UltraTech की नई चाल से शेयर बाजार में हड़कंप, KEI, Polycab, Havells के शेयर ताश के पत्तों की तरह क्यों गिरे?

संक्षेप:-
UltraTech Cement ने केबल और वायर सेक्टर में एंट्री की घोषणा की, जिससे KEI, Polycab और Havells के शेयरों में भारी गिरावट आई। कंपनी ₹1,800 करोड़ की लागत से गुजरात में प्लांट लगाएगी, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। ब्रोकरेज हाउसों का मानना है कि यह कदम छोटे खिलाड़ियों के लिए चुनौती बन सकता है, लेकिन बड़े प्लेयर्स पर इसका सीमित असर होगा।

UltraTech Cement की नई घोषणा के बाद शेयर बाजार में गिरावट, KEI Industries, Polycab India और Havells के स्टॉक्स में भारी नुकसान।
UltraTech Cement, जो अब तक सीमेंट इंडस्ट्री का बेताज बादशाह रहा है, ने जब यह ऐलान किया कि वह केबल और वायर (C&W) उद्योग में उतर रहा है, तो शेयर बाजार में बड़ी हलचल मच गई। इस घोषणा के तुरंत बाद, कई स्थापित कंपनियों के स्टॉक्स ताश के पत्तों की तरह बिखर गए। UltraTech Cement ने बताया कि वह गुजरात के भरूच में ₹1,800 करोड़ की लागत से एक अत्याधुनिक केबल और वायर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेगा, जो दिसंबर 2026 तक चालू हो जाएगा। कंपनी का मानना है कि यह कदम उसे केवल सीमेंट तक सीमित रखने के बजाय एक “Complete Building Solutions Provider” बनने में मदद करेगा। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या UltraTech Cement का यह फैसला सही है? क्या इस सेक्टर में पैर जमाना इतना आसान होगा?

स्टॉक्स की ताबड़तोड़ गिरावट, निवेशकों में डर

UltraTech की इस घोषणा का सीधा असर KEI Industries, Polycab India, Havells और RR Kabel जैसी दिग्गज कंपनियों पर पड़ा। इन कंपनियों के स्टॉक्स बुरी तरह धराशायी हो गए, क्योंकि बाजार में डर बैठ गया कि UltraTech जैसे बड़े खिलाड़ी की एंट्री से इनके बिजनेस पर असर पड़ेगा।

  • KEI Industries के शेयरों में 17% की गिरावट आई और यह ₹3,132.85 पर पहुंच गया।
  • Polycab India ने 14% का गोता लगाया और ₹4,976.9 पर आ गया।
  • Havells India के शेयर 5.1% गिरकर ₹1,468.95 पर पहुंचे।
  • RR Kabel के स्टॉक्स ने 12% की गिरावट के साथ ₹972.6 पर कारोबार किया।
  • UltraTech Cement खुद भी 6% गिरकर ₹10,552.85 पर आ गया।

इतनी भारी गिरावट बताती है कि निवेशकों को डर सता रहा है कि UltraTech की मौजूदगी से केबल और वायर इंडस्ट्री की प्रतिस्पर्धा और भी तीव्र हो जाएगी। लेकिन क्या यह डर जायज है?

UltraTech का मास्टरस्ट्रोक या रिस्की दांव?

UltraTech Cement के इस कदम को एक बड़ी रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा सकता है। कंपनी अब खुद को सिर्फ सीमेंट निर्माता तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि कंस्ट्रक्शन से जुड़े हर क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाना चाहती है। अगर ग्राहक को सीमेंट की जरूरत है, तो उसे स्टील, केबल, वायरिंग, पाइप्स और अन्य चीजों की भी जरूरत होगी। UltraTech इसी जरूरत को भुनाने की कोशिश कर रही है।

लेकिन इस फैसले के पीछे कई चुनौतियां भी हैं। केबल और वायर का बाजार सीमेंट उद्योग से काफी अलग है। यहां ब्रांडिंग, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और मार्केट पेनिट्रेशन का खेल अलग तरीके से चलता है। यह एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाजार है, जहां पहले से ही कई बड़े खिलाड़ी मौजूद हैं, जिनकी मजबूत बाजार पकड़ है। सवाल यह है कि क्या UltraTech इस सेक्टर में पैर जमा पाएगा, या यह सिर्फ एक जोखिम भरा फैसला साबित होगा?

