2025 ग्लोबल सैन्य शक्ति रैंकिंग में भारत चौथे स्थान पर, पाकिस्तान की रैंकिंग में गिरावट

2025 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स में अमेरिका, रूस और चीन शीर्ष तीन सैन्य शक्तियां हैं, जबकि भारत चौथे स्थान पर है। पाकिस्तान की सैन्य स्थिति कमजोर हुई है और उसकी रैंकिंग 12वें स्थान पर गिर गई है। भारत ने अपनी सैन्य ताकत को उन्नत हथियारों और आधुनिक उपकरणों से मजबूत किया है। पड़ोसी देशों में चीन की सैन्य ताकत सबसे बड़ी है, जबकि पाकिस्तान और बांग्लादेश की स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर है।
पाकिस्तान की सैन्य शक्ति में गिरावट, भारत की स्थिति मजबूत

ग्लोबल फायरपावर (GFP) ने 2025 के सैन्य ताकत के मूल्यांकन के परिणाम जारी किए हैं, जिनके अनुसार दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की रैंकिंग में बदलाव आया है। इस बार अमेरिका, रूस और चीन की सेनाएं शीर्ष तीन स्थानों पर बनी हुई हैं, जबकि भारत ने चौथे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत की है। वहीं पाकिस्तान की रैंकिंग में गिरावट आई है, जो पिछले साल 9वें स्थान पर था, अब वह 12वें स्थान पर खिसक गया है।

शीर्ष 5 सैन्य शक्तियाँ

  1. अमेरिका – अमेरिका अपनी अत्याधुनिक सैन्य क्षमताओं, वित्तीय संसाधनों और वैश्विक प्रभाव के कारण शीर्ष स्थान पर है। यह देश तकनीकी और आधुनिक सैन्य उपकरणों में सबसे अग्रणी है।
  2. रूस – रूस के पास यूक्रेन युद्ध के बावजूद एक मजबूत सैन्य शक्ति है। इसके अलावा, रूस ने कई देशों जैसे ईरान और उत्तर कोरिया के साथ रणनीतिक गठबंधन बनाए हैं।
  3. चीन – चीन ने पिछले कुछ सालों में अपने रक्षा बजट और तकनीकी निवेश को बढ़ाया है, जिसके कारण उसकी सैन्य ताकत मजबूत हुई है। इसके पास दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना भी है।
  4. भारत – भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में उन्नत तकनीकी और रणनीतिक सुधार किए हैं, जिससे उसकी सैन्य ताकत में वृद्धि हुई है। भारत के पास अत्याधुनिक विमान, टैंक और मिसाइल प्रणालियाँ हैं।
  5. दक्षिण कोरिया – रक्षा क्षेत्र में दक्षिण कोरिया के बड़े निवेश और वैश्विक साझेदारियों ने उसे पांचवे स्थान पर ला खड़ा किया है।

पाकिस्तान की गिरती रैंकिंग

पाकिस्तान की रैंकिंग में इस साल गिरावट आई है, जो 2024 में 9वें स्थान पर था, अब वह 12वें स्थान पर आ चुका है। इस गिरावट का कारण पाकिस्तान की सैन्य स्थिति में कमी और उसके रक्षा आधुनिकीकरण की चुनौतियाँ हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक स्थिति भी इसका एक महत्वपूर्ण कारण है।

भारत की सैन्य शक्ति

भारत की सेना में 14.5 लाख सक्रिय सैनिक हैं, जिनकी मदद से यह दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है। भारतीय वायु सेना में 2,229 विमान हैं, जिनमें से 600 फाइटर जेट हैं। इसके साथ ही भारत की नौसेना में 150 युद्धपोत और पनडुब्बियाँ हैं, जिनमें परमाणु पनडुब्बियाँ भी शामिल हैं। भारत की सैन्य ताकत उसके उन्नत तकनीकी उपकरणों और आधुनिक मिसाइल प्रणालियों से भी मजबूत है।

सैन्य ताकत का आकलन कैसे होता है?

ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 60 से अधिक मापदंडों पर आधारित है, जिनमें सैन्य इकाइयाँ, वित्तीय संसाधन, लॉजिस्टिक क्षमता, भौगोलिक स्थिति और रणनीतिक प्रभाव शामिल हैं। यह इंडेक्स यह आंकलन करता है कि कौन सा देश सैन्य दृष्टिकोण से कितनी मजबूत स्थिति में है। इसमें परमाणु हथियारों का मूल्यांकन नहीं किया जाता है।

पड़ोसी देशों की सैन्य स्थिति

  • चीन: चीन की सैन्य शक्ति अत्यधिक बड़ी है, इसके पास 20 लाख सक्रिय सैनिक और 3,150 से ज्यादा लड़ाकू विमान हैं। इसकी नौसेना दुनिया की सबसे बड़ी है, जिसमें 370 से ज्यादा युद्धपोत और पनडुब्बियाँ हैं।

  • पाकिस्तान: पाकिस्तान की थल सेना में 6,40,000 सक्रिय सैनिक हैं और वायु सेना में JF-17, F-16 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट शामिल हैं। उसकी नौसेना में अगोस्ता 90B पनडुब्बियाँ और जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट शामिल हैं।

  • बांग्लादेश: बांग्लादेश की सेना में 1,63,000 सक्रिय सैनिक और 6,80,000 अर्धसैनिक बल हैं। इसके पास 117 युद्धपोत हैं, जिनमें 2 चीनी पनडुब्बियाँ शामिल हैं।

 

ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के अनुसार, सैन्य ताकत का मूल्यांकन केवल सैन्य उपकरणों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें आर्थिक संसाधनों, रणनीतिक स्थिति, और तकनीकी विकास को भी ध्यान में रखा जाता है। भारत की स्थिति मजबूत है, लेकिन पाकिस्तान की स्थिति में गिरावट उसकी सैन्य और आर्थिक चुनौतियों का संकेत है।

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