शेयरों में गिरावट से भारतीय अरबपतियों की नेटवर्थ में भारी नुकसान, सबसे आगे रवि जयपुरिया
संक्षेप:-
शेयर बाजार में गिरावट से भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में भारी कमी आई, जिसमें रवि जयपुरिया, गौतम अडानी और शिव नाडार प्रमुख रूप से प्रभावित हुए। रवि जयपुरिया की नेटवर्थ 26%, जबकि अडानी की संपत्ति 2024 के उच्चतम स्तर से 57.71% घटी। वैश्विक मंदी, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और घरेलू अनिश्चितताओं को इस गिरावट का कारण माना जा रहा है।

भारत के शीर्ष अरबपतियों को हाल ही में बड़ा झटका लगा है, क्योंकि शेयर बाजार में भारी गिरावट के कारण उनकी संपत्ति में बड़ी कटौती हुई है। घरेलू और वैश्विक अनिश्चितताओं ने भारतीय शेयर बाजार को हिला कर रख दिया, जिससे देश के सबसे अमीर व्यक्तियों की कुल नेटवर्थ में अरबों डॉलर की गिरावट आई।
सबसे ज्यादा घाटा किसे हुआ
मनीकंट्रोल द्वारा किए गए विश्लेषण के अनुसार, इस गिरावट से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में रवि जयपुरिया, केपी सिंह, मंगल प्रभात लोढ़ा, गौतम अडानी, शिव नाडार और दिलीप सांघवी शामिल हैं। इनमें से कुछ ने अपनी संपत्ति का 20-30% तक खो दिया है।
रवि जयपुरिया को सबसे बड़ा झटका
रवि जयपुरिया, जो आरजे कॉर्प के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, इस गिरावट से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग 26% गिरकर $17.6 बिलियन से $13.1 बिलियन हो गई है। इसका मुख्य कारण उनकी प्रमुख कंपनी वरुण बेवरेजेस का कमजोर प्रदर्शन है, जिसने 2025 में अब तक 25% तक अपनी वैल्यू खो दी है।
गौतम अडानी का भारी नुकसान
भारत के सबसे चर्चित उद्योगपतियों में से एक, गौतम अडानी की संपत्ति में भी 19.65% की गिरावट आई है और वे 2025 में $63.4 बिलियन नेटवर्थ के साथ बने हुए हैं। लेकिन अगर 2024 के उच्चतम स्तर से तुलना की जाए, तो उनकी संपत्ति में 57.71% की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
अरबपति का नाम | वर्तमान संपत्ति (अरब डॉलर में) |
2025 के उच्चतम स्तर से गिरावट (%) |
2024 के उच्चतम स्तर से गिरावट (%) |
---|---|---|---|
रवि जयपुरिया | 13.10 | -25.57% | -29.19% |
केपी सिंह | 13.60 | -24.44% | -34.93% |
मंगल प्रभात लोढ़ा | 9.80 | -20.33% | -30.99% |
गौतम अडानी | 63.40 | -19.65% | -57.71% |
शिव नाडार | 35.60 | -19.64% | -20.36% |
दिलीप सांघवी | 23.90 | -18.43% | -25.08% |
राधाकिशन दमानी | 15.40 | -16.30% | -44.60% |
पंकज पटेल | 8.10 | -14.74% | -34.15% |
शापूर मिस्त्री और परिवार | 33.70 | -14.03% | -21.63% |
सावित्री जिंदल | 28.20 | -14.02% | -23.16% |
शेयर बाजार में उथल-पुथल का असर
शेयर बाजार में आई इस गिरावट का प्रभाव सिर्फ उद्योगपतियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि निवेशकों और कंपनियों पर भी पड़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक मंदी, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, और घरेलू स्तर पर निवेशकों की चिंताओं के कारण यह गिरावट आई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में निकट भविष्य में स्थिरता आने में समय लग सकता है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में सुधार की उम्मीद है, खासकर आईटी और फार्मा सेक्टर में, जिससे शिव नाडार और दिलीप सांघवी जैसे उद्योगपतियों को राहत मिल सकती है।

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