क्या C&W इंडस्ट्री को सच में खतरा है?

UltraTech की एंट्री के बाद बाजार में यह बहस तेज हो गई है कि क्या C&W इंडस्ट्री को सच में खतरा है या फिर यह सिर्फ एक अस्थायी घबराहट है?
आइए कुछ आंकड़ों पर नजर डालते हैं:

  • C&W सेक्टर की ग्रोथ 13% CAGR (Compound Annual Growth Rate) से बढ़ रही है, जो इसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक बनाती है।
  • यह बाजार अभी भी काफी बंटा हुआ है, जहां सबसे बड़े खिलाड़ी की हिस्सेदारी भी सिर्फ 18% है। यानी किसी एक कंपनी का इस सेक्टर पर एकाधिकार नहीं है।
  • Organised सेक्टर की हिस्सेदारी FY19 में 68% थी, जो FY24 में बढ़कर 73% हो गई है। यह दिखाता है कि अनऑर्गेनाइज्ड प्लेयर्स धीरे-धीरे बाहर हो रहे हैं और बड़े ब्रांड्स मार्केट पर कब्जा कर रहे हैं।

इन आंकड़ों को देखकर यह कहना मुश्किल है कि UltraTech की एंट्री से पूरा उद्योग हिल जाएगा। हां, यह जरूर कहा जा सकता है कि छोटे और अनऑर्गेनाइज्ड प्लेयर्स के लिए मुश्किलें जरूर बढ़ सकती हैं।

UltraTech के लिए नया रास्ता या मुश्किल सफर?

UltraTech की इस इन्वेस्टमेंट का असर उसके फाइनेंशियल्स पर भी पड़ेगा। Citi के मुताबिक, ₹1,800 करोड़ की यह इन्वेस्टमेंट, UltraTech के अगले दो साल के फ्री कैश फ्लो का 13% होगी। यानी कंपनी के पास अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए पूंजी की कुछ कमी हो सकती है।

हालांकि, अगर UltraTech इस बिजनेस से ₹1,200 करोड़ की रेवेन्यू जेनरेट करने में सफल होता है, तो यह FY27 के कुल रेवेन्यू का 14% होगा।

लेकिन असली चुनौती तब आएगी जब कंपनी को इस सेक्टर में अपनी ब्रांडिंग, डिस्ट्रीब्यूशन और सप्लाई चेन को मजबूत करना होगा। सीमेंट और केबल के ग्राहक भले ही एक जैसे हों, लेकिन इनकी सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल पूरी तरह अलग हैं।

निवेशकों के लिए सीख – घबराएं नहीं, समझें!

Jefferies का मानना है कि UltraTech Cement के शेयरों में जो गिरावट आई है, वह Buying Opportunity हो सकती है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि UltraTech Cement के लिए केबल और वायर बिजनेस एक साइड इन्वेस्टमेंट की तरह होगा, न कि मुख्य बिजनेस का हिस्सा।

दूसरी ओर, Nuvama Institutional Equities का कहना है कि KEI, Polycab और Havells जैसी कंपनियां अभी भी इस इंडस्ट्री की टॉप पिक्स बनी रहेंगी। यानी, अभी इन कंपनियों की स्थिति बहुत मजबूत है और लॉन्ग टर्म में इनमें निवेश का अच्छा अवसर हो सकता है।

कौन जीतेगा?

UltraTech की एंट्री से C&W बाजार में हलचल जरूर मची है, लेकिन यह कहना गलत होगा कि यह मौजूदा दिग्गजों के लिए सीधा खतरा बन जाएगा। UltraTech को इस सेक्टर में पैर जमाने के लिए मजबूत रणनीति, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और मार्केट में पकड़ बनानी होगी, जो आसान काम नहीं है।

इसका सबसे बड़ा असर छोटे और अनऑर्गेनाइज्ड प्लेयर्स पर पड़ सकता है, लेकिन बड़े खिलाड़ियों के लिए यह महज एक नई प्रतिस्पर्धा का संकेत हो सकता है।

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