Paytm Q1FY26 परिणाम: ₹122.5 करोड़ का शुद्ध लाभ,राजस्व में 28% की सालाना वृद्धि, घाटे से मजबूत वापसी

Paytm ने Q1FY26 में ₹123 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले घाटे से बड़ी वापसी दर्शाता है। कंपनी की आय ₹2,159 करोड़ रही, जो 28% सालाना वृद्धि है। खर्चों पर नियंत्रण, ESOP रद्दीकरण और Zomato डील से बेहतर वित्तीय स्थिरता हासिल हुई।

Paytm Q1FY26 परिणाम: ₹122.5 करोड़ का मुनाफा, घाटे से हुई वापसी
Paytm Q1FY26 के नतीजे

घाटे से वापसी करते हुए Paytm को ₹122.5 करोड़ का मुनाफा, आय ₹2,159 करोड़ के पार।

Paytm (One 97 Communications Limited) का वित्तीय प्रदर्शन : जुलाई 2025 तिमाही विश्लेषण

Paytm ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। इस तिमाही में कंपनी को लगभग ₹122.5 करोड़ का मुनाफा हुआ, जबकि पिछली तिमाही में उसे ₹544.6 करोड़ का घाटा हुआ था। Paytm की कुल आय अब बढ़कर ₹2,158.9 करोड़ पहुंच गई है – यानि कारोबार एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है।

1. कुल आय और लाभ में सुधार

Paytm ने जून 2025 तिमाही में कुल ₹2,159 करोड़ की आय दर्ज की, जिसमें से ऑपरेशन्स से राजस्व लगभग ₹1,917 करोड़ रहा। पिछले वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को करीब ₹840 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन इस बार कंपनी ने ₹122.5 करोड़ का शुद्ध लाभ (net profit) हासिल किया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कंपनी ने अपने परिचालन खर्चों के नियंत्रण और राजस्व वृद्धि के माध्यम से घाटे से उबरने में सफलता पाई है।

2. खर्चों का प्रभावी प्रबंधन

कंपनी ने विभिन्न खर्चों पर अच्छी पकड़ बनाई है। कर्मचारियों के वेतन पर ₹642.6 करोड़, भुगतान प्रोसेसिंग पर ₹580.9 करोड़ और मार्केटिंग/प्रमोशनल गतिविधियों पर ₹99.8 करोड़ खर्च हुआ। इन खर्चों को नियंत्रित करते हुए, Paytm ने अपनी परिचालन दक्षता बढ़ाई है। विशेष रूप से, पिछले वर्ष की इसी तिमाही में मार्केटिंग और प्रमोशन खर्च लगभग दोगुना था, जो इस बार काफी कम हुआ है।

3. महत्वपूर्ण व्यावसायिक निर्णय और प्रभाव

अगस्त 2024 में कंपनी ने अपने मूवी टिकटिंग और इवेंट्स व्यवसाय को Zomato Limited को बेचा, जिससे लगभग ₹2,014 करोड़ की आय हुई और साल 2024-25 में इस डील से ₹1,345 करोड़ का फायदा हुआ। इस कॉरपोरेट रणनीति के जरिए Paytm ने अपने तत्कालीन गैर-मुख्य कारोबार से निकलकर भुगतान और वित्तीय सेवाओं पर फोकस बढ़ाया है।

हालांकि, तिमाही में निवेशों और डिबेंचर्स की कीमतों में गिरावट के कारण ₹16.7 करोड़ की प्रोविजनिंग की गई। इसके अलावा, कंपनी के MD और CEO ने voluntarily अपने ESOPs वापस कर दिए, जिससे एकसाथ ₹492.4 करोड़ का एक्सेप्शनल खर्च कंपनी ने पॉजिटिव ट्रांसपेरेंसी के तौर पर रिकॉर्ड किया है।

4. रेगुलेटरी स्थिति और कानूनी मामले

Paytm Payments Services Limited को Reserve Bank of India (RBI) से नए मर्चेंट्स को ऑनबोर्ड करने की मंजूरी अभी पूरी नहीं मिली है, जिसके चलते नए मर्चेंट्स जोड़ने पर फिलहाल रोक है। कंपनी का मानना है कि इस स्थिति का मौजूदा कारोबार और वित्तीय परिणामों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है।

