LK Mehta Polymers IPO: ‘सुपर पैक’ से बड़ी उम्मीदें, लेकिन फ्लैट लिस्टिंग ने किया निवेशकों को निराश

LK Mehta Polymers, जो ‘सुपर पैक’ ब्रांड के तहत प्लास्टिक प्रोडक्ट्स बनाती है, को खुदरा निवेशकों से जबरदस्त रिस्पांस मिला। हालांकि, इसकी फ्लैट लिस्टिंग ने उम्मीदों को झटका दिया। अब सवाल यह है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कितनी मजबूत है और IPO से जुटाए गए फंड्स का उपयोग किस दिशा में होगा?

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LK Mehta Polymers IPO: जबरदस्त सब्सक्रिप्शन के बाद भी फीकी लिस्टिंग, निवेशकों को झटका!

LK Mehta Polymers का IPO जबरदस्त सुर्खियों में था, खासकर खुदरा निवेशकों के बीच इसका क्रेज काफी ज्यादा दिखा। लेकिन जब BSE SME पर इसकी लिस्टिंग हुई, तो उम्मीदों के विपरीत यह शेयर फीकी शुरुआत के बाद सीधे लोअर सर्किट पर आ गया। जिन निवेशकों ने शानदार लिस्टिंग गेन की उम्मीद लगाई थी, उन्हें इस फ्लैट एंट्री ने निराश कर दिया।

IPO लिस्टिंग का हाल: महज 0.14% का लिस्टिंग गेन

एलके मेहता पॉलीमर्स के शेयर 71 रुपये के इश्यू प्राइस पर अलॉट हुए थे और इसकी लिस्टिंग 71.10 रुपये पर हुई, यानी सिर्फ 0.14% का मामूली लिस्टिंग गेन मिला। लेकिन लिस्टिंग के कुछ ही देर बाद यह गिरावट के साथ लोअर सर्किट पर आ गया और 67.54 रुपये तक लुढ़क गया। इस तरह IPO में पैसा लगाने वाले निवेशकों को 4.87% का नुकसान झेलना पड़ा।

सब्सक्रिप्शन में दिखा था जबरदस्त क्रेज

IPO सब्सक्रिप्शन के दौरान एलके मेहता पॉलीमर्स को जबरदस्त रिस्पांस मिला था। महज ₹7.38 करोड़ के इस इश्यू को 44.57 गुना ज्यादा बोलियां मिली थीं। खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 46.25 गुना भरा गया था, जिससे साफ था कि इस इश्यू को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह था। लेकिन लिस्टिंग के बाद जो हुआ, उसने सभी को चौंका दिया।

IPO से जुटाए गए फंड का कैसे होगा इस्तेमाल?

इस इश्यू के जरिए कंपनी ने 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 10.40 लाख नए शेयर जारी किए। IPO से जुटाए गए पैसे का उपयोग कंपनी मुख्य रूप से वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। यानी इस रकम का सीधा फायदा कंपनी के बिजनेस ऑपरेशंस और विस्तार में देखने को मिल सकता है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल और ‘सुपर पैक’ ब्रांड

LK Mehta Polymers की स्थापना 1995 में हुई थी और यह मुख्य रूप से प्लास्टिक प्रोडक्ट्स जैसे रस्सियां, सुतली आदि बनाती और बेचती है। इसकी प्रमुख ब्रांडिंग ‘सुपर पैक’ के तहत की जाती है। कंपनी का मार्केट प्रेजेंस मजबूत होता जा रहा है, लेकिन क्या यह ग्रोथ निवेशकों को भरोसा दिलाने के लिए काफी होगी?

मुनाफे में जबरदस्त उछाल, लेकिन क्या यह टिक पाएगा?

वित्तीय सेहत की बात करें तो कंपनी का मुनाफा पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव भरा रहा है। FY22 में जहां इसे महज 4 लाख रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था, वहीं FY23 में यह 1 लाख रुपये के घाटे में चली गई। हालांकि, FY24 में कंपनी ने जबरदस्त वापसी की और इसका मुनाफा 86 लाख रुपये तक पहुंच गया। यह दिखाता है कि कंपनी ग्रोथ मोड में है, लेकिन क्या यह ट्रेंड बरकरार रहेगा?

रेवेन्यू ग्रोथ शानदार, लेकिन चुनौतियां बरकरार

कंपनी का रेवेन्यू सालाना 25% की जबरदस्त CAGR से बढ़ रहा है और FY24 में यह 18.87 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। अगर अप्रैल-दिसंबर 2024 की बात करें, तो इस दौरान इसे 11.98 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 42 लाख रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ। यह आंकड़े उत्साहजनक हैं, लेकिन बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और प्लास्टिक इंडस्ट्री की अनिश्चितताएं कंपनी के लिए चुनौती बन सकती हैं।

क्या निवेशकों को अब भी PhonePe में भरोसा बनाए रखना चाहिए?

LK Mehta Polymers की लिस्टिंग ने शुरुआती निवेशकों को जरूर निराश किया है, लेकिन कंपनी के बिजनेस मॉडल और ग्रोथ पोटेंशियल को देखते हुए लॉन्ग टर्म में यह स्टॉक उम्मीदें जगा सकता है। अगर कंपनी लगातार अपने रेवेन्यू और प्रॉफिट में ग्रोथ दिखाती है, तो यह भविष्य में निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न दे सकता है। हालांकि, मौजूदा हालात को देखते हुए सतर्कता जरूरी है।

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