ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से हिला भारतीय ऑटो कंपोनेंट सेक्टर Samvardhana Motherson और Sona BLW को झटका

संक्षेप:- Trump की 25% टैरिफ नीति से Samvardhana Motherson और Sona BLW को झटका लगा, क्योंकि Mexico में इनके ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट पर असर पड़ा। Samvardhana Motherson की कुल रेवेन्यू का 4% और Sona BLW का 2% Mexico से आता है, जिससे इनके शेयर 2% से ज्यादा गिर गए। अगर OEMs उत्पादन USA में शिफ्ट करते हैं, तो Sona BLW को फायदा मिल सकता है, जबकि Samvardhana Motherson के लिए चुनौती बढ़ सकती है।
ट्रंप की टैरिफ नीति के बाद सम्वर्धना मदर्सन और सोना BLW के गिरते शेयरों को दिखाती स्टॉक मार्केट स्क्रीन।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 25% टैरिफ नीति ने भारतीय ऑटो कंपोनेंट सेक्टर को हिला कर रख दिया है। खासकर, Samvardhana Motherson और Sona BLW जैसी कंपनियों के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं है। इन दोनों कंपनियों के शेयर आज, 4 मार्च को, 2% से ज्यादा फिसल गए, क्योंकि टैरिफ लागू होते ही बाजार में हलचल मच गई।

क्यों पड़ी इन कंपनियों पर मार?

भारत से Mexico को होने वाला ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट कुल $21.2 बिलियन के ऑटो पार्ट्स एक्सपोर्ट में से 3% का हिस्सा रखता है। यानी लगभग $656 मिलियन का बिजनेस Mexico के जरिए USA तक पहुंचता है। लेकिन अब, जब USA ने Mexico और Canada से आयात होने वाले मेटलर्जिकल कंपोनेंट्स (फॉर्जिंग्स और कास्टिंग्स) पर भारी टैरिफ लगा दिया है, तो इसका असर भारतीय कंपनियों पर साफ दिख रहा है।

Samvardhana Motherson और Sona BLW को कितना नुकसान?

  • Samvardhana Motherson की कुल रेवेन्यू का 4% Mexico से आता है।
  • Sona BLW की कुल कमाई में 2% योगदान Mexico का है।

हालांकि, Sona BLW का ज्यादातर वैल्यू एडिशन भारत में होता है और Mexico में सिर्फ असेंबली का काम होता है। लेकिन अगर अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनियां (OEMs) अपनी फैक्ट्रियां USA शिफ्ट करने लगती हैं, तो इसका सीधा फायदा Sona BLW को भी मिल सकता है, क्योंकि वह USA में सप्लाई डायरेक्ट कर पाएगी।

स्टॉक्स को कितना नुकसान हुआ?

अगर पिछले एक महीने का ट्रेंड देखें, तो Samvardhana Motherson के शेयर 14% तक लुढ़क चुके हैं, जबकि Sona BLW ने लगभग 5% का नुकसान झेला है। आज भी, सुबह 9:28 बजे के आसपास:
  • Samvardhana Motherson के शेयर ₹177.99 पर ट्रेड कर रहे थे।
  • Sona BLW के शेयर ₹476 तक गिर चुके थे।

आगे क्या हो सकता है?

अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि USA में ऑटो निर्माता कंपनियां इस टैरिफ का जवाब कैसे देती हैं। अगर वे उत्पादन को USA में ही बढ़ाने की योजना बनाती हैं, तो भारतीय कंपनियों के लिए राहत हो सकती है। लेकिन अगर इस टैरिफ से पूरी सप्लाई चेन पर नकारात्मक असर पड़ता है, तो यह कंपनियों के लिए मुश्किलें और बढ़ा सकता है।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

अगर आप इन कंपनियों में निवेशक हैं, तो यह समय सतर्क रहने का है।

  • अगर OEMs अपनी रणनीति बदलते हैं और USA में ज्यादा उत्पादन शुरू करते हैं, तो Sona BLW को फायदा हो सकता है।
  • Samvardhana Motherson को थोड़ी ज्यादा चुनौती झेलनी पड़ सकती है, क्योंकि इसकी निर्भरता Mexico पर अधिक है।
  • इस सेक्टर में कोई भी निवेश करने से पहले ब्रोकरेज रिपोर्ट्स और कंपनियों के नए प्लान्स पर नजर रखना जरूरी होगा

Trump की टैरिफ नीति ने भारतीय ऑटो कंपोनेंट कंपनियों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। जहां एक ओर यह सेक्टर पहले से ही इलेक्ट्रिक व्हीकल शिफ्ट, कच्चे माल की कीमतों और ग्लोबल डिमांड जैसी समस्याओं से जूझ रहा था, वहीं अब यह नया झटका निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन गया है। अब देखना यह होगा कि आगे यह कंपनियां इस स्थिति से कैसे निपटती हैं।

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