इसके साथ, कंपनी के जॉइंट वेंचर First Games Technology Private Limited को अप्रैल 2025 में ₹5,712 करोड़ का GST नोटिस मिला है। कंपनी और JV ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है और कोर्ट ने इस मामले में फिलहाल कार्यवाही पर रोक लगा दी है। कंपनी के प्रबंधन का विश्वास है कि वह कानूनी लड़ाई में सफल होगी।

इसके अलावा, Directorate of Enforcement की तरफ से Foreign Exchange Management Act (FEMA) उल्लंघन से जुड़ा एक Show Cause Notice भी प्राप्त हुआ है, जिसका समाधान कंपनी कानूनी और प्रशासनिक स्तर पर कर रही है।

5. IPO फंड का इस्तेमाल: विस्तार और निवेश

Paytm ने अपनी IPO से मिले कुल ₹8,119 करोड़ में से लगभग ₹6,119 करोड़ का उपयोग किया है। इसमें मुख्य रूप से अपने पेमेंट इकोसिस्टम को मजबूत करना, मर्चेंट नेटवर्क का विस्तार करना, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म को बढ़ाना और मार्केटिंग पर खर्च करना शामिल है। शेष ₹2,000 करोड़ निवेश के दूसरे मौकों और पेमेंट सर्विसेज में लगाए जाएंगे, जो फिलहाल सुरक्षित रूप से बैंक FDs और निगरानी खातों में रखे गए हैं।

6. वित्तीय स्थिरता और भविष्य की रणनीतियाँ

Paytm का Basic EPS (earnings per share) 1.92 रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के माइनस 8.47 रुपये के मुकाबले एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी फिलहाल अपनी परिचालन लागतों पर क सके उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए मुनाफे की दिशा में मजबूत कदम उठा रही है। इसके साथ ही, ESOP विवाद का स्थायी समाधान और रेगुलेटरी मामलों का निष्पादन कंपनी की वित्तीय स्थिरता के लिए जरूरी होगा।

Zomato को टिकटिंग बिजनेस का बेचना भी कंपनी की मुख्य फोकस क्षेत्र — डिजिटल पेमेंट्स, फाइनेंशियल सर्विसेज और टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर — पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का हिस्सा है।

7. चुनौतीपूर्ण पहलू और जोखिम

GST नोटिस और FEMA उल्लंघन के Show Cause Notices कंपनी के कानूनी जोखिमों को दर्शाते हैं, जिनका निपटारा अभी प्रगति पर है।

RBI से पेमेंट सिस्टम की मंजूरी में देरी के कारण नए कारोबार विस्तार में सीमितता बनी हुई है।

निवेशों की मूल्यह्रास और डिबेंचर प्रोविजनिंग ने तिमाही नतीजों पर दबाव डाला है।

प्रबंधन का दावा है कि ये सभी मामले नियंत्रण में हैं और कंपनी कानूनी एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सक्रिय है।

8. वार्षिक और तिमाही आंकड़ों का समग्र अवलोकन

वित्तीय पैरामीटरजून 2025 (₹ करोड़)मार्च 2025 (₹ करोड़)जून 2024 (₹ करोड़)
कुल आय2,1592,1351,639
कुल खर्च2,0162,1552,476
शुद्ध लाभ / (हानि)122.5-544.6-840.1
मार्केटिंग खर्च99.8142.7221.4
कर्मचारी वेतन642.6748.3952.5
भुगतान प्रोसेसिंग खर्च580.9520.4517.1

अंतिम टिप्पणी

Paytm ने जून 2025 की तिमाही में वित्तीय मजबूती का संकेत दिया है और घाटे से निकलकर लाभ को हासिल किया है। कंपनी की मुख्य ताकत उसके डिजिटल पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ा व्यवसाय है, जिसे वह लगातार विस्तार और नवाचार के जरिए बढ़ा रही है।

हालांकि, रेगुलेटरी और कानूनी विषय अभी भी कंपनी के लिए चुनौतियां प्रस्तुत करते हैं। प्रबंधन की सक्रिय रणनीतियां, स्थिर वित्तीय रिपोर्टिंग और अर्थव्यवस्था में डिजिटल ट्रांजेक्शन्स के बढ़ते महत्व को देखते हुए, Paytm का अगला वित्तीय साल बेहद महत्वपूर्ण रहेगा।

कुल मिलाकर, Paytm ने वित्तीय अनिश्चितताओं और कॉर्पोरेट चुनौतियों के बीच एक मजबूत वापसी की है, जो निवेशकों और उपयोगकर्ताओं दोनों के लिये सकारात्मक संकेत है।

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