Infosys के Q4FY25 नतीजे: नेट प्रॉफिट में 11.7% की गिरावट, FY26 का रेवेन्यू आउटलुक भी कमजोर

FY26 के लिए कंजर्वेटिव गाइडेंस: महज 3% रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान
Infosys ने वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) के लिए सतर्कतापूर्ण रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस जारी किया है। कंपनी ने कहा कि इस साल कॉन्स्टेंट करेंसी के आधार पर रेवेन्यू ग्रोथ फ्लैट से 3% तक रह सकती है। यह कमजोर अनुमान ग्लोबल इकोनॉमिक अनिश्चितता, जियोपॉलिटिकल टेंशन, क्लाइंट्स के डिस्क्रिशनरी खर्चों में कटौती और टैरिफ डिसरप्शन की वजह से दिया गया है।
Infosys के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सलील परेख ने कहा, “वर्तमान माहौल काफी अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। क्लाइंट्स अपने बजट पर दबाव महसूस कर रहे हैं और नए प्रोजेक्ट्स को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं। हालांकि, अभी तक किसी प्रोजेक्ट को कैंसिल नहीं किया गया है, लेकिन हमें भविष्य में आने वाली चुनौतियों को देखते हुए यह गाइडेंस देना पड़ रहा है।”
पूरे वित्तीय वर्ष (FY25) का प्रदर्शन: प्रॉफिट और रेवेन्यू में मामूली बढ़त
बड़े डील्स और जेनरेटिव AI पर है फोकस
सेक्टर-वार प्रदर्शन: फाइनेंशियल सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग में मजबूती, रिटेल में गिरावट
इंफोसिस ने Q4 में सेक्टर-वाइज मिश्रित प्रदर्शन दिखाया:
फाइनेंशियल सर्विसेज: 12.6% (Y-o-Y ग्रोथ)
मैन्युफैक्चरिंग: 14% (Y-o-Y ग्रोथ)
रिटेल: 2.6% की गिरावट
नॉर्थ अमेरिका: 0.4% की मामूली कमी
यूरोप: 15% की मजबूत बढ़त
भारत: 43.7% (Y-o-Y ग्रोथ)
ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार, दो नए अधिग्रहणों की घोषणा
Q4 में इंफोसिस का ऑपरेटिंग मार्जिन 21% रहा, जो पिछले साल की तुलना में 0.9% बेहतर है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जयेश सांघराजका ने कहा, “यह सुधार हमारी कॉस्ट ऑप्टिमाइजेशन रणनीति ‘प्रोजेक्ट मैक्सिमस’ और ऑपरेशनल एफिशिएंसी की वजह से संभव हुआ है।”
इसके अलावा, इंफोसिस ने दो नए अधिग्रहणों की घोषणा की:
MRE कंसल्टिंग (अमेरिका): $36 मिलियन (करीब ₹300 करोड़)
The Missing Link (ऑस्ट्रेलिया): AUD 98 मिलियन (करीब ₹540 करोड़)
ये डील्स FY26 की पहली तिमाही तक पूरी होने की उम्मीद है। साथ ही, जापानी कंपनी मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने इंफोसिस की HIPUS नामक जॉइंट वेंचर (JV) में निवेश किया है, जिससे कंपनी को जापानी बाजार में विस्तार करने में मदद मिलेगी।