होगी:

  • एक सक्रिय Demat Account (जैसे Zerodha, Upstox, Angel One पर)
  • एक Trading Account शेयर खरीदने और बेचने के लिए
  • एक Bank Account और सक्रिय UPI ID भुगतान के लिए

IPO में निवेश करने का तरीका:

  1. अपने ब्रोकर एप्लिकेशन (जैसे Groww, Zerodha Kite) पर लॉगिन करें।
  2. IPO सेक्शन में जाकर, चालू IPO को चुनें।
  3. बोली लगाएं (Lot Size के हिसाब से) और UPI ID के माध्यम से आवेदन करें।
  4. मंजूरी मिलने के बाद आपके बैंक खाते से पैसे ब्लॉक हो जाएंगे।
  5. यदि IPO में शेयर अलॉट हुए तो आपके Demat Account में शेयर आ जाएंगे।

IPO निवेश के कुछ महत्वपूर्ण फायदे इस प्रकार हैं:

  • Listing Gains: लिस्टिंग के दिन ही शेयर की कीमत बढ़ सकती है जिससे आपको तगड़ा फायदा हो सकता है।
  • Early Entry: अच्छी कंपनियों में शुरुआती स्तर पर निवेश करने का मौका मिलता है।
  • Long Term Growth: IPO से खरीदे शेयर लंबे समय में काफी ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं।
  • Brand Ownership: बड़ी ब्रांड कंपनियों का मालिकाना हक छोटे हिस्से में हासिल करने का मौका मिलता है।

IPO निवेश में फायदे के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े होते हैं:

  • Overpricing Risk: कई बार कंपनियां IPO के वक्त अपने शेयर महंगे दामों पर बेचती हैं।
  • Market Volatility: लिस्टिंग के समय बाजार में गिरावट होने पर आपको नुकसान हो सकता है।
  • Performance Risk: IPO के बाद कंपनी का बिजनेस प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर हो सकता है।
  • Allotment Uncertainty: ज़्यादा सब्सक्रिप्शन होने पर शेयर मिलना मुश्किल हो सकता है।
  • DRHP जरूर पढ़ें: कंपनी के वित्तीय आंकड़ों, व्यापार मॉडल और जोखिमों को अच्छी तरह से समझें।
  • Anchor Investors की Participation देखें: बड़े निवेशकों ने निवेश किया है या नहीं यह जांचें।
  • Valuation Compare करें: कंपनी के शेयर की कीमत अन्य कंपनियों से तुलना करके देखें।
  • अपनी निवेश रणनीति तय करें: लिस्टिंग गेन के लिए या लंबी अवधि के निवेश के लिए स्पष्ट सोच बनाएं।

IPO में निवेश का सबसे अच्छा समय तब होता है जब कंपनी का प्रदर्शन अच्छा हो और उसके वित्तीय आंकड़े मजबूत हों। इसके अलावा, जब बाजार में स्थिरता हो और निवेशकों का विश्वास उच्च हो, तब IPO में निवेश करना बेहतर होता है।

IPO में निवेश करने के लिए आपको Demat Account, Trading Account, और एक Bank Account की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, आपके पास Aadhaar Card, PAN Card और Bank Account Details भी होने चाहिए।

नहीं, हर IPO में लिस्टिंग गेन (Share price listing on stock market after IPO) नहीं मिलते हैं। कई बार IPO के शेयरों की कीमत लिस्टिंग के समय गिर सकती है, इसलिए निवेश से पहले पूरी रिसर्च करना जरूरी है।

IPO में निवेश के लिए आपको शेयरों का एक “lot” खरीदना होता है। एक “lot” में कई शेयर होते हैं और यह कंपनी के द्वारा तय किया जाता है। आम तौर पर एक “lot” में 10 से 1000 तक शेयर हो सकते हैं।

हाँ, IPO के बाद शेयर की कीमत बढ़ने या घटने की संभावना रहती है। यह कंपनी की वित्तीय स्थिति, मार्केट ट्रेंड्स, और ग्लोबल इकोनॉमी पर निर्भर करता है। इसलिए, IPO के बाद शेयर की कीमत गिरने का जोखिम होता है।

IPO में निवेश करते समय भुगतान के लिए UPI ID का उपयोग होता है। UPI ID से आपको आवेदन की प्रक्रिया में अपने भुगतान को सुनिश्चित करने के लिए पैसे ब्लॉक करने होते हैं। इस प्रणाली के द्वारा आप सरल और तेज़ तरीके से IPO में निवेश कर सकते हैं।

हां, अगर आप अच्छे और स्थिर प्रदर्शन वाली कंपनियों के IPO में निवेश करते हैं, तो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, यह निश्चित नहीं है और बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है।

नहीं, सभी IPOs में निवेश करना सही नहीं होता। आपको कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, उद्योग की स्थिति, और IPO के प्राइस बैंड का विश्लेषण करना चाहिए। निवेश से पहले पूरी रिसर्च करना जरूरी है।

हां, IPO में निवेश करने के बाद आप शेयर को किसी भी समय बाजार में बेच सकते हैं। हालांकि, कुछ कंपनियां शेयरों के बेचने पर लॉक-इन पीरियड लगा सकती हैं, जिससे आपको कुछ समय तक शेयर नहीं बेचने की अनुमति नहीं होती।
हां, IPO में निवेश करने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना अच्छा होता है। वे आपको कंपनी के बारे में अधिक जानकारी देने के साथ-साथ निवेश की योजना बनाने में मदद कर सकते हैं।

हां, IPO में निवेश करने के लिए आपको Demat Account और Trading Account की आवश्यकता होती है। ये अकाउंट आपको शेयरों को डिजिटल रूप में रखने और उन्हें खरीदने और बेचने में मदद करते हैं।

IPO में निवेश करने से पहले यह समझें कि आपके पास कितना रिस्क लेने की क्षमता है। आपकी निवेश रणनीति, वित्तीय लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर ही आपको निवेश की राशि तय करनी चाहिए। विशेषज्ञ सलाह के बिना ज्यादा पैसा लगाना जोखिमपूर्ण हो सकता है।

हां, सभी IPOs की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होती है। आप SEBI और Stock Exchanges (NSE/BSE) की वेबसाइट पर जाकर IPO से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, वित्तीय वेबसाइट्स और ब्रोकर प्लेटफॉर्म्स पर भी IPO से जुड़ी जानकारी मिलती है।
हां, IPO में निवेश करने के लिए निवेशक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा, आपको एक Valid PAN Card और Aadhaar Card जैसे दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है।
हां, आप एक से ज्यादा IPO में निवेश कर सकते हैं, लेकिन हर IPO के लिए अलग-अलग आवेदन करना होगा। इस प्रक्रिया के दौरान आपको अलग-अलग लॉट्स में शेयर खरीदने के लिए आवेदन करना होगा।
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