Federal Bank की टॉप 5 में एंट्री तय? CEO केवीएस मणियन ने शेयर किया मास्टरप्लान
फेडरल बैंक बड़े बदलाव की राह पर है, जहां CEO केवीएस मणियन का लक्ष्य इसे भारत के टॉप 5 प्राइवेट बैंकों में लाना है। बैंक अपने भौगोलिक विस्तार, डिजिटल अपग्रेड और नए लोन सेगमेंट्स पर फोकस कर रहा है, जिससे ग्राहक बेस और मुनाफे में तेजी आएगी। मजबूत डिपॉजिट बेस और शानदार अंडरराइटिंग क्षमता के दम पर एक्सपर्ट्स को भरोसा है कि आने वाले सालों में फेडरल बैंक बड़े प्राइवेट बैंकों को कड़ी टक्कर देगा।

फेडरल बैंक का बड़ा लक्ष्य: टॉप 5 में एंट्री की तैयारी
फेडरल बैंक अब बड़े बदलावों की प्रक्रिया में है और इसके एमडी और सीईओ केवीएस मणियन ने बैंक के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। उनका उद्देश्य फेडरल बैंक को भारत के टॉप 5 प्राइवेट बैंकों की लिस्ट में शामिल कराना है। लंबे समय से दक्षिण भारत, खासकर केरल में केंद्रित यह बैंक अब अपने विस्तार की रणनीति पर काम कर रहा है। नए ग्राहकों को जोड़ने, डिपॉजिट बढ़ाने और मुनाफे में इजाफा करने के लिए भौगोलिक विस्तार इसका मुख्य फोकस रहेगा।
डिजिटल अपग्रेड से मिलेगी बढ़त
बैंक के विस्तार के साथ-साथ, डिजिटलीकरण भी इसकी प्रमुख रणनीतियों में शामिल है। बदलते बैंकिंग लैंडस्केप में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मजबूत पकड़ बनाना जरूरी हो गया है, और फेडरल बैंक इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। बैंक का लक्ष्य है कि AI, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल लेंडिंग का अधिकतम उपयोग करके ग्राहकों को बेहतर और तेज सेवाएं दी जाएं। इससे बैंक न केवल अपने प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देगा, बल्कि युवा और टेक-सेवी ग्राहकों को भी आकर्षित करेगा।
तीन साल में टॉप 5 बैंकों में पहुंचने की योजना
एनुअल इनवेस्टर्स डे के मौके पर केवीएस मणियन ने निवेशकों और विश्लेषकों को अपनी विस्तार रणनीति के बारे में बताया। अभी फेडरल बैंक 9वें पायदान पर है, लेकिन तीन साल में इसे शीर्ष 5 में लाने का लक्ष्य रखा गया है। बैंक ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों तरीकों से अपनी ग्रोथ को बढ़ाने पर काम करेगा। यानी, बैंक खुद को मजबूत करने के साथ-साथ संभावित अधिग्रहणों की तलाश भी करेगा, जिससे इसका मार्केट शेयर तेजी से बढ़ सके।
किन सेगमेंट्स पर रहेगा फोकस?
बैंक अपने कारोबार को कई सेगमेंट्स में विस्तारित करने की योजना बना रहा है। मुख्य रूप से, होलसेल बैंकिंग, मिड मार्केट कॉर्पोरेट लेंडिंग, कमर्शियल व्हीकल्स, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) और एफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में इसकी पकड़ मजबूत करने की कोशिश होगी। इससे नए ग्राहक जुड़ेंगे और बैंक को विस्तारित पोर्टफोलियो से अधिक राजस्व प्राप्त होगा।
मजबूत डिपॉजिट बेस बना सबसे बड़ी ताकत
बैंक के पास एक शानदार डिपॉजिट बेस है, जो इसकी सबसे बड़ी ताकत साबित हो सकता है। फेडरल बैंक की लोन बुक 2.2 लाख करोड़ रुपये और डिपॉजिट बेस 2.7 लाख करोड़ रुपये का है। यह दिखाता है कि बैंक के पास कर्ज देने की सशक्त क्षमता है और उसे ग्राहकों का भरोसा भी मिला हुआ है। एक्सिस कैपिटल और एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का भी मानना है कि फेडरल बैंक की यह मजबूत स्थिति इसे शीर्ष बैंकों में पहुंचाने में मदद करेगी।
क्या फेडरल बैंक बड़े बैंकों को टक्कर दे पाएगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि फेडरल बैंक प्रतिस्पर्धा में आने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन असली चुनौती इसकी रणनीतियों के सही क्रियान्वयन की होगी। इनोवेटिव बैंकिंग सर्विसेज, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और अधिग्रहण योजनाएं इस सफर को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। अगर बैंक अपनी रणनीति को सही तरीके से लागू करता है, तो आने वाले समय में ICICI, HDFC और Kotak Mahindra Bank जैसे बड़े बैंकों को सीधी टक्कर दे सकता है।
शेयर बाजार में शानदार प्रदर्शन
पिछले एक साल में फेडरल बैंक के शेयरों ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। जहां निफ्टी बैंक इंडेक्स का रिटर्न सिर्फ 4.36% रहा, वहीं फेडरल बैंक ने 17.62% का दमदार रिटर्न दिया। 25 फरवरी को यह स्टॉक 178 रुपये पर बंद हुआ, जो दर्शाता है कि निवेशकों का इस बैंक पर भरोसा बढ़ रहा है। अगर बैंक अपने विस्तार और ग्रोथ प्लान को सही तरीके से लागू करता है, तो भविष्य में इसके शेयरों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
सम्बंधित ख़बरें

टैरिफ WAR शुरू करके बुरे फंसे डोनाल्ड ट्रंप, नहीं थम रहा अमेरिकी स्टॉक मार्केट, Dow Jones 600 पॉइंट लुढ़का

LG IPO: जिस Electronics कंपनी पर है भरोसा, जल्द ला रही है IPO, SEBI से मिली मंजूरी

RBI के 4% लक्ष्य से नीचे आई महंगाई दर, फरवरी में मुद्रास्फीति 3.61% दर्ज

शेयरों में गिरावट से भारतीय अरबपतियों की नेटवर्थ में भारी नुकसान, सबसे आगे रवि जयपुरिया

SpaceX के साथ डील के बाद Reliance Jio और Bharti Airtel के शेयर उछले, Bharti Airtel 3.37% और RIL 1.13% बढ़ा
